IPO
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Updated on 05 Nov 2025, 01:26 pm
Reviewed By
Aditi Singh | Whalesbook News Team
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एडटेक दिग्गज PhysicsWallah (PW) ने ₹3,480 करोड़ जुटाने के लक्ष्य के साथ अपने इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) के लिए रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (RHP) जमा किया है। पब्लिक इश्यू में ₹3,100 करोड़ का फ्रेश इश्यू शामिल है, जो सीधे कंपनी को उसके विकास और संचालन के लिए पूंजी प्रदान करेगा, और ₹380 करोड़ तक का ऑफर फॉर सेल (OFS) भी है। OFS में, सह-संस्थापक और प्रमोटर Alakh Pandey और Prateek Boob, दोनों ₹190 करोड़ के शेयर बेचकर अपने पहले की नियोजित OFS आकार को कम कर रहे हैं। IPO सब्सक्रिप्शन के लिए 11 नवंबर को खुलेगा और 13 नवंबर को बंद होगा। एंकर निवेशकों के लिए बिडिंग अवधि 10 नवंबर को होगी। कंपनी को उम्मीद है कि उसके शेयर 18 नवंबर को स्टॉक एक्सचेंजों पर लिस्ट होंगे। PhysicsWallah कोई प्री-IPO प्लेसमेंट नहीं करेगी।
प्रभाव: यह IPO भारतीय एडटेक क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण घटना है, जो काफी निवेशक रुचि आकर्षित कर सकता है और समान कंपनियों के लिए एक वैल्यूएशन बेंचमार्क स्थापित कर सकता है। प्रमोटरों द्वारा OFS कम करना कंपनी के भविष्य की संभावनाओं में उनके विश्वास को दर्शाता है। इस फंडरेज़िंग से PhysicsWallah की विस्तार योजनाओं को गति मिलने की उम्मीद है। रेटिंग: 7/10।
कठिन शब्दों की व्याख्या: - रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (RHP): प्रतिभूति नियामक (जैसे SEBI) के पास दाखिल किया गया एक प्रारंभिक दस्तावेज़ है जिसमें कंपनी, उसके वित्तीय, IPO का उद्देश्य और संबंधित जोखिमों के बारे में विस्तृत जानकारी होती है, जो अंतिम प्रॉस्पेक्टस से पहले बदली जा सकती है। - इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO): एक प्रक्रिया जिसके द्वारा एक निजी कंपनी पहली बार जनता को अपने शेयर पेश करती है, और एक स्टॉक एक्सचेंज पर सूचीबद्ध इकाई बन जाती है। - फ्रेश इश्यू: कंपनी द्वारा सीधे अपने व्यावसायिक संचालन या विस्तार के लिए पूंजी जुटाने के लिए नए शेयर जारी करना। - ऑफर फॉर सेल (OFS): एक तंत्र जिसके तहत मौजूदा शेयरधारक (प्रमोटर या शुरुआती निवेशक) अपने होल्डिंग्स का एक हिस्सा नए निवेशकों को बेचते हैं। प्राप्तियां कंपनी को नहीं बल्कि बेचने वाले शेयरधारकों को मिलती हैं। - एंकर बिडिंग: एक प्री-IPO प्रक्रिया जिसमें संस्थागत निवेशक सार्वजनिक सब्सक्रिप्शन खुलने से एक दिन पहले इश्यू का एक हिस्सा सब्सक्राइब करते हैं, जिसका उद्देश्य विश्वास पैदा करना होता है। - प्री-IPO प्लेसमेंट: आधिकारिक IPO लॉन्च से पहले चुनिंदा निवेशकों को शेयर बेचना, जो आमतौर पर तय मूल्य पर होता है।