Renewables
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29th October 2025, 1:59 PM

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सोलेक्स एनर्जी अपनी सौर विनिर्माण क्षमता का विस्तार करने के लिए पांच वर्षों में $1.5 बिलियन का निवेश कर रही है। कंपनी मॉड्यूल उत्पादन को 4 GW से 10 GW तक बढ़ाएगी और नई 10 GW सेल और 2 GW इनगॉट/वेफर सुविधाएं स्थापित करेगी। यह विस्तार यूएस बाजार को लक्षित करता है, जिसका उद्देश्य चीनी उत्पादों के लिए लागत प्रभावी विकल्प प्रदान करना है जिन पर उच्च एंटी-डंपिंग शुल्क लग रहा है। सोलेक्स प्रमुख घटकों का घरेलू स्तर पर निर्माण करके संभावित अमेरिकी टैरिफ (50% तक) और एंटी-डंपिंग उपायों से निपटने की योजना बना रही है, ताकि एक गैर-चीनी आपूर्ति श्रृंखला सुनिश्चित की जा सके। एक टीम अमेरिकी बाजार के अवसरों की तलाश कर रही है। सोलेक्स जर्मनी के आईएससी कोन्स्टान्ज़ के साथ सौर सेल आर एंड डी पर सहयोग करेगी ताकि तकनीकी निर्भरता में विविधता लाई जा सके।
प्रभाव: यह विस्तार भारत की सौर विनिर्माण और निर्यात क्षमता को बढ़ाता है, खासकर अमेरिका के लिए। सफलता सोलेक्स एनर्जी के राजस्व और बाजार हिस्सेदारी को बढ़ा सकती है, जो भारत के नवीकरणीय लक्ष्यों का समर्थन करेगा। घरेलू घटक उत्पादन आपूर्ति श्रृंखला जोखिमों को कम करता है। आईएससी कोन्स्टान्ज़ के साथ सहयोग तकनीकी प्रतिस्पर्धात्मकता का लक्ष्य रखता है। व्यापार नीतियों और मांग पर निर्भर करते हुए स्टॉक आउटलुक सकारात्मक हो सकता है।
रेटिंग: 8/10।
शीर्षक: शब्दों की व्याख्या: सौर मॉड्यूल: सूर्य के प्रकाश को बिजली में परिवर्तित करता है। गीगावाट (GW): एक अरब वाट बिजली क्षमता। सेल विनिर्माण: सौर सेल का उत्पादन जो बिजली उत्पन्न करते हैं। इनगॉट: वेफर्स के लिए बड़ा क्रिस्टलीय ब्लॉक (सिलिकॉन)। वेफर: सौर कोशिकाओं के लिए इनगॉट से पतली स्लाइस। एंटी-डंपिंग शुल्क: स्थानीय उद्योग की रक्षा के लिए सस्ते आयात पर कर। टैरिफ: आयातित वस्तुओं पर कर। आपूर्ति श्रृंखला: कच्चे माल से ग्राहक तक की प्रक्रिया। अनुसंधान और विकास (आर एंड डी): नवाचार और नए ज्ञान के लिए गतिविधियाँ।