Mutual Funds
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Updated on 06 Nov 2025, 03:55 am
Reviewed By
Akshat Lakshkar | Whalesbook News Team
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फ्रैंकलिन टेम्पलटन इंडिया ने फ्रैंकलिन इंडिया मल्टी-फैक्टर फंड (FIMF) लॉन्च किया है, जो एक ओपन-एंडेड इक्विटी स्कीम है जिसे लंबी अवधि में पूंजी वृद्धि के लिए डिज़ाइन किया गया है और यह डेटा-संचालित, मात्रात्मक निवेश रणनीति का उपयोग करती है। न्यू फंड ऑफर (NFO) की अवधि 10 नवंबर से 24 नवंबर, 2023 तक है, जिसका निर्गम मूल्य ₹10 प्रति यूनिट है। यह फंड इक्विटी और इक्विटी-संबंधित साधनों में निवेश करेगा, जो बाजार पूंजीकरण के अनुसार भारत की शीर्ष 500 कंपनियों के होंगे।\n\nनिवेश दृष्टिकोण एक मालिकाना मॉडल का उपयोग करता है जिसमें चार प्रमुख कारक शामिल हैं: क्वालिटी, वैल्यू, सेंटीमेंट और अल्टरनेटिव्स (QVSA)। यह मॉडल स्टॉक का चयन करने के लिए 40 से अधिक मात्रात्मक और गुणात्मक संकेतकों का मूल्यांकन करता है। रणनीति में जोखिम प्रबंधन तकनीकें भी शामिल हैं जिनके माध्यम से क्षेत्रों, कंपनी के आकार और निवेश शैलियों में एक्सपोजर को पुनर्संतुलित किया जा सकता है, जिसका उद्देश्य डाउनसाइड अस्थिरता को कम करना और विविधीकरण बढ़ाना है।\n\nअविनाश सत्वालेंकर, प्रेसिडेंट, फ्रैंकलिन टेम्पलटन–इंडिया ने बताया कि फंड उन्नत तकनीक और डेटा एनालिटिक्स को मानव निरीक्षण के साथ जोड़ता है, जो आधुनिक निवेश प्रबंधन रुझानों को दर्शाता है। एडम पेट्रिक, एग्जीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट और हेड ऑफ फ्रैंकलिन टेम्पलटन इन्वेस्टमेंट सॉल्यूशंस ने नोट किया कि फंड को एक वैश्विक मात्रात्मक निवेश टीम का लाभ मिलता है जो $98 बिलियन से अधिक का प्रबंधन करती है। फंड मैनेजर अरिहंत जैन ने कहा कि व्यवस्थित, नियम-आधारित दृष्टिकोण कई निवेश शैलियों का लाभ उठाता है ताकि शक्तियों को पकड़ा जा सके और एकल-शैली निवेश से जुड़े जोखिमों को कम किया जा सके।\n\nफंड का बेंचमार्क बीएसई 200 टोटल रिटर्न इंडेक्स (TRI) है। NFO के दौरान न्यूनतम निवेश ₹5,000 है, और बाद के निवेश ₹1,000 से शुरू होते हैं। निवेश के एक वर्ष के भीतर भुनाने पर 0.5% का निकास शुल्क लागू होगा।\n\nप्रभाव\nयह लॉन्च एक परिष्कृत मात्रात्मक रणनीति को व्यापक भारतीय निवेशक आधार के लिए पेश करता है, जो डेटा-संचालित दृष्टिकोणों की ओर निवेश रुझानों को प्रभावित कर सकता है। यह निवेशकों को पारंपरिक स्टॉक चयन विधियों का विकल्प प्रदान करता है और उन लोगों को आकर्षित कर सकता है जो विविध, व्यवस्थित रूप से प्रबंधित इक्विटी एक्सपोजर चाहते हैं। भारतीय बाजार में मात्रात्मक निवेश की सफलता के मापक के रूप में फंड के प्रदर्शन पर बारीकी से नजर रखी जाएगी।