Real Estate
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Updated on 06 Nov 2025, 06:42 am
Reviewed By
Satyam Jha | Whalesbook News Team
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प्रोपटाइगर.कॉम की जुलाई-सितंबर 2025 की रियल इनसाइट रेजिडेंशियल रिपोर्ट के अनुसार, अहमदाबाद ने भारत के सबसे किफायती बड़े शहर के हाउसिंग मार्केट के रूप में अपनी स्थिति बनाए रखी है। अहमदाबाद में प्रॉपर्टी की औसत कीमत 4,820 रुपये प्रति वर्ग फुट रही, जो पिछले साल की तुलना में 7.9% और पिछली तिमाही की तुलना में 1.9% की वृद्धि दर्शाती है। यह वृद्धि दिल्ली-एनसीआर, बेंगलुरु और हैदराबाद जैसे अन्य प्रमुख भारतीय शहरों की तुलना में काफी मामूली है, जहाँ प्रॉपर्टी की कीमतों में 7% से 19% तक की उछाल देखी गई। जहाँ इन मेट्रो शहरों में प्रॉपर्टी की कीमतों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई, वहीं अहमदाबाद का बाजार मुख्य रूप से वास्तविक अंतिम-उपयोगकर्ताओं की मांग से प्रेरित स्थिर, नियंत्रित वृद्धि की विशेषता रखता है, न कि सट्टा निवेश की। डेवलपर्स अहमदाबाद को एक क्रेता-आधारित (buyer-led) बाजार बताते हैं, जहाँ कीमतें लचीली और अस्थिरता सीमित है। शहर की हाउसिंग लागत अन्य प्रमुख शहरों की तुलना में काफी कम है; यहाँ घर पुणे की तुलना में लगभग 45% सस्ते हैं, बेंगलुरु के आधे दाम पर हैं, और एमएमआर (MMR) की औसत कीमत का एक छोटा सा हिस्सा हैं। शीर्ष आठ भारतीय शहरों में नई सप्लाई (new supply) में सालाना थोड़ी गिरावट आई, लेकिन तिमाही-दर-तिमाही नए लॉन्च (new launches) बढ़े, जो डेवलपर्स के सतर्क आशावाद का संकेत देते हैं। जहाँ एमएमआर, पुणे और हैदराबाद में नए लॉन्च का सबसे बड़ा हिस्सा था, वहीं अहमदाबाद रणनीतिक रूप से एक विकास गलियारे (growth corridor) में स्थित है जो संस्थागत (institutional) और व्यक्तिगत निवेशक का ध्यान आकर्षित कर रहा है, लेकिन यहाँ अन्य शहरों जैसी अत्यधिक मूल्य वृद्धि नहीं देखी गई है। डेवलपर्स तेजी से स्थानीय मांग के अनुरूप गुणवत्ता वाली परियोजनाओं और प्रीमियम सेगमेंट पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। प्रभाव: यह खबर अहमदाबाद में एक स्वस्थ और टिकाऊ रियल एस्टेट बाजार का संकेत देती है, जो त्वरित सट्टा लाभ के बजाय स्थिरता चाहने वाले दीर्घकालिक निवेशकों को आकर्षित कर सकता है। सामर्थ्य का कारक इसे मध्यम-आय वाले घर खरीदारों के लिए एक आकर्षक विकल्प बनाता है। गिफ्ट सिटी और अहमदाबाद मेट्रो विस्तार सहित चल रहे बुनियादी ढांचे का विकास, इसकी अपील और स्थिर मूल्य वृद्धि की क्षमता को और बढ़ाता है। बाजार की स्थिरता तेजी से बढ़ते मेट्रो शहरों में संभावित अस्थिरता के विपरीत है, जो एक अलग निवेश थीसिस (investment thesis) प्रदान करती है।