Renewables
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Updated on 12 Nov 2025, 01:45 pm
Reviewed By
Satyam Jha | Whalesbook News Team

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रिलायंस पावर लिमिटेड की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी, रिलायंस NU एनर्जीज प्राइवेट लिमिटेड, ने SJVN लिमिटेड के 1500 MW फर्म एंड डिस्पैचेबल रिन्यूएबल एनर्जी (FDRE) टेंडर में सबसे बड़ा आवंटन हासिल करके एक बड़ी जीत दर्ज की है। सहायक कंपनी 3,000 MWh की बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम (BESS) के साथ एकीकृत 750 MW सौर क्षमता विकसित करेगी। इस परियोजना का लक्ष्य चौबीसों घंटे रिन्यूएबल पावर सप्लाई प्रदान करना है, जो भारत के ऊर्जा परिवर्तन के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यह उपलब्धि रिलायंस समूह को भारत के सौर और BESS सेगमेंट में एक अग्रणी के रूप में स्थापित करती है, जिसके पास एक वर्ष के भीतर कई टेंडरों में 4 GWp से अधिक सौर और 6.5 GWh BESS का संचयी पोर्टफोलियो सुरक्षित है। स्वीकृत परियोजना DISCOMs को 6.74 रुपये प्रति kWh के अत्यधिक प्रतिस्पर्धी टैरिफ पर डिस्पैचेबल रिन्यूएबल पीकिंग पावर की आपूर्ति करेगी, जो इस क्षेत्र में लागत-प्रभावशीलता का एक नया बेंचमार्क स्थापित करता है। प्रभाव: यह खबर रिलायंस पावर लिमिटेड के लिए अत्यधिक सकारात्मक है, जो इसके स्टॉक प्रदर्शन और तेजी से बढ़ते रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में भविष्य की विकास संभावनाओं को बढ़ावा दे सकती है। यह हाइब्रिड रिन्यूएबल एनर्जी समाधानों के लिए मजबूत सरकारी समर्थन और बाजार की मांग का भी संकेत देती है, जिससे रिन्यूएबल एनर्जी और ऊर्जा भंडारण क्षेत्र की अन्य कंपनियों को भी लाभ हो सकता है।