Renewables
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Updated on 10 Nov 2025, 09:30 am
Reviewed By
Abhay Singh | Whalesbook News Team
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मोतीलाल ओसवाल की हालिया रिसर्च रिपोर्ट वारी एनर्जीज लिमिटेड पर तेजी का दृष्टिकोण (bullish outlook) पेश करती है। रिपोर्ट का अनुमान है कि वित्तीय वर्ष 2026 की पहली तिमाही में भारत की कुल स्थापित सौर क्षमता 100 गीगावाट (GW) से बढ़कर वित्तीय वर्ष 2028 तक 160 GW हो जाएगी। इस महत्वपूर्ण विस्तार के पीछे यूटिलिटी-स्केल सौर बोलियों (utility-scale solar bids) में मजबूत वृद्धि की उम्मीद है, जो FY23 में 20 GW से बढ़कर FY24 में 69 GW हो गई। साथ ही, प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान (PM Kusum) और सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना जैसी सरकारी पहलों से मांग में तेजी आएगी। इन कारकों से FY26-27 के दौरान वारी के मुख्य घरेलू मॉड्यूल विनिर्माण व्यवसाय के लिए मजबूत वृद्धि की उम्मीद है।
इसके अलावा, केंद्र सरकार ने स्वदेशी रूप से निर्मित (indigenously manufactured) सौर मॉड्यूल और सेल के उपयोग को अनिवार्य करने वाले नियमों की शुरुआत करके घरेलू हरित ऊर्जा उत्पादन को बढ़ावा देने की अपनी प्रतिबद्धता दिखाई है। नीति की यह दिशा वारी एनर्जीज को सीधे लाभ पहुंचाएगी क्योंकि इससे उसके उत्पादों के लिए एक संरक्षित बाजार (protected market) बनेगा।
प्रभाव (Impact) यह खबर वारी एनर्जीज और व्यापक भारतीय नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र के लिए अत्यंत सकारात्मक है। अनुमानित क्षमता वृद्धि, घरेलू विनिर्माण के लिए सरकारी समर्थन के साथ मिलकर, कंपनी के लिए एक अनुकूल वातावरण बना रही है। निवेशकों को इन मूलभूत विकास चालकों (fundamental growth drivers) और विश्लेषक के लक्ष्य मूल्य (target price) से स्टॉक मूल्य में संभावित वृद्धि की उम्मीद हो सकती है। रिपोर्ट एक महत्वपूर्ण ऊपरी क्षमता (significant upside potential) का सुझाव देती है। रेटिंग: 9/10
परिभाषाएँ: * गीगावाट (GW): एक अरब वाट के बराबर शक्ति की एक इकाई, जिसका उपयोग बिजली उत्पादन संयंत्रों की क्षमता को मापने के लिए किया जाता है। * वित्तीय वर्ष (FY): लेखांकन उद्देश्यों के लिए 12 महीने की अवधि, जो कैलेंडर वर्ष से भिन्न हो सकती है। भारत का वित्तीय वर्ष 1 अप्रैल से 31 मार्च तक चलता है। * यूटिलिटी-स्केल बोलियां: बड़े पैमाने पर बिजली परियोजनाओं के लिए डेवलपर्स का चयन करने हेतु सरकारी या निजी संस्थाओं द्वारा जारी की गई प्रतिस्पर्धी बोलियां, जो अक्सर मूल्य और तकनीकी व्यवहार्यता पर आधारित होती हैं। * पीएम कुसुम: प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान, कृषि क्षेत्र में सौर ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए एक सरकारी योजना। * सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना: छत पर सौर प्रतिष्ठानों (rooftop solar installations) के माध्यम से घरों को मुफ्त बिजली प्रदान करने के उद्देश्य से एक सरकारी योजना। * स्वदेशी (Indigenize): स्वदेशी बनाना या बनना; स्थानीय वातावरण या संस्कृति के अनुकूल ढालना। इस संदर्भ में, इसका मतलब भारत के भीतर विनिर्माण को बढ़ावा देना है। * सम-ऑफ-द-पार्ट्स (SoTP) पद्धति: एक मूल्यांकन विधि जहां कंपनी को उसके व्यक्तिगत व्यावसायिक खंडों के अनुमानित मूल्यों को जोड़कर मूल्यांकित किया जाता है। * लक्ष्य मूल्य (TP): वह मूल्य जिस पर एक निवेश विश्लेषक या फर्म किसी स्टॉक के एक निर्दिष्ट समय-सीमा के भीतर व्यापार करने की उम्मीद करता है।