Personal Finance
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Updated on 14th November 2025, 7:54 AM
Author
Simar Singh | Whalesbook News Team
फिक्स्ड-इन्वेस्टमेंट (Fixed-income investments) को सिर्फ नाममात्र रिटर्न (nominal returns) से आगे देखने की ज़रूरत है, खासकर जब महंगाई (inflation) और टैक्स (taxes) क्रय शक्ति (purchasing power) को कम कर रहे हों। विशेषज्ञ टैक्स-कुशल (tax-efficient) विकल्पों जैसे स्मॉल फाइनेंस बैंक (Small Finance Bank) डिपॉजिट (जो उच्च दरें प्रदान करते हैं) और गुणवत्तापूर्ण कॉर्पोरेट/सरकारी बॉन्ड (corporate/government bonds) पर ध्यान केंद्रित करने का सुझाव देते हैं। वास्तविक धन संरक्षण (wealth preservation) में मुद्रास्फीति-समायोजित रिटर्न (inflation-adjusted returns) पर विचार करना शामिल है। टैक्स-फ्री बॉन्ड (tax-free bonds), आर्बिट्रेज फंड (arbitrage funds), और मल्टी-एसेट फंड (multi-asset funds) का उपयोग करके डायनामिक एसेट एलोकेशन (dynamic asset allocation) जैसी रणनीतियों को लंबी अवधि की वृद्धि और पोर्टफोलियो को महंगाई से बचाने के लिए अनुशंसित किया गया है।
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फिक्स्ड-इन्वेस्टमेंट, जिन्हें पारंपरिक रूप से पूंजी संरक्षण (capital preservation) और स्थिर आय (steady income) के लिए सुरक्षित आश्रय (safe havens) माना जाता है, वर्तमान महंगाई (inflationary) और कर-भारी (tax-heavy) माहौल में चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। केवल नाममात्र रिटर्न (nominal returns) का पीछा करने से क्रय शक्ति (purchasing power) का महत्वपूर्ण नुकसान हो सकता है। वास्तव में धन की रक्षा और वृद्धि के लिए, निवेशकों को वास्तविक रिटर्न (real returns) पर ध्यान केंद्रित करना होगा, जो महंगाई और करों को ध्यान में रखते हैं। स्मॉल फाइनेंस बैंक (Small Finance Banks) एक आकर्षक विकल्प के रूप में उभर रहे हैं, जो आमतौर पर पारंपरिक बैंकों की तुलना में 1-2% अधिक ब्याज दरें प्रदान करते हैं, जिसमें ₹5 लाख तक की जमा राशि DICGC द्वारा बीमित होती है। उच्च-गुणवत्ता वाले कॉर्पोरेट (corporate) और सरकारी बॉन्ड (government bonds) भी अपनी तरलता (liquidity) और पारदर्शिता (transparency) में सुधार के साथ उच्च, अनुमानित रिटर्न (predictable returns) प्रदान करने की क्षमता के लिए ध्यान आकर्षित कर रहे हैं, जिससे पोर्टफोलियो स्थिरता (portfolio stability) और कर-पश्चात दक्षता (post-tax efficiency) बढ़ रही है। हालांकि, विशेषज्ञ चेतावनी देते हैं कि कम वास्तविक रिटर्न (low real returns) भ्रामक हो सकते हैं। 7% का यील्ड (yield) देने वाला बॉन्ड 30% कर दर (tax rate) और 5% महंगाई (inflation) को घटाने के बाद लगभग शून्य वास्तविक रिटर्न (real return) प्रदान कर सकता है। उच्च यील्ड (higher yields) का पीछा करने के लिए कम-क्रेडिट-रेटेड (low-credit-rated) जारीकर्ताओं में निवेश करना अत्यंत जोखिम भरा है, जिससे पूरी पूंजी का नुकसान हो सकता है। महंगाई से लड़ने और क्रय शक्ति (purchasing power) को सुरक्षित करने के लिए, एक रणनीतिक दृष्टिकोण (strategic approach) अनुशंसित है: *कर-कुशल फिक्स्ड इनकम (Tax-Efficient Fixed Income)*: टैक्स-फ्री बॉन्ड (tax-free bonds), आर्बिट्रेज फंड (arbitrage funds) (3-12 महीने का दृष्टिकोण), इनकम प्लस आर्बिट्रेज फंड ऑफ फंड्स (Income plus Arbitrage fund of funds) (2-वर्ष का दृष्टिकोण), और SIF श्रेणी के फंड (SIF category funds) (3-वर्ष से अधिक का दृष्टिकोण) जैसे विकल्पों का अन्वेषण करें। *डायनामिक एसेट एलोकेशन (Dynamic Asset Allocation)*: विविधीकरण (diversification), डायनामिक एसेट एलोकेशन (dynamic asset allocation), और महंगाई से लचीलापन (inflation resilience) के लिए एक ही उत्पाद के भीतर लंबी अवधि (5 वर्ष+) के दृष्टिकोण के साथ मल्टी-एसेट फंड (multi-asset funds) का उपयोग करें। *पोर्टफोलियो पुनर्संतुलन (Portfolio Rebalancing)*: स्थिर परिसंपत्ति वर्गों (static asset classes) पर निर्भर रहने के बजाय पोर्टफोलियो की नियमित रूप से समीक्षा और समायोजन करें। प्रभाव (Impact) रेटिंग: 7/10। कठिन शब्दों की व्याख्या: *फिक्स्ड-इन्वेस्टमेंट (Fixed-income investments)*: ऐसे निवेश जो निश्चित रिटर्न देते हैं, जैसे बॉन्ड या फिक्स्ड डिपॉजिट। *महंगाई (Inflation)*: वह दर जिस पर वस्तुओं और सेवाओं के सामान्य मूल्य स्तर बढ़ रहे हैं, और परिणामस्वरूप, क्रय शक्ति घट रही है। *नाममात्र रिटर्न (Nominal returns)*: महंगाई या करों को ध्यान में रखे बिना बताई गई ब्याज दर या रिटर्न। *क्रय शक्ति (Purchasing power)*: मुद्रा की एक इकाई से खरीदी जा सकने वाली वस्तुओं और सेवाओं की मात्रा। *DICGC बीमा सीमा (DICGC insurance limit)*: डिपॉजिट इंश्योरेंस एंड क्रेडिट गारंटी कॉर्पोरेशन (Deposit Insurance and Credit Guarantee Corporation) भारत में प्रति जमाकर्ता प्रति बैंक ₹5 लाख तक की बैंक जमा का बीमा करता है। *कॉर्पोरेट बॉन्ड (Corporate bonds)*: कंपनियों द्वारा धन जुटाने के लिए जारी किए गए ऋण साधन। *सरकारी-समर्थित बॉन्ड (Government-backed bonds)*: सरकार द्वारा जारी किए गए ऋण साधन, जिन्हें बहुत सुरक्षित माना जाता है। *वास्तविक रिटर्न (Real return)*: महंगाई को ध्यान में रखने के बाद निवेश पर रिटर्न। *कर-कुशल (Tax-efficient)*: ऐसे निवेश जिन पर आय पर कर कम या स्थगित होते हैं। *आर्बिट्रेज फंड (Arbitrage funds)*: म्यूचुअल फंड जो लाभ उत्पन्न करने के लिए विभिन्न बाजारों या प्रतिभूतियों में मूल्य अंतर का फायदा उठाते हैं। *SIF श्रेणी (SIF category)*: संभवतः सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट फैसिलिटी (Systematic Investment Facility) या इसी तरह की संरचित निवेश योजना को संदर्भित करता है; विशिष्ट परिभाषा भिन्न हो सकती है। *मल्टी-एसेट फंड (Multi-asset funds)*: म्यूचुअल फंड जो विविधीकरण (diversification) के लिए तीन या अधिक परिसंपत्ति वर्गों (जैसे इक्विटी, ऋण, सोना) में निवेश करते हैं। *एसेट एलोकेशन (Asset allocation)*: जोखिम और इनाम को संतुलित करने के लिए विभिन्न परिसंपत्ति श्रेणियों में निवेश का वितरण।