अनिल अंबानी ने 15 साल पुराने विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (FEMA) मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) के साथ सहयोग करने की पेशकश की है। यह जांच जयपुर–रींगस हाईवे प्रोजेक्ट से जुड़े कथित 100 करोड़ रुपये के हवाला रैकेट से संबंधित है। अंबानी ने कहा है कि वे किसी भी समय, वर्चुअल माध्यम से भी, अपना बयान दर्ज कराने के लिए उपलब्ध हैं, और जोर दिया कि यह मामला एक घरेलू सड़क ठेकेदार से संबंधित है, न कि विदेशी मुद्रा के मुद्दों से।
अनिल अंबानी ने 2010 के विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (FEMA) मामले की जांच के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ED) के समक्ष स्वयं को उपलब्ध कराने की पेशकश की है। उन्होंने एक मीडिया विज्ञप्ति के माध्यम से कहा कि वे ED के लिए सुविधाजनक किसी भी तारीख और समय पर, वर्चुअल या रिकॉर्डेड वीडियो के माध्यम से अपना बयान दर्ज कराने के लिए तैयार हैं। यह तब हुआ जब उन्होंने पहले ED के समन को छोड़ दिया था। यह जांच जयपुर–रींगस हाईवे प्रोजेक्ट से संबंधित है, जहां ED को संदेह है कि लगभग 100 करोड़ रुपये हवाला मार्ग से विदेश भेजे गए थे। अंबानी के प्रवक्ता ने स्पष्ट किया कि FEMA मामला 15 साल पुराना है और इसमें एक सड़क ठेकेदार से जुड़े मुद्दे शामिल हैं। रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर को 2010 में जयपुर-रिंगस हाईवे के लिए एक ईपीसी (EPC) अनुबंध प्रदान किया गया था, जिसे पूरी तरह से घरेलू अनुबंध बताया गया जिसमें कोई विदेशी मुद्रा घटक नहीं था। परियोजना अब भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) के तहत पूरी हो चुकी है। यह जांच एक पिछले धन शोधन मामले से अलग है जहां अंबानी से उनके समूह की कंपनियों के खिलाफ कथित 17,000 करोड़ रुपये के बैंक धोखाधड़ी के संबंध में ED ने पूछताछ की थी। उनके प्रवक्ता ने यह भी उल्लेख किया कि अंबानी ने रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर में लगभग 15 वर्षों (अप्रैल 2007 से मार्च 2022 तक) तक एक गैर-कार्यकारी निदेशक के रूप में कार्य किया था और वे दिन-प्रतिदिन के संचालन के लिए जिम्मेदार नहीं थे। कुछ अनिल धीरूभाई अंबानी समूह (ADAG) की कंपनियों के शेयर की कीमतों में पिछले छह महीनों में गिरावट देखी गई है, जिसमें रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर 29.51% नीचे, रिलायंस पावर 6.86% नीचे, और रिलायंस कम्युनिकेशन 2.26% नीचे रही है। प्रभाव: इस खबर से अनिल अंबानी और व्यापक ADAG समूह से जुड़ी कंपनियों पर अधिक जांच हो सकती है। हालांकि मामला पुराना है और अंबानी सहयोग कर रहे हैं, किसी भी आगे की घटना से निवेशक भावना और संबंधित संस्थाओं के स्टॉक प्रदर्शन पर असर पड़ सकता है। सहयोग की पेशकश को मामले को सुलझाने की दिशा में एक सकारात्मक कदम के रूप में देखा जा सकता है। रेटिंग: 7/10। कठिन शब्द: प्रवर्तन निदेशालय (ED), विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (FEMA), हवाला, ईपीसी अनुबंध (EPC Contract), गैर-कार्यकारी निदेशक (Non-executive Director), ADAG समूह।