BofA ग्लोबल रिसर्च के अमीष शाह के अनुसार, एक साल की कटौती के बाद निफ्टी आय-प्रोजेक्शन स्थिर हो गए हैं। वित्तीय वर्ष 2026 (FY26) के लिए 8% और वित्तीय वर्ष 2027 (FY27) के लिए 15% की सर्वसम्मति वृद्धि का अनुमान है, आय में कटौती अब पीछे छूट गई है। बाजार का प्रदर्शन आय वृद्धि पर निर्भर करेगा। सेक्टरों में भिन्नता की उम्मीद है, जिसमें वित्तीय और रियल एस्टेट जैसे ब्याज दर-संवेदनशील क्षेत्रों के बेहतर प्रदर्शन करने की संभावना है। BofA ने कैलेंडर वर्ष के लिए निफ्टी का लक्ष्य 25,000 बनाए रखा है।
BofA ग्लोबल रिसर्च में इंडिया रिसर्च के प्रमुख अमीष शाह ने बताया है कि निफ्टी के आय-पूर्वानुमान (earnings forecasts) स्थिर हो गए हैं, जो एक साल से चल रही लगातार कटौतियों का अंत दर्शाता है। उन्होंने बताया कि वित्तीय वर्ष 2025-26 (FY26) के लिए लगभग 8% और वित्तीय वर्ष 2026-27 (FY27) के लिए 15% की अनुमानित वृद्धि (consensus growth) दर्ज की जा रही है, और BofA के अनुमानों तथा बाजार की आम सहमति के बीच का अंतर काफी कम हो गया है।
शाह ने कहा कि FY26 के लिए आय-पूर्वानुमान 10% और FY27 के लिए 7% घटाए गए थे, लेकिन यह कटौती का चरण अब समाप्त हो गया है। उन्हें आय में कटौती का अंत बाजार के लिए सकारात्मक खबर लगती है। BofA अनुमान लगाता है कि निफ्टी 50 की आय वृद्धि तेज होगी, जिसमें FY25 में 5.5%, FY26 की पहली छमाही में 8.6%, दूसरी छमाही में संभावित रूप से 9% के आसपास, और FY27 में 13% तक की वृद्धि होगी।
मूल्यांकन (valuations) के संबंध में, शाह ने देखा कि बाजार में कोई महत्वपूर्ण सुधार (correction) नहीं हुआ है क्योंकि आय ने काफी हद तक उसकी वृद्धि के साथ तालमेल बनाए रखा है। उन्हें आगे मूल्यांकन विस्तार (valuation expansion) को सही ठहराना मुश्किल लगता है, और उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भविष्य में बाजार का प्रदर्शन मुख्य रूप से आय वृद्धि से प्रेरित होगा।
सेक्टरों में भिन्नता (divergence) जारी रहने की उम्मीद है। बड़े पैमाने पर उपभोग (mass consumption) और पूंजीगत व्यय (capital expenditure - capex) से संबंधित श्रेणियों में मामूली सुधार देखने को मिल सकता है, जबकि ब्याज दर-संवेदनशील (rate-sensitive) खंडों के बेहतर प्रदर्शन करने की उम्मीद है, जो भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा अपेक्षित ब्याज दरों में कटौती से प्रेरित होंगे। रियल एस्टेट, आरईआईटी (REITs - Real Estate Investment Trusts), पावर यूटिलिटीज और वित्तीय क्षेत्र (financials) को इसके लाभार्थी के रूप में पहचाना गया है। उपभोग के क्षेत्र में, विवेकाधीन (discretionary) श्रेणियों के स्टेपल्स (staples) की तुलना में बेहतर प्रदर्शन करने की उम्मीद है।
वित्तीय क्षेत्र (Financials) उन कुछ क्षेत्रों में से एक के रूप में उजागर किया गया है जो महंगे नहीं हैं। शाह ने दो साल की कटौती के बाद इस क्षेत्र में उभरती आय वृद्धि (earnings upgrades), बेहतर नियामक स्पष्टता (regulatory clarity), और मध्यम आकार के बैंकों में विदेशी निवेशकों की वापसी का उल्लेख किया।
हालांकि, शाह ने आगाह किया कि चुनावों के वादों के कारण राज्य-स्तरीय खर्च (state-level spending) कैपेक्स पर भारी पड़ सकता है। उन्होंने उल्लेख किया कि केंद्र और राज्यों द्वारा कुल सब्सिडी (subsidies) FY24 में लगभग 90 अरब डॉलर थी, और व्यापक उपभोग प्रोत्साहन (consumption stimulus) अनुमानित 150 अरब डॉलर तक बढ़ गया है। वेतन आयोग की वृद्धि और दर में कटौती के साथ यह आंकड़ा तीन वर्षों में संभावित रूप से 200 अरब डॉलर तक बढ़ सकता है, जिसका अर्थ कैपेक्स में तेजी के लिए सीमित राजकोषीय स्थान (fiscal space) है।
BofA ग्लोबल रिसर्च चालू कैलेंडर वर्ष के लिए निफ्टी लक्ष्य 25,000 को दोहराता है, जिसमें 26,000 तक की वृद्धि की संभावना है यदि व्यापार वार्ताओं में प्रगति और दरों में कटौती की स्पष्ट दृश्यता जैसे सकारात्मक कारक बने रहते हैं।
सूचना प्रौद्योगिकी (Information Technology - IT) क्षेत्र पर, शाह ने इसे 'बॉटम-अप' कॉल बताया। हालांकि आय में कटौती बंद हो गई है, लार्ज-कैप आईटी फर्म महत्वपूर्ण ऊपरी जोखिमों (upside risks) के बिना मध्य-एकल-अंक (mid-single-digit) राजस्व वृद्धि का अनुमान लगा रही हैं, जिससे उनकी वर्तमान मूल्यांकन (valuations) उस संदर्भ में महंगी लगती हैं।
प्रीमियम उपभोग श्रेणियां जैसे यात्रा, शराब, आभूषण और चार-पहिया वाहन मजबूत मांग बनाए रखने की उम्मीद है, जबकि स्टेपल्स, फुटवियर और परिधान जैसी जन उपभोग श्रेणियां (mass consumption categories) धीमी रिकवरी देख सकती हैं क्योंकि निम्न-आय वर्ग के परिवार ऋण कम करने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।
प्रभाव: यह विश्लेषण निवेशकों को भारतीय कंपनियों और व्यापक बाजार के लिए अनुमानित आय प्रक्षेपवक्र (earnings trajectory) में महत्वपूर्ण अंतर्दृष्टि प्रदान करता है। पूर्वानुमानों का स्थिरीकरण और अपेक्षित विकास में वृद्धि बाजार की धारणा (market sentiment) को बढ़ावा दे सकती है। पहचाने गए सेक्टरों में भिन्नता निवेशकों के लिए रणनीतिक अवसर प्रदान करती है, खासकर दर-संवेदनशील और विवेकाधीन उपभोग क्षेत्रों में। हालांकि, राजकोषीय बाधाओं (fiscal constraints) और कैपेक्स पर उनके प्रभाव पर सतर्क नोट संभावित बाधाओं (headwinds) को उजागर करता है। BofA निफ्टी लक्ष्य बाजार की अपेक्षाओं के लिए एक बेंचमार्क प्रदान करता है।