Mutual Funds
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Updated on 12 Nov 2025, 01:51 am
Reviewed By
Simar Singh | Whalesbook News Team

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अक्टूबर के दौरान भारतीय खुदरा निवेशकों ने म्यूचुअल फंड के माध्यम से शेयर बाज़ार में भारी धनराशि का निवेश कर महत्वपूर्ण विश्वास दिखाया। इस वृद्धि का नेतृत्व सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIPs) ने किया, जिसमें 29,529 करोड़ रुपये का अभूतपूर्व सकल मासिक प्रवाह दर्ज किया गया, जो अब तक का उच्चतम स्तर है। भारतीय म्यूचुअल फंड उद्योग के लिए कुल संपत्ति प्रबंधन (AUM) भी 79.9 लाख करोड़ रुपये के नए शिखर पर पहुँच गया। सभी योजनाओं में 4.3 लाख करोड़ रुपये के इस भारी निवेश से उद्योग का AUM 1 ट्रिलियन डॉलर के मील के पत्थर के करीब पहुँच रहा है। इक्विटी फंडों ने अपना मजबूत प्रदर्शन जारी रखा, जिसमें 24,690 करोड़ रुपये का शुद्ध प्रवाह (net inflow) देखा गया, जिससे लगातार 56 महीनों के सकारात्मक प्रवाह का सिलसिला आगे बढ़ा है। AMFI के मुख्य कार्यकारी, वेंकट एन. चलासानी ने कहा, "यह म्यूचुअल फंड पारिस्थितिकी तंत्र में बढ़ती वित्तीय परिपक्वता और विश्वास को दर्शाता है।" श्रीराम वेल्थ के COO और हेड ऑफ प्रोडक्ट्स, नवल कगलावाला ने 1 ट्रिलियन डॉलर AUM मार्क की ओर उद्योग की प्रगति पर प्रकाश डाला। प्रभाव: यह खबर भारतीय इक्विटी बाज़ारों में मजबूत निवेशक भागीदारी और विश्वास को दर्शाती है, जो SIPs जैसी अनुशासित निवेश रणनीतियों से प्रेरित है। यह इक्विटी के लिए एक स्वस्थ भूख और निरंतर बाज़ार वृद्धि की क्षमता का संकेत देता है, साथ ही म्यूचुअल फंड उद्योग की स्थिरता और आकर्षण को मज़बूत करता है।