IPO
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3rd November 2025, 8:39 AM
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Lenskart के इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) ने बोली के दूसरे दिन भी निवेशकों का महत्वपूर्ण ध्यान आकर्षित करना जारी रखा है। दोपहर 13:18 IST तक, पब्लिक इश्यू 1.68 गुना सब्सक्राइब हो गया था, जिसका मतलब है कि 9.98 करोड़ शेयरों की उपलब्धता के मुकाबले 16.80 करोड़ शेयरों के लिए बोलियां प्राप्त हुईं। रिटेल निवेशकों ने विशेष रूप से सक्रियता दिखाई है, अपने आवंटित हिस्से को 2.77 गुना सब्सक्राइब करके कंपनी में मजबूत विश्वास जताया है। Lenskart के कर्मचारियों के लिए कोटा भी मजबूत रुचि देख रहा था, जो 2.23 गुना सब्सक्राइब हुआ। क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIBs), जो अक्सर संस्थागत भावना का एक प्रमुख संकेतक होते हैं, ने 1.49 गुना सब्सक्रिप्शन के साथ मजबूत रुचि बनाए रखी। नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NIIs) ने भी अच्छी भागीदारी की, उनका कोटा 1.34 गुना सब्सक्राइब हुआ, विशेष रूप से NIIs के लिए INR 10 लाख तक बोली लगाने वाले सेगमेंट में 1.80 गुना सब्सक्रिप्शन देखा गया। प्रभाव सब्सक्रिप्शन का यह मजबूत स्तर Lenskart के आगामी शेयर बाजार में डेब्यू के लिए एक सकारात्मक संकेत है। यह विभिन्न निवेशक श्रेणियों से उच्च मांग का सुझाव देता है, जो संभावित रूप से एक सफल लिस्टिंग और मजबूत शुरुआती मूल्य की ओर ले जा सकता है। एक सफल IPO कंपनी के मूल्यांकन (valuation) को बढ़ा सकता है और भविष्य के विकास के लिए पूंजी (capital) प्रदान कर सकता है। रेटिंग: 8/10
परिभाषाएं: IPO (Initial Public Offering): वह प्रक्रिया जिसके द्वारा एक निजी कंपनी पहली बार जनता को अपने शेयर पेश करती है, और सार्वजनिक रूप से कारोबार करने वाली कंपनी बन जाती है। रिटेल निवेशक (Retail Investors): व्यक्तिगत निवेशक जो ब्रोकरेज खाते के माध्यम से प्रतिभूतियां खरीदते या बेचते हैं। भारत में, यह आम तौर पर उन निवेशकों को संदर्भित करता है जो IPO में INR 2 लाख तक के शेयरों के लिए आवेदन करते हैं। क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIBs): SEBI के साथ पंजीकृत बड़े संस्थागत निवेशक जैसे म्यूचुअल फंड, पेंशन फंड और बीमा कंपनियां। नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NIIs): वे निवेशक जो IPO में INR 2 लाख से अधिक के शेयरों के लिए बोली लगाते हैं। इस श्रेणी में उच्च निवल मूल्य वाले व्यक्ति (high net-worth individuals) और कॉर्पोरेट निकाय शामिल हैं।