भारत में यूपीआई लेनदेन में धोखाधड़ी बढ़ रही है, जो सिस्टम की खामियों के बजाय सोशल इंजीनियरिंग और उपयोगकर्ता की गलतियों से प्रेरित है। स्कैमर्स नकली अनुरोध, दुर्भावनापूर्ण क्यूआर कोड और प्रतिरूपण का उपयोग करते हैं। भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम जल्द ही उपयोगकर्ताओं के लिए भुगतान की पुष्टि करने से पहले लाभार्थी का नाम देखना अनिवार्य कर देगा। यह लेख आपकी सुरक्षा के लिए पांच प्रमुख आदतें बताता है: नामों का सत्यापन करें, ऐप्स अपडेट करें, क्यूआर कोड/लिंक के साथ सतर्क रहें, अपने डिवाइस को सुरक्षित रखें, और कभी भी पिन या ओटीपी साझा न करें।