सितंबर में भारत के सौर मॉड्यूल निर्यात इस वर्ष अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंच गए, जो अगस्त के 134 मिलियन डॉलर से घटकर 80 मिलियन डॉलर हो गए। यह तेज गिरावट अमेरिकी व्यापार उपायों के कारण है, जिसमें टैरिफ और बढ़ी हुई जांच शामिल है, जिसने निर्माताओं को घरेलू स्तर पर आपूर्ति पुनर्निर्देशित करने के लिए मजबूर किया है और अतिरिक्त आपूर्ति का डर बढ़ा दिया है। विश्लेषकों को इस क्षेत्र में समेकन की उम्मीद है।