Mutual Funds
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Updated on 11 Nov 2025, 06:55 am
Reviewed By
Aditi Singh | Whalesbook News Team
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अक्टूबर में इक्विटी स्कीम्स में म्यूचुअल फंड निवेश मजबूत बना रहा, जो भारतीय शेयर बाजार के लिए एक सकारात्मक संकेत है, हालांकि शुद्ध इनफ्लो में 19 प्रतिशत की गिरावट आई, जो सितंबर के ₹30,422 करोड़ की तुलना में ₹24,690 करोड़ रहा। यह इक्विटी में निरंतर निवेशक विश्वास को दर्शाता है।
एक प्रमुख आकर्षण इंडस्ट्री के कुल एसेट्स अंडर मैनेजमेंट (AUM) में महत्वपूर्ण वृद्धि है, जो अक्टूबर में सितंबर के ₹75.61 लाख करोड़ से बढ़कर ₹79.87 लाख करोड़ हो गया। इक्विटी AUM घटक में भी वृद्धि देखी गई, जो ₹33.7 लाख करोड़ से बढ़कर ₹35.16 लाख करोड़ हो गया। AUM में यह विस्तार बाजार के बढ़ते मूल्य और/या गहरे निवेश का सुझाव देता है।
गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETFs) ने भी ₹7,743 करोड़ के इनफ्लो के साथ महत्वपूर्ण निवेश आकर्षित किया, जो एक विविध निवेश दृष्टिकोण दिखाता है।
रिटेल निवेशक की भागीदारी बढ़ी, जैसा कि कुल म्यूचुअल फंड फोलियो के 25.60 करोड़ तक पहुंचने से पता चलता है। इसके अलावा, अक्टूबर में 18 नई ओपन-एंडेड स्कीम्स का लॉन्च, जिससे ₹6,062 करोड़ जुटाए गए, इंडस्ट्री के विस्तार और उत्पाद नवाचार को इंगित करता है।
प्रभाव: यह खबर भारतीय शेयर बाजार पर सकारात्मक प्रभाव डालती है क्योंकि यह इक्विटी स्कीम्स में निरंतर निवेशक रुचि और पूंजी प्रवाह को दर्शाती है। बढ़ता हुआ AUM बाजार की वृद्धि और निवेशक विश्वास को दर्शाता है, जिससे संभावित रूप से बाजार की तरलता और मूल्यांकन में वृद्धि हो सकती है।