IPO
|
Updated on 10 Nov 2025, 01:13 am
Reviewed By
Abhay Singh | Whalesbook News Team
▶
Lenskart Solutions के बहुप्रतीक्षित इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) का स्टॉक मार्केट में डेब्यू नज़दीक है। IPO में निवेशकों की भागीदारी काफी मजबूत रही, बोली अवधि के दौरान यह 28 गुना से अधिक सब्सक्राइब हुआ। क्वालीफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर (QIB) श्रेणी विशेष रूप से लोकप्रिय रही, जो 45 गुना सब्सक्राइब हुई।
हालांकि, शुरुआती उत्साह काफी कम हो गया है। ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP), जिसने पहले लगभग 24% के लिस्टिंग लाभ की उम्मीद जताई थी, अब गिरकर लगभग 2% रह गया है। यह तेज गिरावट मजबूत सब्सक्रिप्शन संख्याओं के बावजूद, एक फीके बाज़ार डेब्यू की संभावना का संकेत देती है।
विश्लेषकों ने Lenskart के ऊंचे मूल्यांकन को लेकर चिंताएं जताई हैं, जिसका प्राइस-टू-अर्निंग्स (P/E) अनुपात लगभग 230 गुना है। Lenskart के CEO, Peyush Bansal ने मूल्यांकन पर चल रही बहस को स्वीकार करते हुए, कंपनी के वैल्यू क्रिएशन और दीर्घकालिक बाज़ार क्षमता पर जोर दिया, साथ ही 90% EBITDA कंपाउंड एन्युअल ग्रोथ रेट (CAGR) की रिपोर्ट भी दी।
सावधानी को और बढ़ाते हुए, Ambit Capital ने Lenskart को 'सेल' रेटिंग और ₹337 का लक्ष्य मूल्य दिया है, जो IPO प्राइस बैंड से अपेक्षित गिरावट का संकेत देता है। उन्होंने दीर्घकालिक विकास की संभावनाओं के बावजूद, मौजूदा मूल्यांकनों पर सीमित अवसर का हवाला दिया। 2010 में स्थापित Lenskart, एक ओमनीचैनल आईवियर रिटेलर है, जिसने FY25 में ₹6,625 करोड़ के राजस्व पर ₹297 करोड़ का शुद्ध लाभ दर्ज किया, जो FY24 के नुकसान से एक महत्वपूर्ण सुधार है।
**प्रभाव:** यह खबर उच्च-मूल्यांकन वाले IPOs के प्रति सतर्क निवेशक भावना पैदा कर सकती है। GMP में तेज गिरावट और एक प्रमुख ब्रोकरेज की 'सेल' रेटिंग, मजबूत शुरुआती सब्सक्रिप्शन के बावजूद, Lenskart के लिए संभावित अस्थिरता या फीके लिस्टिंग का संकेत दे सकती है। बाजार बारीकी से देखेगा कि निवेशक मूल्यांकन संबंधी चिंताओं पर कंपनी की विकास गाथा की तुलना में कैसे प्रतिक्रिया करते हैं।