IPO
|
Updated on 30 Oct 2025, 04:01 pm
Reviewed By
Aditi Singh | Whalesbook News Team
▶
प्रमुख आईवियर रिटेलर Lenskart Solutions Ltd, अपने इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) की तैयारी कर रही है और इसने एंकर बुक के लिए असाधारण मांग देखी है। एंकर बुक, जो संस्थागत निवेशकों के लिए प्री-IPO आवंटन है, में लगभग ₹68,000 करोड़ की कुल बोलियाँ प्राप्त हुईं। यह अपेक्षाओं से काफी ज़्यादा है, जो ₹7,278.02 करोड़ के कुल IPO इश्यू साइज़ का लगभग दस गुना और एंकर बुक के इच्छित आकार का बीस गुना है।
एंकर बुक की बोलियों का लगभग 52% विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) से आया। प्रमुख FII प्रतिभागियों में BlackRock, GIC, Fidelity, Nomura, और Capital International जैसे वैश्विक एसेट मैनेजमेंट दिग्गज शामिल थे। घरेलू निवेशकों ने भी मज़बूत दिलचस्पी दिखाई, जिसमें SBI Mutual Fund, ICICI Prudential Mutual Fund, HDFC Mutual Fund, Kotak Mutual Fund, और Birla Sun Life Mutual Fund जैसे प्रमुख म्यूचुअल फंड हाउस ने शेयरों के लिए बोली लगाई। कुल मिलाकर, 70 से अधिक निवेशकों ने एंकर बुक में भाग लिया।
IPO सार्वजनिक सब्सक्रिप्शन के लिए शुक्रवार, 31 अक्टूबर को खुलेगा और 4 नवंबर को बंद होगा। Lenskart लगभग ₹69,500 करोड़ के मूल्यांकन का लक्ष्य रख रहा है। शेयरों के लिए प्राइस बैंड ₹382 और ₹402 के बीच निर्धारित किया गया है। खुदरा निवेशकों के लिए 10% IPO आरक्षित होगा, जिसमें एक लॉट में 37 शेयर होंगे, जिसके लिए न्यूनतम निवेश ₹14,874 की आवश्यकता होगी।
प्रभाव: एंकर बुक के लिए भारी प्रतिक्रिया Lenskart के IPO और व्यापक भारतीय प्राइमरी मार्केट के लिए एक मज़बूत सकारात्मक संकेत है। यह कंपनी के बिज़नेस मॉडल और भविष्य की संभावनाओं में निवेशकों के उच्च विश्वास को दर्शाता है, जो संभावित रूप से एक सफल लिस्टिंग और अन्य आगामी IPOs में निवेशक रुचि को बढ़ा सकता है। इससे भारतीय शेयर बाज़ार में निवेश करने वाले खुदरा और संस्थागत निवेशकों के लिए बाज़ार की भावना को बढ़ावा मिल सकता है।
Impact Rating: 8/10
Difficult Terms Explained: Anchor Book: पब्लिक ऑफरिंग शुरू होने से पहले चुनिंदा संस्थागत निवेशकों को शेयरों का प्री-IPO आवंटन। यह विश्वास बनाने और मांग का अंदाज़ा लगाने में मदद करता है। Initial Public Offering (IPO): वह प्रक्रिया जिसके द्वारा एक निजी कंपनी पहली बार जनता को शेयर पेश करती है, और एक सार्वजनिक रूप से कारोबार करने वाली कंपनी बन जाती है। Foreign Institutional Investors (FIIs): विदेशी संस्थाएं, जैसे निवेश फंड या संस्थान, जो किसी दूसरे देश के वित्तीय बाज़ारों में निवेश करती हैं। Marquee Names: वित्तीय दुनिया में जाने-माने और अत्यंत सम्मानित निवेशकों या कंपनियों को संदर्भित करता है। Mutual Fund Houses: वे कंपनियाँ जो कई निवेशकों से धन एकत्र करके स्टॉक, बॉन्ड और मनी मार्केट इंस्ट्रूमेंट्स जैसे सिक्योरिटीज में निवेश करती हैं। Valuation: किसी कंपनी का अनुमानित मूल्य। Price Band: वह सीमा जिसके भीतर IPO शेयर जनता को पेश किए जाएंगे। Lot: IPO में आवेदन करने के लिए शेयरों की एक निश्चित संख्या।
Stock Investment Ideas
Stock Market Live Updates 04 November 2025: Stock to buy today: Sobha (₹1,657) – BUY
Consumer Products
Batter Worth Millions: Decoding iD Fresh Food’s INR 1,100 Cr High-Stakes Growth ...
Brokerage Reports
Vedanta, BEL & more: Top stocks to buy on November 4 — Check list
Tech
TVS Capital joins the search for AI-powered IT disruptor
Tech
Asian Stocks Edge Lower After Wall Street Gains: Markets Wrap
Mutual Funds
4 most consistent flexi-cap funds in India over 10 years
Energy
India's green power pipeline had become clogged. A mega clean-up is on cards.
Banking/Finance
Banking law amendment streamlines succession
Banking/Finance
Regulatory reform: Continuity or change?
Banking/Finance
SEBI is forcing a nifty bank shake-up: Are PNB and BoB the new ‘must-owns’?