ग्लोबल फर्म थिंक इन्वेस्टमेंट्स ने आईपीओ से पहले PhysicsWallah में ₹136 करोड़ का निवेश किया

IPO

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Updated on 09 Nov 2025, 11:27 am

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Reviewed By

Akshat Lakshkar | Whalesbook News Team

Short Description:

ग्लोबल इन्वेस्टमेंट फर्म थिंक इन्वेस्टमेंट्स ने एडटेक यूनिकॉर्न PhysicsWallah में प्री-आईपीओ फंडिंग राउंड के तहत ₹136 करोड़ से अधिक का निवेश किया है। यह रणनीतिक निवेश ऐसे समय आया है जब PhysicsWallah अगले सप्ताह अपना ₹3,480 करोड़ का इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) लॉन्च करने की तैयारी कर रहा है, जिसमें शेयरों की कीमत ₹103 से ₹109 के बीच रखी गई है।

ग्लोबल फर्म थिंक इन्वेस्टमेंट्स ने आईपीओ से पहले PhysicsWallah में ₹136 करोड़ का निवेश किया

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PhysicsWallah

Detailed Coverage:

ग्लोबल इन्वेस्टमेंट फर्म थिंक इन्वेस्टमेंट्स ने एडटेक यूनिकॉर्न PhysicsWallah में ₹136 करोड़ से अधिक का निवेश किया है, जो एक महत्वपूर्ण प्री-आईपीओ फंडिंग राउंड है। इस निवेश के तहत थिंक इन्वेस्टमेंट्स ने PhysicsWallah के 14 कर्मचारियों से 1.07 करोड़ इक्विटी शेयर हासिल किए, जो 0.37% हिस्सेदारी के बराबर है। ये शेयर ₹127 प्रति शेयर की दर से खरीदे गए, जो अनुमानित IPO इश्यू प्राइस पर 17% प्रीमियम दर्शाता है। यह लेनदेन PhysicsWallah की भविष्य की संभावनाओं में निवेशकों के मजबूत विश्वास को रेखांकित करता है।

PhysicsWallah अपना ₹3,480 करोड़ का IPO 11 नवंबर को लॉन्च करने वाला है, जिसकी सब्सक्रिप्शन अवधि 13 नवंबर को समाप्त होगी। कंपनी ने ₹103 से ₹109 प्रति शेयर का प्राइस बैंड तय किया है, जिसका लक्ष्य ऊपरी सिरे पर ₹31,500 करोड़ से अधिक का मूल्यांकन है। IPO में ₹3,100 करोड़ का फ्रेश इश्यू शामिल है जिसका उद्देश्य विस्तार और विकास की पहलों को फंड करना है, साथ ही सह-संस्थापकों और प्रमोटरों अलख पांडे और प्रतीक बूबे द्वारा ₹380 करोड़ का ऑफर-फॉर-सेल (OFS) भी है। IPO के बाद, प्रमोटरों की हिस्सेदारी 80.62% से घटकर 72% हो जाएगी। शुरुआती निवेशक कोई भी हिस्सेदारी नहीं बेचेंगे।

प्रभाव: प्रीमियम पर यह महत्वपूर्ण प्री-आईपीओ निवेश PhysicsWallah के बिजनेस मॉडल और विकास पथ के लिए निवेशकों के मजबूत उत्साह का संकेत देता है। यह आगामी IPO के लिए संभावित मजबूत बाजार प्रतिक्रिया का सुझाव देता है, जो कंपनी को अपनी विस्तार योजनाओं के लिए पर्याप्त पूंजी प्रदान कर सकता है। निवेशकों के लिए, यह एक अग्रणी एडटेक फर्म के विकास में भाग लेने का अवसर प्रदान करता है। एक सफल IPO भारत में अन्य एडटेक कंपनियों के प्रति निवेशक भावना को भी सकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है, जिससे इस क्षेत्र में और अधिक सार्वजनिक लिस्टिंग को प्रोत्साहन मिल सकता है। प्रभाव रेटिंग: 8/10

कठिन शब्दावली: IPO (इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग): वह प्रक्रिया जिसके द्वारा एक निजी कंपनी पहली बार जनता को अपने शेयर पेश करती है, जिससे वह सार्वजनिक रूप से कारोबार करने वाली इकाई बन जाती है। प्री-आईपीओ फंडिंग राउंड: IPO के माध्यम से सार्वजनिक होने से पहले कंपनी के लिए एक पूंजी जुटाने वाला कार्यक्रम। यूनिकॉर्न: एक निजी तौर पर आयोजित स्टार्टअप कंपनी जिसका मूल्य $1 बिलियन से अधिक हो। इक्विटी शेयर: एक निगम में स्वामित्व की इकाइयाँ जो उसकी संपत्ति और आय पर दावा प्रस्तुत करती हैं। इश्यू प्राइस: वह मूल्य जिस पर IPO के दौरान जनता को शेयर पेश किए जाते हैं। ESOP लिक्विडेशन: कर्मचारी स्टॉक ओनरशिप प्लान (ESOPs) के माध्यम से कर्मचारियों द्वारा प्राप्त शेयरों की बिक्री। फैमिली ऑफिसेज: निजी संस्थाएँ जो अल्ट्रा-हाई-नेट-वर्थ व्यक्तियों या परिवारों के लिए निवेश और धन का प्रबंधन करती हैं। फ्रेश इश्यू: पूंजी जुटाने के लिए कंपनी द्वारा नए शेयरों का सृजन और बिक्री। ऑफर फॉर सेल (OFS): एक विकल्प जहाँ मौजूदा शेयरधारक अपने होल्डिंग्स का एक हिस्सा नए निवेशकों को बेचते हैं। प्रमोटर: कंपनी के संस्थापक और मुख्य व्यक्ति या संस्थाएँ जो कंपनी को नियंत्रित और प्रबंधित करते हैं।