IPO
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Updated on 12 Nov 2025, 02:42 am
Reviewed By
Abhay Singh | Whalesbook News Team

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Tenneco Clean Air India, जो अमेरिकी कंपनी Tenneco Group से जुड़ी इकाई है, ने अपने इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) के सार्वजनिक सब्सक्रिप्शन के लिए खुलने से एक दिन पहले एंकर निवेशकों से ₹1,079.99 करोड़ जुटाए हैं। कुल 58 संस्थाओं ने एंकर बुक में भाग लिया, जिनमें एसबीआई म्यूचुअल फंड, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड और एचडीएफसी म्यूचुअल फंड जैसे प्रमुख भारतीय म्यूचुअल फंड के साथ-साथ ब्लैक रॉक और नॉर्वे के गवर्नमेंट पेंशन फंड ग्लोबल जैसे अंतरराष्ट्रीय निवेशक शामिल थे। इन निवेशकों को ₹397 प्रति शेयर की दर से 2.72 करोड़ से अधिक इक्विटी शेयर आवंटित किए गए थे। आगामी IPO का मूल्य ₹3,600 करोड़ है और यह 12 नवंबर को सार्वजनिक सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगा, 14 नवंबर को बंद होगा, और इसका प्राइस बैंड ₹378-397 प्रति शेयर निर्धारित किया गया है। कंपनी का लक्ष्य ऊपरी प्राइस बैंड पर ₹16,000 करोड़ से अधिक का मूल्यांकन हासिल करना है। विशेष रूप से, यह पेशकश प्रमोटर Tenneco Mauritius Holdings Ltd द्वारा पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल (OFS) है, जिसका अर्थ है कि Tenneco Clean Air India स्वयं कोई नई पूंजी नहीं जुटाएगी, क्योंकि सभी proceeds बिकवाली करने वाले शेयरधारक को मिलेंगे। इश्यू का आकार ₹3,000 करोड़ से बढ़ाकर ₹3,600 करोड़ कर दिया गया था। आवंटन में QIBs के लिए 50%, खुदरा निवेशकों के लिए 35%, और गैर-संस्थागत निवेशकों के लिए 15% शामिल है, जिसमें न्यूनतम बोली 37 शेयरों की है। शेयरों की लिस्टिंग 19 नवंबर को होने की उम्मीद है। IPO का प्रबंधन जेएम फाइनेंशियल, सिटीग्रुप ग्लोबल मार्केट्स इंडिया, एक्सिस कैपिटल और एचएसबीसी सिक्योरिटीज एंड कैपिटल मार्केट्स (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड द्वारा किया जा रहा है। प्रभाव: एंकर निवेशकों की ओर से मजबूत रुचि Tenneco Clean Air India की बाजार स्थिति और भविष्य की संभावनाओं में उच्च विश्वास दर्शाती है, जो लिस्टिंग के बाद सकारात्मक शुरुआत और निरंतर निवेशक रुचि का कारण बन सकती है। रेटिंग: 8/10। कठिन शब्द: IPO (Initial Public Offering): एक प्रक्रिया जिसमें एक निजी कंपनी पहली बार जनता को शेयर बेचती है। एंकर निवेशक: बड़े संस्थागत निवेशक जो विश्वास बनाने के लिए सार्वजनिक पेशकश से पहले शेयर खरीदने की प्रतिबद्धता करते हैं। ऑफर फॉर सेल (OFS): एक मौजूदा शेयरधारक अपने शेयर बेचता है; कंपनी को धन प्राप्त नहीं होता है। क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIBs): SEBI-अनुमोदित संस्थागत निवेशक। रिटेल निवेशक: व्यक्तिगत निवेशक जो एक निश्चित राशि तक के शेयर के लिए आवेदन करते हैं। नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NIIs): उच्च निवल मूल्य वाले व्यक्ति और कॉर्पोरेट जो खुदरा सीमाओं से ऊपर निवेश करते हैं। Bourses: शेयर बाज़ार।