IPO
|
Updated on 07 Nov 2025, 09:34 am
Reviewed By
Abhay Singh | Whalesbook News Team
▶
यह खबर भारत में कई आगामी इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग्स (आईपीओ) के लिए ग्रे मार्केट में एक सकारात्मक प्रवृत्ति को उजागर करती है। फिजिक्सवाला, एमवी फोटovoltaic पावर, और टेनेको क्लीन एयर इंडिया के लिए ग्रे मार्केट प्रीमियम (जीएमपी) में प्रति शेयर 5 रुपये से 96 रुपये तक की उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है। जीएमपी में यह वृद्धि बाजार सहभागियों द्वारा निवेशक उत्साह और विश्वास का एक मजबूत संकेतक मानी जा रही है।
विशेष रूप से, फिजिक्सवाला, एक एडटेक कंपनी, ने अपना आईपीओ मूल्य बैंड 103-109 रुपये प्रति शेयर तय किया है, जिसका संभावित मूल्यांकन 31,500 करोड़ रुपये है। सोलर मॉड्यूल और सेल निर्माता एमवी फोटovoltaic पावर का मूल्य बैंड 206-217 रुपये प्रति शेयर है, जो कंपनी का मूल्यांकन 15,000 करोड़ रुपये से अधिक करता है। टेनेको क्लीन एयर इंडिया, जो यूएस-आधारित टेनेको ग्रुप की सहायक कंपनी है, 378-397 रुपये प्रति शेयर के मूल्य बैंड के साथ एक ऑफर फॉर सेल (ओएफएस) लॉन्च कर रही है, और उसने अपने इश्यू साइज को 3,600 करोड़ रुपये कर दिया है।
एक उच्च जीएमपी का मतलब है कि निवेशक प्री-आईपीओ बाजार में कंपनी द्वारा निर्धारित अधिकतम मूल्य से अधिक भुगतान करने को तैयार हैं, इस उम्मीद में कि शेयर स्टॉक एक्सचेंज पर उच्च मूल्य पर सूचीबद्ध होंगे। यह अक्सर सफल आवेदकों के लिए तत्काल लिस्टिंग लाभ में बदल जाता है। इन तीन कंपनियों के लिए जीएमपी में यह उछाल बताता है कि जब उनकी सब्सक्रिप्शन विंडो खुलेंगी तो मजबूत मांग की उम्मीद है।
**प्रभाव**: यह खबर भारतीय शेयर बाजार को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित कर सकती है, आगामी आईपीओ के प्रति निवेशक भावना को प्रभावित करके, संभावित रूप से इन कंपनियों के लिए उच्च सब्सक्रिप्शन दर और सकारात्मक लिस्टिंग प्रदर्शन की ओर ले जा सकती है। यह उत्साह अन्य कंपनियों की ओर भी बढ़ सकता है जो आईपीओ की योजना बना रही हैं। भारतीय शेयर बाजार पर प्रभाव की रेटिंग 8/10 है।
**कठिन शब्द:** * **ग्रे मार्केट प्रीमियम (जीएमपी):** यह वह अनौपचारिक प्रीमियम है जिस पर आईपीओ शेयर स्टॉक एक्सचेंज पर सूचीबद्ध होने से पहले ट्रेड होते हैं। यह निवेशक की मांग और अपेक्षित लिस्टिंग लाभ का एक संकेतक है। * **इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (आईपीओ):** यह पहली बार है जब कोई निजी कंपनी अपने शेयर जनता को पेश करती है, और वह सार्वजनिक रूप से कारोबार करने वाली इकाई बन जाती है। * **मूल्य बैंड:** वह सीमा जिसके भीतर कोई कंपनी आईपीओ के दौरान अपने शेयर जारी करने का इरादा रखती है। * **ऑफर फॉर सेल (ओएफएस):** ओएफएस में, मौजूदा शेयरधारक (जैसे प्रमोटर) कंपनी द्वारा नए शेयर जारी करने के बजाय जनता को अपने शेयर बेचते हैं। इससे प्राप्त आय बेचने वाले शेयरधारकों को मिलती है, कंपनी को नहीं। * **एंकर निवेशक:** संस्थागत निवेशक (जैसे म्यूचुअल फंड, एफआईआई) जो आम जनता के लिए आईपीओ खुलने से पहले उसके एक बड़े हिस्से की सदस्यता लेते हैं, और इश्यू को स्थिरता प्रदान करते हैं।