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ईडी ने अनिल अंबानी को फिर किया तलब! ₹40 करोड़ का गबन? बड़े खुलासे के साथ जांच जारी!

Law/Court

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Updated on 14th November 2025, 10:09 PM

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Author

Aditi Singh | Whalesbook News Team

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Crux:

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने रिलायंस ग्रुप के चेयरमैन अनिल अंबानी को सोमवार को पेश होने के लिए नया समन जारी किया है। वह शुक्रवार को जारी समन पर पेश नहीं हुए थे और वर्चुअल माध्यम से उपस्थित होने की पेशकश की थी। यह मामला एक हाईवे प्रोजेक्ट से जुड़ा है, जिसमें कथित तौर पर ₹40 करोड़ शेल कंपनियों के जरिए गबन किए गए, जिससे एक बड़े अंतरराष्ट्रीय हवाला नेटवर्क की जांच शुरू हो गई है।

ईडी ने अनिल अंबानी को फिर किया तलब! ₹40 करोड़ का गबन? बड़े खुलासे के साथ जांच जारी!

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Stocks Mentioned:

Reliance Infrastructure Limited

Detailed Coverage:

प्रवर्तन निदेशालय (ED) के अधिकारियों ने रिलायंस ग्रुप के चेयरमैन अनिल अंबानी को एक नया समन जारी किया है, जिसमें उन्हें सोमवार को अपने कार्यालय में उपस्थित होने का निर्देश दिया गया है। श्री अंबानी शुक्रवार को निर्धारित समन पर उपस्थित नहीं हो पाए थे, जिसके लिए उन्होंने वर्चुअल माध्यम से उपस्थित होने की पेशकश की थी और पूर्ण सहयोग का वचन दिया था। हालांकि, ईडी ने उनकी व्यक्तिगत उपस्थिति पर जोर दिया है और नया समन जारी किया है। यह जांच जयपुर-रींगस हाईवे प्रोजेक्ट से संबंधित है। रिपोर्टों से पता चलता है कि एंटी-मनी लॉन्ड्रिंग कानूनों के तहत अनिल अंबानी और उनकी कंपनियों की ₹7,500 करोड़ की संपत्ति जब्त करने के बाद, रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर से संबंधित ईडी की तलाशी में हाईवे प्रोजेक्ट से ₹40 करोड़ 'गबन' करने के आरोप सामने आए हैं। एजेंसी ने कहा कि सूरत स्थित शेल कंपनियों के माध्यम से दुबई में धनराशि भेजी गई, जिससे ₹600 करोड़ से अधिक के एक बड़े अंतरराष्ट्रीय हवाला नेटवर्क का खुलासा हुआ। प्रभाव: यह विकास रिलायंस ग्रुप की संस्थाओं, विशेष रूप से रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर के प्रति निवेशकों की भावना को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित कर सकता है। नियामक जांच और वित्तीय कदाचार के आरोप स्टॉक मूल्य में अस्थिरता पैदा कर सकते हैं और कॉर्पोरेट गवर्नेंस पर चिंता बढ़ा सकते हैं। बड़े हवाला नेटवर्क की जांच से व्यापक आर्थिक और वित्तीय प्रभाव की भी संभावना है। रेटिंग: 7/10 कठिन शब्दों की व्याख्या: विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (FEMA): भारत में एक कानून जो विदेशी मुद्रा प्रबंधन से संबंधित कानून को समेकित और संशोधित करने के लिए अधिनियमित किया गया है, जिसका उद्देश्य भारत में विदेशी मुद्रा बाजार के रखरखाव और व्यवस्थित विकास को सुविधाजनक बनाना है। प्रवर्तन निदेशालय (ED): भारत की एक कानून प्रवर्तन एजेंसी जो आर्थिक कानूनों को लागू करने और आर्थिक अपराध से लड़ने के लिए जिम्मेदार है। समन: किसी व्यक्ति को अदालत या जांच एजेंसी के समक्ष उपस्थित होने का आदेश। गबन (Siphoned): अवैध रूप से या गुप्त रूप से धन या संपत्ति को अपने उपयोग के लिए मोड़ना। शेल कंपनियां: मध्यस्थ के रूप में काम करने के लिए बनाई गई कंपनियां, जिनका उपयोग अक्सर मनी लॉन्ड्रिंग या कर चोरी जैसी अवैध गतिविधियों के लिए किया जाता है, क्योंकि उनके पास कोई महत्वपूर्ण संपत्ति या संचालन नहीं होता है। हवाला: धन हस्तांतरण की एक अनौपचारिक प्रणाली, जो औपचारिक बैंकिंग चैनलों के बाहर संचालित होती है, जिसका उपयोग वैध और अवैध दोनों उद्देश्यों के लिए किया जा सकता है।