Renewables
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31st October 2025, 9:00 AM

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केंद्रीय नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (MNRE) फरवरी 2026 तक तमिलनाडु तट के लिए भारत की पहली ऑफशोर विंड पावर टेंडर लॉन्च करने की योजना बना रहा है। LiDAR का उपयोग करके किए गए एक पवन मूल्यांकन अध्ययन के सकारात्मक निष्कर्षों के बाद यह योजना बनी है, जो 45-50% के CUF के साथ उच्च क्षमता दर्शा रहा है, जो गुजरात के 37% से काफी अधिक है। टेंडर के मई-जून 2026 तक अंतिम रूप दिए जाने की उम्मीद है। ऑफशोर विंड को समर्थन देने के लिए, सरकार ने 1 GW क्षमता के लिए वायबिलिटी गैप फंडिंग (VGF) योजना शुरू की है, जो गुजरात और तमिलनाडु के बीच विभाजित होगी। हाल ही में तमिलनाडु ने अपने पवन और सौर क्षेत्रों में भी महत्वपूर्ण निवेश देखा है। Impact: इस पहल से भारत के नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में महत्वपूर्ण निवेश आएगा, ऊर्जा सुरक्षा को बढ़ावा मिलेगा और रोजगार सृजित होंगे। तमिलनाडु के लिए उच्च CUF कुशल ऊर्जा उत्पादन की मजबूत क्षमता को दर्शाता है। Rating: 9/10 Difficult terms: * Offshore wind power: समुद्र में टर्बाइनों से बिजली। * LiDAR: हवा की गति और दिशा मापने के लिए लेजर का उपयोग करने वाली तकनीक। * Capacity Utilization Factor (CUF): पावर प्लांट अपनी अधिकतम क्षमता के मुकाबले कितना उत्पादन करता है, इसका माप। * Viability Gap Funding (VGF): आवश्यक परियोजनाओं को आर्थिक रूप से व्यवहार्य बनाने के लिए सरकारी वित्तीय सहायता। * Gigawatt (GW)/Megawatt (MW): बिजली की इकाइयाँ।