Real Estate
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Updated on 10 Nov 2025, 10:27 am
Reviewed By
Simar Singh | Whalesbook News Team
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भारत के रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट (REIT) और इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट (InvIT) बाज़ार में काफ़ी वृद्धि देखी जा रही है, जिसके अगले दशक में काफ़ी विस्तार होने का अनुमान है। कुणाल मोक्तान, सह-संस्थापक और सीईओ ऑफ़ Alt, बताते हैं कि भारत का REIT बाज़ार, जो वर्तमान में लगभग $40-50 बिलियन का है, अमेरिका के $1 ट्रिलियन से ज़्यादा के बाज़ार को टक्कर देने की क्षमता रखता है।\n\n**Impact (प्रभाव):**\nइस खबर का भारतीय शेयर बाज़ार और निवेशकों पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है क्योंकि यह एक परिपक्व (maturing) एसेट क्लास को उजागर करता है जो विविधीकरण (diversification), आकर्षक डिविडेंड यील्ड (6-8%), और इक्विटीज़ की तुलना में कम वोलैटिलिटी के साथ कैपिटल एप्रिसिएशन की क्षमता प्रदान करता है। Nifty 50 जैसे इंडेक्स में REITs के संभावित समावेश से विदेशी निवेश और बाज़ार लिक्विडिटी को और बढ़ावा मिल सकता है। जोखिमों में मैक्रोइकॉनॉमिक मंदी शामिल है जो लीजिंग गतिविधि और किराये की आय को प्रभावित कर सकती है।\n\nRating (रेटिंग): 8/10\n\n**Difficult Terms (कठिन शब्द):**\n* **REITs (रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट)**: ऐसी कंपनियाँ जो आय उत्पन्न करने वाली रियल एस्टेट का स्वामित्व, संचालन या वित्तपोषण करती हैं। ये व्यक्तियों को बड़े पैमाने पर रियल एस्टेट पोर्टफोलियो में निवेश करने की अनुमति देते हैं।\n* **InvITs (इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट)**: REITs के समान, लेकिन सड़कों, बिजली पारेषण लाइनों और बंदरगाहों जैसी बुनियादी ढांचा संपत्तियों पर केंद्रित हैं।\n* **SEBI (सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया)**: भारत में प्रतिभूति और कमोडिटी बाज़ारों के लिए नियामक निकाय।\n* **Ticket Size (टिकट साइज़)**: निवेश करने के लिए आवश्यक न्यूनतम धनराशि।\n* **Liquidity (लिक्विडिटी)**: किसी संपत्ति को उसके मूल्य को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित किए बिना बाज़ार में खरीदने या बेचने में आसानी।\n* **Nifty 50 (निफ्टी 50)**: एक बेंचमार्क भारतीय शेयर बाज़ार सूचकांक जो नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर सूचीबद्ध 50 सबसे बड़ी भारतीय कंपनियों के भारित औसत का प्रतिनिधित्व करता है।\n* **Passive Funds (पैसिव फंड)**: ऐसे निवेश फंड जिनका लक्ष्य Nifty 50 जैसे विशिष्ट बाज़ार इंडेक्स को ट्रैक करना होता है। उदाहरणों में इंडेक्स फंड और एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ETFs) शामिल हैं।\n* **Dividend Yield (डिविडेंड यील्ड)**: किसी कंपनी के प्रति शेयर वार्षिक लाभांश का उसके वर्तमान शेयर मूल्य से अनुपात, प्रतिशत के रूप में व्यक्त किया गया।\n* **Capital Appreciation (कैपिटल एप्रिसिएशन)**: समय के साथ संपत्ति के मूल्य में वृद्धि।\n* **Volatility (वोलैटिलिटी)**: समय के साथ किसी ट्रेडिंग मूल्य श्रृंखला में भिन्नता की डिग्री, आमतौर पर लॉगरिदमिक रिटर्न के मानक विचलन (standard deviation) से मापी जाती है।\n* **Net Asset Value (NAV) (शुद्ध संपत्ति मूल्य)**: किसी कंपनी की देनदारियों को घटाकर उसके संपत्तियों का मूल्य। REITs के लिए, यह संपत्तियों के अंतर्निहित मूल्य का प्रतिनिधित्व करता है।