▶
गोदरेज प्रॉपर्टीज़ से FY26 में अपना सर्वश्रेष्ठ वर्ष हासिल करने की उम्मीद है, जिसका लक्ष्य ₹32,500 करोड़ की प्री-सेल्स का लक्ष्य हासिल करना या उससे अधिक है। यह आशावाद मजबूत आवास मांग और परियोजनाओं की एक विस्तृत श्रृंखला से प्रेरित है।\n\nप्रदर्शन: FY26 की पहली छमाही (अप्रैल-सितंबर) में, कंपनी की प्री-सेल्स साल-दर-साल (YoY) 13% बढ़कर ₹15,587 करोड़ हो गई, जो वार्षिक मार्गदर्शन का 48% है। इस मजबूत शुरुआत के साथ, दूसरी छमाही में आमतौर पर होने वाली उच्च बिक्री, उनके आत्मविश्वास को बढ़ाती है।\n\nबाजार की स्थितियाँ: भारतीय आवास बाजार मजबूत बना हुआ है, बढ़ती ब्याज दरों और आर्थिक अनिश्चितताओं के बावजूद प्रमुख शहरों और मूल्य बिंदुओं पर मांग व्यापक कर्षण दिखा रही है। गोदरेज प्रॉपर्टीज़ ने Q2 FY26 में दिल्ली-एनसीआर, एमएमआर, बेंगलुरु और हैदराबाद के अपने चार प्रमुख बाजारों में से प्रत्येक में ₹1,500 करोड़ से अधिक की बुकिंग करके एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की।\n\nविकास चालक: दूसरी छमाही के प्रदर्शन में एक महत्वपूर्ण योगदानकर्ता मुंबई के वर्ली में एक बड़े आवासीय प्रोजेक्ट का शुभारंभ होगा, जिससे ₹10,000 करोड़ से अधिक का राजस्व उत्पन्न होने की उम्मीद है।\n\nचुनौतियाँ और संग्रह: जबकि कुल बिक्री मजबूत है, मानसून संबंधी निर्माण देरी और पर्यावरणीय मंजूरी की बाधाओं के कारण ग्राहक संग्रह में अस्थायी गिरावट देखी गई। कंपनी ने अब तक ₹7,736 करोड़ एकत्र किए हैं, जो ₹21,000 करोड़ के लक्ष्य का 37% है, लेकिन साल के अंत के लक्ष्य को पूरा करने के लिए जनवरी-मार्च तिमाही में डिलीवरी में वृद्धि की उम्मीद है।\n\nवित्तीय स्थिति: गोदरेज प्रॉपर्टीज़ ने Q2 FY26 के लिए समेकित शुद्ध लाभ में 21% साल-दर-साल वृद्धि के साथ ₹403 करोड़ दर्ज किए। कुल आय बढ़कर ₹1,950 करोड़ हो गई। पिछले साल QIP के माध्यम से जुटाए गए ₹6,000 करोड़ और मजबूत परिचालन नकदी प्रवाह के कारण कंपनी के पास विस्तार के लिए पर्याप्त वित्तीय लचीलापन भी है।\n\nबाजार स्थिति: FY25 में प्री-सेल्स के मामले में सबसे बड़ी सूचीबद्ध डेवलपर के रूप में, गोदरेज प्रॉपर्टीज़ बाजार हिस्सेदारी हासिल करने के लिए प्रीमियम लॉन्च, रणनीतिक भूमि अधिग्रहण और अपनी ब्रांड प्रतिष्ठा का लाभ उठाती है और भविष्य के विकास के लिए अच्छी स्थिति में है।\n\nप्रभाव: यह खबर गोदरेज प्रॉपर्टीज़ के शेयरधारकों और रियल एस्टेट क्षेत्र के लिए अत्यंत सकारात्मक है। मजबूत प्री-सेल्स और लाभ वृद्धि आवास बाजार में मजबूत उपभोक्ता विश्वास और सफल व्यावसायिक निष्पादन का संकेत देते हैं। यह रियल एस्टेट शेयरों में निवेशक भावना को बढ़ा सकता है।\nImpact Rating: 7/10\n\nDifficult Terms:\n- Pre-sales: किसी रियल एस्टेट डेवलपर द्वारा किसी विशिष्ट अवधि के भीतर परियोजनाओं के वास्तविक पूरा होने से पहले हस्ताक्षरित संपत्ति बिक्री अनुबंधों का कुल मूल्य।\n- FY26: वित्तीय वर्ष 2026, जो भारत में आमतौर पर 1 अप्रैल, 2025 से 31 मार्च, 2026 तक चलता है।\n- YoY: Year-on-Year, एक अवधि की पिछले वर्ष की समान अवधि से तुलना।\n- Fiscal: वित्तीय वर्ष को संदर्भित करता है, जो भारत में आमतौर पर 1 अप्रैल से 31 मार्च तक होता है।\n- Q2 FY26: वित्तीय वर्ष 2026 की दूसरी तिमाही।\n- QIP: Qualified Institutional Placement, सूचीबद्ध कंपनियों के लिए संस्थागत निवेशकों को शेयर या परिवर्तनीय प्रतिभूतियां जारी करके पूंजी जुटाने की एक विधि।\n- Operating cash flows: कंपनी द्वारा अपने सामान्य व्यावसायिक कार्यों से उत्पन्न नकद।