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वियरेबल मेकर boAt ने मार्केट में बदलाव और वित्तीय सुधार के बीच ₹1,500 करोड़ के IPO के लिए फाइल किया

IPO

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30th October 2025, 12:22 PM

वियरेबल मेकर boAt ने मार्केट में बदलाव और वित्तीय सुधार के बीच ₹1,500 करोड़ के IPO के लिए फाइल किया

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Short Description :

कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी boAt इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) के ज़रिए ₹1,500 करोड़ जुटाने की कोशिश कर रही है। यह फाइलिंग ऐसे समय में आई है जब भारत का वियरेबल्स बाज़ार शिपमेंट में अपनी पहली वार्षिक गिरावट का सामना कर रहा है। boAt ने पिछले नुकसान के बाद FY25 में लाभप्रदता (profitability) में वापसी की सूचना दी है और इसका लक्ष्य ऑफलाइन रिटेल में विस्तार, ई-कॉमर्स पर निर्भरता कम करने, खर्चों को नियंत्रित करने और विदेशी बाज़ारों को खोजना है। यह कदम कंपनी के एक अधिक स्थिर कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स प्लेयर के रूप में विकसित होने की रणनीति को दर्शाता है।

Detailed Coverage :

वियरेबल्स मेकर boAt ₹1,500 करोड़ के इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) के साथ पब्लिक मार्केट में प्रवेश करने की तैयारी कर रहा है। इस महत्वपूर्ण फंड जुटाने में ₹500 करोड़ नए शेयर जारी करके और शेष राशि मौजूदा निवेशकों, जिनमें Warburg Pincus और कंपनी के संस्थापक शामिल हैं, की ओर से 'ऑफर फॉर सेल' (OFS) के माध्यम से आएगी। यह IPO एक महत्वपूर्ण मोड़ पर आया है, क्योंकि भारत का वियरेबल्स बाज़ार मंदी का सामना कर रहा है, जिसमें 2024 में शिपमेंट 11.3% कम हुई है।

लगातार वर्षों के नुकसान के बाद, boAt ने वित्तीय सुधार दिखाया है, FY25 में ₹3,097.81 करोड़ के राजस्व पर ₹62 करोड़ का शुद्ध लाभ दर्ज किया है, और FY26 की पहली तिमाही में भी लाभ जारी रखा है। कंपनी रणनीतिक रूप से अपने बिज़नेस मॉडल को बदल रही है, जिसका लक्ष्य ई-कॉमर्स पर अपनी भारी निर्भरता (जो ऐतिहासिक रूप से राजस्व का 70% से अधिक रही है) को ऑफलाइन रिटेल में उपस्थिति बढ़ाकर (जो अब लगभग 29.5% है) संतुलित करना है। यह बदलाव Amazon और Flipkart जैसे प्रमुख ऑनलाइन मार्केटप्लेस पर निर्भरता कम करने की आवश्यकता से भी प्रेरित है, जो FY25 में बिक्री का 55.3% थे।

boAt का लक्ष्य ऑफलाइन चैनलों का लाभ उठाना है ताकि टियर 2 और टियर 3 शहरों के उन खरीदारों तक पहुंचा जा सके जो "टच एंड फील" (देखना और महसूस करना) पसंद करते हैं। इस रणनीति का उद्देश्य उच्च-मार्जिन वाले, प्रीमियम उत्पाद बेचना भी है, ताकि ऑनलाइन मूल्य युद्धों और भारी छूट के मुकाबले लाभप्रदता को स्थिर किया जा सके। प्रतिस्पर्धी भी अपनी ऑफलाइन उपस्थिति बढ़ा रहे हैं। हालांकि, इस ऑफलाइन विस्तार से लागतें बढ़ती हैं, जिससे वर्किंग कैपिटल की आवश्यकताएं और इन्वेंटरी दबाव बढ़ता है, Q1 FY26 में इन्वेंटरी दिन 62 दिन हो गए हैं। कंपनी भारत से बाहर भी अवसरों की तलाश कर रही है, पश्चिम एशिया, दक्षिण पूर्व एशिया और दक्षिण एशिया के बाज़ारों पर ध्यान केंद्रित कर रही है, हालांकि भारत वर्तमान में उसके राजस्व का 99% से अधिक है।

प्रभाव: यह खबर सीधे तौर पर कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र में एक नई लिस्टिंग के संकेत से भारतीय शेयर बाज़ार को प्रभावित करती है, जिस पर निवेशक बारीकी से नज़र रखते हैं। boAt के IPO की सफलता और उसके रणनीतिक बदलाव का असर इसी तरह की कंपनियों और भारत में व्यापक टेक हार्डवेयर बाज़ार के प्रति निवेशक भावना को प्रभावित कर सकता है। कंपनी का वित्तीय सुधार और उसकी ऑफलाइन रणनीति को लागू करने की क्षमता संभावित निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण कारक होंगे। इस खबर के लिए संभावित बाज़ार प्रभाव रेटिंग 7/10 है, क्योंकि यह एक महत्वपूर्ण आगामी IPO और एक प्रमुख कंज्यूमर सेगमेंट में एक प्रमुख खिलाड़ी के लिए रणनीतिक बदलाव का प्रतिनिधित्व करता है।