SEBI/Exchange
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31st October 2025, 5:56 AM

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भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) के चेयरमैन तुहिन कांता पांडे ने कहा है कि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) के "see the light of the day" होने की उम्मीद है। इस घोषणा ने भारत के प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज के आईपीओ के लिए निवेशकों की उत्सुकता को और बढ़ा दिया है, जो वैश्विक स्तर पर सबसे बड़ा मल्टी-एसेट क्लास एक्सचेंज और दूसरा सबसे बड़ा इक्विटी एक्सचेंज है।
NSE में निवेशकों की रुचि बढ़ी है, खुदरा भागीदारी में काफी वृद्धि हुई है। NSE के प्रबंध निदेशक और सीईओ आशीषकुमार चौहान ने हाल ही में उल्लेख किया था कि एक्सचेंज सेबी से अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) का इंतजार कर रहा है और "next Samvat" में लिस्टिंग का संकेत दिया था। हालांकि, मोतीलाल ओसवाल प्राइवेट वेल्थ की एक रिपोर्ट बताती है कि सार्वजनिक आवेदन मार्च 2026 के करीब हो सकता है। यह समय-सीमा चल रहे को-लोकेशन और डार्क फाइबर मामलों के समाधान पर निर्भर करती है।
प्रक्रिया, एक बार सेबी द्वारा अपना एनओसी जारी करने के बाद, ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) तैयार करने के लिए लगभग 4-5 महीने और नियामक समीक्षा के लिए 2-3 महीने का समय लेती है। यदि सब कुछ सुचारू रूप से चलता है, तो NSE वर्तमान वित्तीय वर्ष (Q4 FY26) की चौथी तिमाही तक बीएसई (BSE) पर लिस्ट हो सकता है।
प्रभाव (Impact) यह आईपीओ बाजार में महत्वपूर्ण तरलता (liquidity) लाएगा और निवेशकों के लिए एक नया, बड़ा निवेश माध्यम प्रदान करेगा। यह वित्तीय अवसंरचना क्षेत्र पर भी अधिक ध्यान आकर्षित कर सकता है और संभावित रूप से बाजार की गतिशीलता और व्यापार भागीदारी को प्रभावित कर सकता है। रेटिंग: 8/10।