Real Estate
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2nd November 2025, 6:58 PM
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हेडलाइन: NCR के रियल एस्टेट बूम ने खींचा राष्ट्रीय डेवलपर्स का ध्यान। भारत के प्रमुख वित्तीय केंद्रों, मुंबई और बेंगलुरु के डेवलपर्स, बेहतर मूल्य वृद्धि और मजबूत बाजार की गतिशीलता से आकर्षित होकर, नए प्रोजेक्ट्स के लिए राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) पर तेजी से ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। ओबेरॉय रियल्टी इस वित्तीय वर्ष में गुरुग्राम में अपना पहला प्रोजेक्ट लॉन्च करने के लिए तैयार है, जबकि लोढ़ा और रुस्तमजी इस क्षेत्र में जमीन की तलाश सक्रिय रूप से कर रहे हैं। बेंगलुरु स्थित प्रेस्टीज ग्रुप और सोभा, जो NCR में पहले से स्थापित हैं, अपने विस्तार में तेजी ला रहे हैं, जिससे यह उनका सबसे तेजी से बढ़ने वाला बाजार बन गया है। मुंबई स्थित गोदरेज प्रॉपर्टीज और टाटा रियल्टी भी अपनी उपस्थिति बढ़ा रही हैं। डाल्कोर जैसे नए प्रवेशकों ने भी अपने वेंचर्स के लिए गुरुग्राम को चुना है।
इस उछाल को मजबूत एंड-यूज़र मांग, निवेशक विश्वास और महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा विकास, जिसमें द्वारका और नोएडा एक्सप्रेसवे के आसपास उन्नयन और आगामी नोएडा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा शामिल है, द्वारा बढ़ावा मिल रहा है। ये कारक आवासीय गलियारों को बदल रहे हैं और नए माइक्रो-मार्केट खोल रहे हैं। NCR में सालाना लगभग 50,000-60,000 हाउसिंग यूनिट्स लॉन्च की जाती हैं, जिनका मूल्य ₹1 लाख करोड़ से अधिक है। लग्जरी हाउसिंग, खासकर गुरुग्राम में (Q3 FY24 में NCR के लग्जरी लॉन्च का 87% हिस्सा), एक प्रमुख चालक है, जिसमें प्रीमियम सेगमेंट की कीमतों में सालाना 10-12% की वृद्धि देखी जा रही है। NCR के आवासीय मूल्य पिछले तिमाही में 24% बढ़े, जो शीर्ष भारतीय शहरों में 9% के औसत से काफी अधिक है।
प्रभाव: यह प्रवृत्ति NCR में काम करने वाली रियल एस्टेट कंपनियों के लिए मजबूत विकास की क्षमता का संकेत देती है, जिससे संभावित रूप से राजस्व और बाजार पूंजीकरण में वृद्धि हो सकती है। यह निर्माण, सामग्री और बैंकिंग जैसे संबंधित क्षेत्रों के लिए भी सकारात्मक भावना का संकेत देता है। रेटिंग: 8/10।