IPO
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Updated on 05 Nov 2025, 12:50 am
Reviewed By
Abhay Singh | Whalesbook News Team
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दलाल स्ट्रीट में मंगलवार को काफी हलचल देखी गई, जहाँ दो हाई-प्रोफाइल इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग्स (IPOs) ने निवेशकों की पूंजी आकर्षित करने की कोशिश की, जिनका संयुक्त लक्ष्य लगभग ₹14,000 करोड़ जुटाना है।
₹7,278 करोड़ के Lenskart IPO ने बोली अवधि के अंत तक ज़बरदस्त सब्सक्रिप्शन हासिल किया, जो 28 गुना से अधिक रहा। संस्थागत निवेशकों ने मांग का नेतृत्व किया, जिन्होंने अपने हिस्से को 40 गुना से ज़्यादा सब्सक्राइब किया। यह मज़बूत प्रतिक्रिया कंपनी की महत्वाकांक्षी वैल्यूएशन को लेकर सोशल मीडिया पर चल रही चिंताओं और चर्चाओं के बावजूद आई, जिसका लक्ष्य प्राइस बैंड के ऊपरी छोर पर लगभग ₹70,000 करोड़ तक पहुंचना है।
इसी बीच, Billionbrains Garage Ventures, जो Groww ब्रांड नाम से जानी जाती है, ने अपना ₹6,632 करोड़ का IPO लॉन्च किया। शुरुआती दिन, IPO को 57% सब्सक्रिप्शन मिला, और खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित हिस्सा पूरी तरह से सब्सक्राइब हो गया। कंपनी ने संस्थागत निवेशकों से प्री-IPO अलॉटमेंट के ज़रिए लगभग ₹2,985 करोड़ भी जुटाए थे। IPO 7 नवंबर को बंद होगा।
प्रभाव यह दोहरा IPO इवेंट भारतीय प्राइमरी मार्केट में मज़बूत निवेशक की भूख को दर्शाता है, खासकर उपभोक्ता और फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी सेक्टर की कंपनियों के लिए। वैल्यूएशन की चिंताओं के बावजूद इतने उच्च सब्सक्रिप्शन स्तर, बाजार में पर्याप्त लिक्विडिटी और निवेशक विश्वास का संकेत देते हैं। यह रुझान अधिक कंपनियों को सार्वजनिक लिस्टिंग के लिए प्रोत्साहित कर सकता है, जिससे विकास के लिए पूंजी मिलेगी और संबंधित बाजार क्षेत्रों को बढ़ावा मिलेगा। रेटिंग: 8/10।
परिभाषाएँ: IPO (Initial Public Offering): वह प्रक्रिया जिसके द्वारा एक निजी कंपनी पहली बार जनता को अपने शेयर बेचती है। सब्सक्रिप्शन (Subscription): IPO के लिए मांग का माप, जो इंगित करता है कि पेश किए गए शेयरों के लिए कितनी बार आवेदन किया गया है। संस्थागत निवेशक (Institutional Investors): बड़े वित्तीय संस्थान जैसे म्यूचुअल फंड, पेंशन फंड और बीमा कंपनियां जो पर्याप्त पूंजी का निवेश करती हैं। उच्च नेट वर्थ निवेशक (HNIs): ऐसे व्यक्ति जिनके पास महत्वपूर्ण वित्तीय संपत्ति होती है और जो प्रतिभूतियों में बड़ी राशि का निवेश करते हैं। वैल्यूएशन (Valuation): किसी कंपनी का अनुमानित आर्थिक मूल्य, जिसे अक्सर उसके मार्केट कैपिटलाइज़ेशन और भविष्य की कमाई की क्षमता से निर्धारित किया जाता है। प्राइस बैंड (Price Band): वह सीमा जिसके भीतर IPO के दौरान शेयर की कीमत की पेशकश की जाती है। प्री-IPO अलॉटमेंट (Pre-IPO Allotment): आम जनता के लिए IPO उपलब्ध होने से पहले विशिष्ट संस्थागत निवेशकों को शेयरों का आवंटन।