Real Estate
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Updated on 10 Nov 2025, 08:59 am
Reviewed By
Abhay Singh | Whalesbook News Team
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नोएडा का खुदरा परिदृश्य एक बड़े बदलाव के लिए तैयार है, जिसका मुख्य कारण नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे और यमुना एक्सप्रेसवे का विकास है, जो जేవारा में आगामी नोएडा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से जुड़ेगा। ये एक्सप्रेसवे खुदरा और मॉल के विकास के लिए प्रमुख गलियारे बन रहे हैं। नोएडा एक्सप्रेसवे, जो पहले से ही आईटी पार्कों और कार्यालयों का केंद्र है, अब महत्वपूर्ण आवासीय और वाणिज्यिक निवेशों को आकर्षित कर रहा है। जేవारा हवाई अड्डे से यमुना एक्सप्रेसवे का जुड़ाव, एलिवेटेड कॉरिडोर और मेट्रो विस्तार जैसी बुनियादी ढाँचे की उन्नतियों के साथ, खुदरा उद्यमों के लिए नए रास्ते खोल रहा है। यह रणनीतिक स्थिति नोएडा को मॉल डेवलपर्स और खुदरा निवेशकों के लिए एक पसंदीदा गंतव्य बनाती है। एक्सप्रेसवे के किनारे स्थित सेक्टर, जैसे 129, 132, 142, और 150, मिश्रित-उपयोग परियोजनाओं के लिए हॉटस्पॉट बन रहे हैं जिनमें खुदरा, भोजन और मनोरंजन की सुविधाएँ शामिल हैं। अनुभवात्मक खुदरा (Experiential retail), जैसे TRG द मॉल, का चलन बढ़ रहा है, जिसमें वैश्विक ब्रांडों और जीवनशैली डिजाइनों को एकीकृत किया जा रहा है। जేవारा हवाई अड्डा एक महत्वपूर्ण आर्थिक उत्प्रेरक बनने की उम्मीद है, जहाँ सालाना लाखों यात्री आएंगे, जिससे ट्रांजिट-उन्मुख खुदरा, होटल और लॉजिस्टिक्स हब की मांग बढ़ेगी। विशेषज्ञ अनुमान लगा रहे हैं कि इन एक्सप्रेसवे के आसपास वाणिज्यिक और खुदरा संपत्तियों पर 10-12% तक किराए की उपज (rental yields) मिलेगी, जो कई पारंपरिक निवेशों से बेहतर प्रदर्शन करेगी। उपभोक्ताओं को घर के करीब अधिक सुविधा और बेहतर जीवनशैली विकल्प मिलेंगे, जिससे दिल्ली या गुरुग्राम पर निर्भरता कम होगी। सरकार की समान शहरी विकास की दृष्टि भी इस विकास के फैलाव से समर्थित है। हालांकि, कुछ चुनौतियां बनी हुई हैं, जैसे कि अधिक आपूर्ति को रोकने के लिए खुदरा आपूर्ति और मांग के बीच एक उपयुक्त मिलान सुनिश्चित करना, अंतिम-मील कनेक्टिविटी (last-mile connectivity) के मुद्दों को संबोधित करना, और बुनियादी ढाँचे की स्थिरता (sustainability) सुनिश्चित करना। इन सबके बावजूद, भविष्य का दृष्टिकोण मजबूत है। अगले पांच वर्षों में नोएडा के खुदरा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण उछाल देखने की उम्मीद है, जिसमें एनसीआर बाज़ार संभावित रूप से 40% तक बढ़ सकता है, जिसे नोएडा के विकास से काफी बढ़ावा मिलेगा। यह क्षेत्र न केवल खुदरा के नए क्षितिज के रूप में उभर रहा है, बल्कि भारत में शहरी खरीदारी अनुभवों के भविष्य के रूप में भी उभर रहा है। इस समाचार का भारतीय शेयर बाज़ार पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है क्योंकि यह रियल एस्टेट और खुदरा क्षेत्रों में विकास के अवसर उजागर करता है। यह संपत्ति मूल्यों में वृद्धि, वाणिज्यिक संपत्तियों पर बढ़े हुए किराए की आय, और खुदरा विक्रेताओं के लिए बेहतर व्यावसायिक संभावनाओं की ओर इशारा करता है। यह विकास रियल एस्टेट डेवलपर्स और खुदरा-केंद्रित कंपनियों में निवेश रुचि बढ़ा सकता है। क्षेत्रीय आर्थिक परिवर्तन रोजगार सृजन और बेहतर बुनियादी ढांचे का भी वादा करता है, जो समग्र आर्थिक विकास में योगदान देगा। रेटिंग: 8/10।