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सेबी ने नेट वर्थ की कमी और ड्यू डिलिजन्स में विफलताओं के कारण Gretex Corporate Services पर 21 दिनों का प्रतिबंध लगाया

SEBI/Exchange

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30th October 2025, 5:46 PM

सेबी ने नेट वर्थ की कमी और ड्यू डिलिजन्स में विफलताओं के कारण Gretex Corporate Services पर 21 दिनों का प्रतिबंध लगाया

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Stocks Mentioned :

Gretex Corporate Services Limited

Short Description :

भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने Gretex Corporate Services को 21 दिनों के लिए नए मर्चेंट बैंकिंग असाइनमेंट लेने से रोक दिया है। नियामक ने Gretex द्वारा वित्तीय वर्ष 2019-20 के दौरान ₹5 करोड़ की आवश्यक न्यूनतम नेट वर्थ बनाए रखने में विफलता और एक सार्वजनिक निर्गम में अपर्याप्त ड्यू डिलिजन्स का हवाला दिया, जहाँ आईपीओ (IPO) के लगभग 40% proceeds का आवंटन बिना उचित सत्यापन के निर्माणाधीन संपत्ति के लिए किया गया था। सेबी ने बीएसई (BSE) पर अतरल स्टॉक ऑप्शन्स में अवास्तविक ट्रेड में शामिल होने के लिए तीन अन्य संस्थाओं पर प्रत्येक पर ₹5 लाख का जुर्माना भी लगाया।

Detailed Coverage :

भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने Gretex Corporate Services पर कोई भी नया मर्चेंट बैंकिंग असाइनमेंट लेने से 21 दिनों का प्रतिबंध लगाया है। यह कार्रवाई सेबी के निरीक्षण के दौरान पहचानी गई दो मुख्य समस्याओं से उपजी है: 1. **न्यूनतम नेट वर्थ बनाए रखने में विफलता**: Gretex Corporate Services ने वित्तीय वर्ष 2019-20 के दौरान ₹5 करोड़ की निर्धारित न्यूनतम नियामक नेट वर्थ बनाए नहीं रखी, जो मर्चेंट बैंकर नियमों का उल्लंघन है। 2. **सार्वजनिक निर्गम में अपर्याप्त ड्यू डिलिजन्स**: सेबी ने पाया कि Gretex ने एक कंपनी के एसएमई (SME) सार्वजनिक निर्गम का प्रबंधन करते समय उचित ड्यू डिलिजन्स करने में विफल रही। विशेष रूप से, इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) के लगभग 40% proceeds को उस कार्यालय स्थान को पट्टे पर देने के लिए आवंटित किया गया था जो अभी भी निर्माणाधीन था। Gretex द्वारा इस महत्वपूर्ण विवरण का पर्याप्त सत्यापन या निवेशकों को खुलासा नहीं किया गया था। सेबी ने इस बात पर जोर दिया कि यह चूक ड्यू डिलिजन्स दायित्व की जड़ तक जाने वाली एक बड़ी विफलता थी। यह आदेश तुरंत प्रभावी हो गया। अलग-अलग कार्रवाइयों में, सेबी ने Ritu Agarwal, Shyam Sunder Vyas HUF, और Middleton Goods Pvt Ltd पर प्रत्येक पर ₹5 लाख का जुर्माना भी लगाया है। ये जुर्माने अप्रैल 2014 और सितंबर 2015 के बीच बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) पर अतरल स्टॉक ऑप्शन्स खंड में अवास्तविक ट्रेड में शामिल होने और कृत्रिम मात्रा (artificial volume) बनाने के लिए लगाए गए थे। **प्रभाव**: सेबी की ये कार्रवाइयां वित्तीय मध्यस्थों और बाजार सहभागियों पर नियामक जांच में वृद्धि को उजागर करती हैं। Gretex पर प्रतिबंध इसके व्यावसायिक संचालन और प्रतिष्ठा को प्रभावित कर सकता है, जबकि अन्य संस्थाओं पर जुर्माना बाजार में हेरफेर के खिलाफ निवारक के रूप में काम करेगा। ऐसे उपाय बाजार की अखंडता को बनाए रखने और निवेशक हितों की रक्षा करने के उद्देश्य से हैं, जिससे बाजार सहभागियों के बीच अधिक सतर्क दृष्टिकोण और नियामक ढांचे में निवेशक विश्वास बढ़ सकता है। कड़े प्रवर्तन से वित्तीय क्षेत्र के भीतर अधिक पारदर्शिता और नियमों के पालन को बढ़ावा मिल सकता है।