HSBC ने भारत इक्विटी को 'ओवरवेट' में अपग्रेड किया, 2026 तक सेंसेक्स 94,000 पर पहुंचने का अनुमान
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वैश्विक ब्रोकरेज फर्म HSBC ने भारतीय इक्विटी को 'न्यूट्रल' से 'ओवरवेट' रेटिंग पर अपग्रेड किया है, जो भारतीय शेयर बाजार की क्षमता में बढ़ते विश्वास को दर्शाता है। यह अपग्रेड ऐसे समय में आया है जब भारतीय इक्विटी ने अपने एशियाई साथियों से खराब प्रदर्शन किया था। मुख्य कारक: HSBC को उम्मीद है कि बेंचमार्क सेंसेक्स सूचकांक 2026 के अंत तक 94,000 तक बढ़ जाएगा। यह आशावादी दृष्टिकोण कई कारकों पर आधारित है: * **आय की दृश्यता (Earnings Visibility)**: फर्म का मानना है कि भारतीय कंपनियों के लिए आय चक्र अपने निम्नतम स्तर पर पहुंच गया है और कैलेंडर वर्ष 2026 में व्यापक सुधार की उम्मीद है, जिसमें 15% प्रति शेयर आय (EPS) वृद्धि का अनुमान है और डाउनग्रेड जोखिम कम हैं। * **वैल्युएशन (Valuations)**: हालिया खराब प्रदर्शन के बाद, भारतीय इक्विटी को अब अधिक आकर्षक माना जा रहा है, ऐतिहासिक रूप से और अन्य एशियाई बाजारों, विशेष रूप से चीन की तुलना में, जहां भारत अब प्रीमियम के बजाय मूल्य प्रदान करता है। * **विदेशी निवेश (Foreign Inflows)**: HSBC को भारत में अतिरिक्त विदेशी पोर्टफोलियो निवेश की उम्मीद है क्योंकि वैश्विक निवेशक अपने पोर्टफोलियो को AI-केंद्रित एशियाई टेक शेयरों से हटा रहे हैं और AI रैली से विविधीकरण की तलाश कर रहे हैं। क्षेत्रीय दृष्टिकोण: रिपोर्ट बैंकों (मार्जिन विस्तार), आईटी फर्मों (सकारात्मक प्रबंधन भावना), और ऑटो जैसे उपभोक्ता-सामना करने वाले क्षेत्रों (जीएसटी कटौती, कम मुद्रास्फीति और ब्याज दरों से लाभ) के लिए सकारात्मक संभावनाओं पर प्रकाश डालती है। चुनौतियां: HSBC स्वीकार करता है कि घरेलू स्थितियां चुनौतीपूर्ण बनी हुई हैं, जिसमें अमेरिकी टैरिफ से भारतीय निर्यात पर संभावित जीडीपी विकास प्रभाव और चीन के पक्ष में व्यापार भावना का उल्लेख किया गया है। प्रभाव: यह अपग्रेड भारतीय शेयर बाजार के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण है। यह महत्वपूर्ण विदेशी निवेश आकर्षित कर सकता है, निवेशकों के विश्वास को बढ़ा सकता है, और क्षेत्रों में व्यापक लाभ पहुंचा सकता है। 2026 तक सेंसेक्स के लिए 94,000 का पूर्वानुमान अगले दो वर्षों में भारतीय इक्विटी के लिए काफी ऊपर की क्षमता का सुझाव देता है। परिभाषाएं: * **प्रति शेयर आय (EPS - Earnings Per Share)**: एक कंपनी का शुद्ध लाभ उसके बकाया सामान्य शेयरों की संख्या से विभाजित। यह दर्शाता है कि एक कंपनी अपने स्टॉक के प्रत्येक शेयर पर कितना लाभ कमाती है। * **वैल्युएशन (Valuations)**: किसी संपत्ति या कंपनी के वर्तमान मूल्य का निर्धारण करने की प्रक्रिया। शेयर बाजारों में, यह आय, संपत्ति या विकास की संभावनाओं की तुलना में स्टॉक कितना महंगा या सस्ता है, को संदर्भित करता है। * **विदेशी निवेश (Foreign Inflows)**: विदेशी निवेशकों द्वारा किसी देश के वित्तीय बाजारों, जैसे स्टॉक और बॉन्ड में पूंजी का प्रवाह। * **GEM पोर्टफोलियो**: ग्लोबल इमर्जिंग मार्केट्स पोर्टफोलियो, जो विकासशील देशों के स्टॉक और बॉन्ड पर केंद्रित निवेश फंड हैं। * **AI नाम (AI Names)**: ऐसी कंपनियों के स्टॉक जिनका व्यवसाय आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक से बहुत अधिक जुड़ा हुआ है या उससे लाभान्वित होता है। * **GST**: वस्तु एवं सेवा कर, एक उपभोग कर जो वस्तुओं और सेवाओं की आपूर्ति पर लगाया जाता है। * **सेंसेक्स**: बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध 30 सुस्थापित और वित्तीय रूप से सुदृढ़ कंपनियों का एक बेंचमार्क सूचकांक।