भारत के रियल एस्टेट सेक्टर पर दोहरा झटका: नए लेबर कानूनों से विकास लागत 4% तक बढ़ सकती है, जिससे प्रेस्टीज एस्टेट्स और ब्रिगेड एंटरप्राइजेज जैसे शेयरों में लगभग 3% की गिरावट आई है। हालांकि कर्मचारियों के लिए ग्रेच्युटी पात्रता एक साल तक कम होने जैसे लाभ कम हो सकते हैं, जिससे श्रम की कमी दूर हो सकती है, कंपनियां अनुपालन और खरीदारों पर बढ़ी हुई लागत डालने की चुनौती का सामना कर रही हैं।