Mutual Funds
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29th October 2025, 4:22 PM

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SEBI ने म्यूचुअल फंड शुल्क संरचनाओं में महत्वपूर्ण बदलावों का प्रस्ताव करते हुए एक परामर्श पत्र (consultation paper) जारी किया है, जिसमें टोटल एक्सपेंस रेशियो (TER) और ब्रोकरेज शुल्क को लक्षित किया गया है। इसका उद्देश्य निवेशक रिटर्न और पारदर्शिता को बढ़ाना है।
मुख्य प्रस्ताव: - एक अतिरिक्त 5 बेसिस पॉइंट (bps) शुल्क को हटाना जो फंड हाउस एकत्र कर सकते थे। यह पहले एग्जिट-लोड क्रेडिट (exit-load credits) की भरपाई के लिए उपयोग किया जाता था और इक्विटी योजनाओं के लिए राजस्व का एक स्थिर स्रोत प्रदान करता था। - कैश इक्विटी ट्रेडों (cash equity trades) के लिए ब्रोकरेज शुल्क को 12 bps से घटाकर 2 bps करना। - एक स्वैच्छिक प्रदर्शन-लिंक्ड TER तंत्र (performance-linked TER mechanism) पर विचार करना। - TER के लिए संशोधित प्रकटीकरण मानदंड (disclosure norms) और गैर-पूल व्यवसायों (non-pooled businesses) का स्पष्ट पृथक्करण।
फंड हाउसों पर प्रभाव: जेफरीज के अनुसार, HDFC AMC और Nippon India AMC जैसे बड़े फंड हाउसों से FY27 में इन परिवर्तनों के कारण कर-पूर्व लाभ (profit before tax) में 8-10 प्रतिशत की कमी देखने की उम्मीद है। छोटे और नए एएमसी को वितरक भुगतान (distributor payouts) और विपणन प्रयासों को बनाए रखने में चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है, हालांकि SEBI ने सक्रिय ओपन-एंडेड योजनाओं (active open-ended schemes) के पहले दो स्लैब के लिए TER में 5 bps की ऊपर की ओर संशोधन का प्रस्ताव दिया है, जो कुछ राहत प्रदान कर सकता है। यह कदम परिचालन अनुशासन और पारदर्शिता को प्रोत्साहित करता है।
ब्रोकरों पर प्रभाव: ब्रोकरेज शुल्क में काफी कमी आने वाली है, 12 bps से 2 bps तक। हालांकि लेनदेन की मात्रा बढ़ी है, यह कमी ब्रोकर राजस्व को प्रभावित करेगी।
निवेशकों पर प्रभाव: निवेशक इसके प्राथमिक लाभार्थी हैं। कम TER और ब्रोकरेज का मतलब है उनके निवेश पर उच्च शुद्ध रिटर्न, जो म्यूचुअल फंड में धन सृजन उपकरण के रूप में विश्वास को मजबूत करता है। TER से वैधानिक लेवी (statutory levies) हटाने से फंड हाउस भविष्य की वैधानिक लागत परिवर्तनों को सीधे निवेशकों को हस्तांतरित कर पाएंगे।
उद्योग की प्रतिक्रिया: उद्योग के विशेषज्ञों प्रस्तावों की निवेशक-केंद्रित प्रकृति को स्वीकार करते हैं और बढ़े हुए AUM के कारण मामूली प्रभाव की उम्मीद करते हैं। हालांकि, वे लाभ मार्जिन पर दबाव को भी नोट करते हैं। फंड हाउस वितरकों पर कुछ प्रभाव डालने का प्रयास कर सकते हैं।
प्रभाव यह खबर भारतीय शेयर बाजार और भारतीय निवेशकों के लिए अत्यधिक प्रासंगिक है, क्योंकि यह सीधे म्यूचुअल फंड उद्योग को प्रभावित करती है, जो भारत में निवेश का एक महत्वपूर्ण घटक है। प्रस्तावित परिवर्तन फंड हाउस की लाभप्रदता, निवेशक रिटर्न और ब्रोकरों के संचालन को प्रभावित करेंगे। रेटिंग: 8/10
कठिन शब्दों की व्याख्या: टोटल एक्सपेंस रेशियो (TER): किसी निवेशक के म्यूचुअल फंड खाते से सालाना काटा जाने वाला शुल्क जो फंड हाउस के परिचालन और प्रबंधन खर्चों को कवर करता है। इसकी गणना फंड की संपत्ति प्रबंधन (AUM) के प्रतिशत के रूप में की जाती है। बेसिस पॉइंट (bps): वित्त में प्रयुक्त एक माप इकाई जो एक प्रतिशत के सौवें हिस्से को दर्शाता है। 100 बेसिस पॉइंट एक प्रतिशत के बराबर होता है। एसेट्स अंडर मैनेजमेंट (AUM): किसी वित्तीय संस्थान या फंड द्वारा प्रबंधित सभी संपत्तियों का कुल बाजार मूल्य। म्यूचुअल फंड के लिए, यह फंड द्वारा रखे गए सभी निवेशों का कुल मूल्य दर्शाता है। एग्जिट लोड (Exit Load): यदि कोई निवेशक एक निर्दिष्ट अवधि से पहले अपनी इकाइयों को भुनाता (बेचता) है तो म्यूचुअल फंड द्वारा लिया जाने वाला शुल्क। इसे अल्पकालिक निवेश को हतोत्साहित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। एक्टिव ओपन-एंडेड स्कीम्स (Active Open-Ended Schemes): म्यूचुअल फंड योजनाएं जिनकी शेयरों की निश्चित संख्या की कोई सीमा नहीं होती है और वे निवेशकों के लिए खरीदने या बेचने के लिए लगातार उपलब्ध रहती हैं। "एक्टिव" का मतलब है कि फंड मैनेजर बेंचमार्क इंडेक्स से बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रतिभूतियों को सक्रिय रूप से खरीदता और बेचता है। वैधानिक लेवी (Statutory Levies): सरकार द्वारा लगाए गए कर और अन्य अनिवार्य शुल्क। इस संदर्भ में, यह माल और सेवा कर (GST) और प्रतिभूति लेनदेन कर (STT) को संदर्भित करता है।