Real Estate
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Updated on 11 Nov 2025, 03:19 pm
Reviewed By
Abhay Singh | Whalesbook News Team
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आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने सिग्नेचरग्लोबल इंडिया पर एक सकारात्मक शोध रिपोर्ट जारी की है, जो किफायती और मध्यम-आय वर्ग के आवास पर केंद्रित एक रियल एस्टेट डेवलपर है। ब्रोकरेज फर्म ने स्टॉक के लिए 'BUY' सिफारिश को दोहराया है और टारगेट प्राइस को पहले के INR 1,742 से बढ़ाकर INR 1,786 कर दिया है। यह आशावाद सिग्नेचरग्लोबल के प्रभावशाली ट्रैक रिकॉर्ड पर आधारित है, जिसमें वित्तीय वर्ष 2021 और 2025 के बीच बिक्री बुकिंग में 57% चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (CAGR) शामिल है।
कंपनी ने वित्तीय वर्ष 2026 की पहली छमाही (H1FY26) में INR 47 बिलियन की बिक्री बुकिंग दर्ज की है। आगे देखते हुए, सिग्नेचरग्लोबल के पास गुरुग्राम में एक महत्वपूर्ण नई लॉन्च पाइपलाइन है, जिसमें वित्तीय वर्ष 2026 की दूसरी छमाही (H2FY26) के लिए अनुमानित ग्रॉस डेवलपमेंट वैल्यू (GDV) INR 130 बिलियन से INR 140 बिलियन के बीच है। परिणामस्वरूप, कंपनी FY26 के लिए INR 125 बिलियन की बिक्री बुकिंग का अपना पूर्ण-वर्षीय अनुमान बनाए रख रही है, जो 20% की वृद्धि दर्शाता है।
आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज का अनुमान है कि सिग्नेचरग्लोबल की बिक्री बुकिंग FY26 में INR 119 बिलियन, FY27 में INR 127 बिलियन और FY28 में INR 139 बिलियन तक पहुंच जाएगी, जो FY25-28E में INR 450 बिलियन से अधिक के कुल GDV वाली एक प्रोजेक्ट पाइपलाइन पर आधारित है। 'BUY' रेटिंग और संशोधित टारगेट प्राइस, FY25-28E के लिए अनुमानित औसत एम्बेडेड EBITDA (INR 36.4 बिलियन) के 7 गुना के मूल्यांकन पर आधारित हैं।
प्रभाव इस खबर से सिग्नेचरग्लोबल इंडिया के स्टॉक प्रदर्शन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ने की उम्मीद है। यह एक मजबूत 'BUY' सिफारिश और बढ़े हुए टारगेट प्राइस के माध्यम से निवेशकों के विश्वास को पुष्ट करेगा। बिक्री बुकिंग में अनुमानित वृद्धि और एक मजबूत पाइपलाइन भविष्य में महत्वपूर्ण राजस्व और लाभ की क्षमता का संकेत देते हैं, जो रियल एस्टेट क्षेत्र में निवेशकों को आकर्षित करेगा। हालांकि, संभावित निवेशकों को प्रमुख जोखिमों पर नज़र रखनी चाहिए, जिसमें गुरुग्राम बाजार में संभावित मंदी और कंपनी की भूमि बैंक का विस्तार करने की क्षमता शामिल है। (Rating: 7/10)
Glossary * CAGR (Compound Annual Growth Rate): किसी निवेश की औसत वार्षिक वृद्धि दर जो एक निर्दिष्ट अवधि में होती है, मुनाफे को फिर से निवेश करने के अनुमान पर। * GDV (Gross Development Value): किसी प्रॉपर्टी डेवलपमेंट प्रोजेक्ट की सभी इकाइयों को बेचकर अनुमानित कुल राजस्व। * H1FY26 (First Half of Fiscal Year 2026): वित्तीय वर्ष 2026 की पहली छमाही, यानी 1 अप्रैल, 2025 से 30 सितंबर, 2025 तक की अवधि। * H2FY26 (Second Half of Fiscal Year 2026): वित्तीय वर्ष 2026 की दूसरी छमाही, यानी 1 अक्टूबर, 2025 से 31 मार्च, 2026 तक की अवधि। * INR: भारतीय रुपया। * EBITDA: Earnings Before Interest, Taxes, Depreciation, and Amortization; परिचालन प्रदर्शन का एक माप। * FY21–25, FY25-28E: वित्तीय वर्ष 2021 से 2025, और अनुमानित वित्तीय वर्ष 2025 से 2028। 'E' का मतलब 'Estimated' है। * TP (Target Price): वह मूल्य जिस पर एक स्टॉक विश्लेषक या ब्रोकर भविष्य में स्टॉक के कारोबार की उम्मीद करता है।