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यूके के BII द्वारा भारत के नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं के लिए ब्लूलीफ एनर्जी को $75 मिलियन का ऋण

Renewables

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29th October 2025, 6:10 PM

यूके के BII द्वारा भारत के नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं के लिए ब्लूलीफ एनर्जी को $75 मिलियन का ऋण

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Short Description :

ब्रिटिश इंटरनेशनल इन्वेस्टमेंट (BII) एशिया-केंद्रित नवीकरणीय ऊर्जा प्लेटफॉर्म ब्लूलीफ एनर्जी को $75 मिलियन (660 करोड़ रुपये) की ऋण सुविधा प्रदान कर रहा है। यह फंडिंग ब्लूलीफ के भारत में स्वच्छ ऊर्जा संपत्तियों के विस्तार का समर्थन करेगी, जिसका लक्ष्य लगभग 2 गीगावाट (GW) सौर, पवन और ऊर्जा भंडारण क्षमता जोड़ना है। यह निवेश भारत के 2030 तक 500GW गैर-जीवाश्म ईंधन बिजली तक पहुंचने के लक्ष्य के साथ संरेखित होता है और जलवायु वित्त के लिए निजी पूंजी जुटाने का प्रयास करता है।

Detailed Coverage :

ब्रिटिश इंटरनेशनल इन्वेस्टमेंट (BII), यूनाइटेड किंगडम का विकास वित्त संस्थान, ने ब्लूलीफ एनर्जी को $75 मिलियन (लगभग 660 करोड़ रुपये) का ऋण वित्तपोषण देने के लिए प्रतिबद्धता जताई है। ब्लूलीफ एनर्जी एक स्वतंत्र बिजली उत्पादक है जो एशियाई बाजार पर केंद्रित है, और यह मैक्वेरी एसेट मैनेजमेंट द्वारा प्रबंधित फंड के स्वामित्व में है।

यह महत्वपूर्ण वित्तीय सहायता ब्लूलीफ के भारत भर में नवीकरणीय ऊर्जा अवसंरचना में चल रहे विस्तार और निवेश के लिए आवंटित की गई है। इस सुविधा से लगभग 2 गीगावाट (GW) स्थापित स्वच्छ ऊर्जा क्षमता के विकास में सुविधा मिलने की उम्मीद है, जिसमें यूटिलिटी-स्केल सौर, पवन और ऊर्जा भंडारण परियोजनाएं शामिल हैं। इन परियोजनाओं से सालाना 3.2 गीगावाट-घंटे (GWh) से अधिक स्वच्छ ऊर्जा उत्पन्न होने का अनुमान है, जिससे लगभग 3.1 मिलियन टन CO2 से बचा जा सकेगा और कार्बन उत्सर्जन में महत्वपूर्ण कमी आएगी।

यह पहल भारत के महत्वाकांक्षी नवीकरणीय ऊर्जा लक्ष्यों के साथ संरेखित होती है, जिसमें 2030 तक 500GW गैर-जीवाश्म ईंधन बिजली क्षमता हासिल करने का राष्ट्रीय लक्ष्य भी शामिल है। BII का निवेश भारत के ऊर्जा संक्रमण में तेजी लाने और जलवायु वित्त के लिए निजी पूंजी जुटाने की अपनी प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है।

प्रभाव: यह खबर सीधे तौर पर भारतीय शेयर बाजार और नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र से जुड़े व्यवसायों को प्रभावित करेगी। यह भारत के हरित ऊर्जा संक्रमण में निरंतर विदेशी निवेश का संकेत देता है, जिससे संभावित रूप से निवेशकों का विश्वास बढ़ेगा और संबंधित कंपनियों में विकास को बढ़ावा मिलेगा। रेटिंग: 8/10

शब्दों की व्याख्या: * विकास वित्त संस्थान (DFI): एक वित्तीय संस्थान जिसका स्वामित्व राष्ट्रीय सरकार के पास होता है और जो आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए विकासशील देशों में निजी क्षेत्र की परियोजनाओं को वित्तपोषण प्रदान करता है। * स्वतंत्र बिजली उत्पादक (IPP): एक कंपनी जो सार्वजनिक उपयोगिता नहीं है, बल्कि उपयोगिताओं और अन्य ग्राहकों को बेचने के लिए बिजली उत्पन्न करती है। * गीगावाट (GW): एक अरब वाट के बराबर शक्ति की एक इकाई, जिसका उपयोग अक्सर बिजली संयंत्रों की क्षमता को मापने के लिए किया जाता है। * गीगावाट-घंटे (GWh): ऊर्जा की एक इकाई जो एक घंटे के लिए एक गीगावाट बिजली उत्पन्न या खपत का प्रतिनिधित्व करती है। * CO2 (कार्बन डाइऑक्साइड): एक ग्रीनहाउस गैस जो जलवायु परिवर्तन में योगदान करती है। CO2 उत्सर्जन से बचना प्रदूषण और उसके पर्यावरणीय प्रभाव को कम करना है।