Personal Finance
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Updated on 05 Nov 2025, 05:21 am
Reviewed By
Aditi Singh | Whalesbook News Team
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रेडिट पर हाल ही में हुई एक सोशल मीडिया चर्चा, जिसे एक यूजर ने यह पूछकर शुरू किया था कि क्या ₹10 करोड़ भारत में आरामदायक रिटायरमेंट के लिए पर्याप्त हैं, ने काफी सार्वजनिक रुचि पैदा की है। यूजर ने व्यक्तिगत वित्तीय अनुमान साझा किए, जिसमें एक अकेले व्यक्ति के लिए ₹1 लाख मासिक खर्च और एक परिवार के लिए ₹3 लाख का अनुमान लगाया गया, और पूछा कि ऐसे कॉर्पस (corpus) से निष्क्रिय आय (passive income) कैसे उत्पन्न की जा सकती है। वित्तीय विशेषज्ञ सुझाव देते हैं कि ₹10 करोड़, 4-5% की वार्षिक निकासी दर (withdrawal rate) मानते हुए, प्रति वर्ष ₹40 से ₹50 लाख का लाभ दे सकती है। यह आय छोटे शहरों (टियर 2/3) में आरामदायक जीवन के लिए पर्याप्त हो सकती है, जहाँ मासिक खर्च ₹50,000 से ₹75,000 के बीच अनुमानित है। हालांकि, मुंबई, दिल्ली और बेंगलुरु जैसे प्रमुख महानगरीय क्षेत्रों में रहने की लागत काफी अधिक है, जिससे यही राशि कम पड़ सकती है। बढ़ती मुद्रास्फीति, जो ऐतिहासिक रूप से भारत में औसतन 6-8% रही है, एक महत्वपूर्ण जोखिम प्रस्तुत करती है, क्योंकि यह लगभग 9 से 12 वर्षों में जीवन यापन की लागत को दोगुना कर सकती है। वित्तीय विशेषज्ञ ऐसे संपत्तियों में निवेश करने की सलाह देते हैं जो मुद्रास्फीति से आगे निकल सकें ताकि रिटायरमेंट बचत को संरक्षित और बढ़ाया जा सके। यूजर टिप्पणियों ने अपेक्षित निवेश पर रिटर्न (ROI), स्थान और एक मालिकाना घर जैसी मौजूदा संपत्तियों के महत्व पर भी प्रकाश डाला, जो सभी कॉर्पस की पर्याप्तता को गंभीर रूप से प्रभावित करते हैं। प्रभाव इस समाचार का भारतीय शेयर बाजार के निवेशकों पर मध्यम प्रभाव पड़ता है क्योंकि यह दीर्घकालिक वित्तीय योजना, मुद्रास्फीति हेजिंग और रिटायरमेंट के लिए निवेश रणनीतियों के महत्व पर प्रकाश डालता है। यह व्यक्तिगत निवेश निर्णयों को प्रभावित कर सकता है, लेकिन अल्पावधि में शेयर की कीमतों या बाजार के रुझानों को सीधे प्रभावित नहीं करता है। रेटिंग: 6/10।
कठिन शब्दों का अर्थ कॉर्पस (Corpus): किसी विशेष उद्देश्य, जैसे रिटायरमेंट, के लिए अलग रखी गई राशि। निष्क्रिय आय (Passive income): किसी निवेश या उद्यम से प्राप्त आय जिसके रखरखाव के लिए बहुत कम या कोई दैनिक प्रयास आवश्यक न हो। निकासी दर (Withdrawal rate): रिटायरमेंट के दौरान आपके निवेश पोर्टफोलियो का वह प्रतिशत जिसे आप प्रति वर्ष निकालने की योजना बनाते हैं। मुद्रास्फीति (Inflation): जिस दर पर वस्तुओं और सेवाओं के सामान्य स्तर की कीमतें बढ़ रही हैं, और परिणामस्वरूप, मुद्रा की क्रय शक्ति घट रही है। ROI (Return on Investment): किसी निवेश की दक्षता का मूल्यांकन करने या कई विभिन्न निवेशों की दक्षता की तुलना करने के लिए उपयोग किया जाने वाला प्रदर्शन माप। टियर 2/3 शहर (Tier 2/3 cities): भारत में वे शहर जिन्हें जनसंख्या और आर्थिक गतिविधि के आधार पर वर्गीकृत किया जाता है, जिसमें टियर 1 सबसे बड़े महानगरीय क्षेत्र हैं।
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