IPO की धूम: मीशो, एकुअस, विद्या वायर्स में निवेशकों की भीड़ - एक्सपर्ट की पसंद का खुलासा!
Overview
तीन IPO – मीशो, एकुअस और विद्या वायर्स – दूसरे दिन भी निवेशकों की भारी दिलचस्पी बटोर रहे हैं, पहले दिन ही कुछ घंटों में पूरी तरह सब्सक्राइब हो गए थे। 5 दिसंबर को सब्सक्रिप्शन बंद होने के साथ, खुदरा निवेशक वैल्यू और लिस्टिंग की संभावनाओं के लिए इनकी तुलना कर रहे हैं। एनालिस्ट प्रसेनजीत पॉल ने मीशो को तुरंत लिस्टिंग लाभ के लिए, एकुअस को उच्च-जोखिम वाले दीर्घकालिक निवेश के लिए, और विद्या वायर्स को एक स्थिर, रूढ़िवादी विकल्प के तौर पर सलाह दी है।
IPO की दौड़ तेज़: मीशो, एकुअस और विद्या वायर्स को मिल रहा है मजबूत निवेशक समर्थन
तीन प्रमुख इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) – मीशो, एकुअस और विद्या वायर्स – वर्तमान में निवेशकों की पूंजी के लिए प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं, और तीनों को अपने शुरुआती दिनों में जबरदस्त मांग देखी गई है। 5 दिसंबर को बंद होने वाली सब्सक्रिप्शन विंडो में, इन कंपनियों को घंटों के भीतर ही पूरी तरह से बुक कर लिया गया है, जिससे कई खुदरा निवेशकों को सबसे अच्छे मूल्य और लिस्टिंग की संभावनाओं की पहचान करने के लिए उनकी पेशकशों की सावधानीपूर्वक तुलना करने के लिए प्रेरित किया है।
IPO विवरण और सब्सक्रिप्शन में उछाल
बाजार ने इन तीन अलग-अलग IPOs पर उत्साहपूर्वक प्रतिक्रिया व्यक्त की है। मीशो का 5,421.20 करोड़ रुपये का इश्यू, जिसमें 4,250 करोड़ रुपये का फ्रेश इश्यू और 1,171.20 करोड़ रुपये का ऑफर फॉर सेल (OFS) शामिल है, तेजी से बढ़ते ई-कॉमर्स क्षेत्र में काम करता है। इसके रिटेल निवेशकों के हिस्से में आवंटित राशि से 4.13 गुना अधिक बोली लगाई गई। एयरोस्पेस और कंज्यूमर मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र की कंपनी एकुअस ने और भी मजबूत रिटेल रुचि आकर्षित की, जिसके रिटेल हिस्से को 12.16 गुना सब्सक्राइब किया गया, जिससे इसके 921.81 करोड़ रुपये के इश्यू (670 करोड़ रुपये फ्रेश इश्यू, 251.81 करोड़ रुपये OFS) के लिए कुल सब्सक्रिप्शन 3.56 गुना रहा। कॉपर और एल्यूमीनियम वायर्स पर केंद्रित एक छोटी कंपनी विद्या वायर्स ने अपने 300.01 करोड़ रुपये के इश्यू (274 करोड़ रुपये फ्रेश इश्यू, 26.01 करोड़ रुपये OFS) के लिए 4.43 गुना रिटेल सब्सक्रिप्शन हासिल किया, जिसके परिणामस्वरूप कुल सब्सक्रिप्शन 3.16 गुना रहा।
विश्लेषक का दृष्टिकोण: निवेशक चुनाव का मार्गदर्शन
पॉल एसेट और 129 वेल्थ फंड के फंड मैनेजर, इक्विटी रिसर्च एनालिस्ट प्रसेनजीत पॉल ने प्रत्येक IPO के लिए सबसे उपयुक्त निवेशक प्रोफाइल पर अंतर्दृष्टि प्रदान की है।
- मीशो: उन निवेशकों के लिए जो तत्काल लिस्टिंग लाभ की तलाश में हैं, मीशो को सबसे आकर्षक माना गया है। उच्च-विकास वाले ई-कॉमर्स क्षेत्र में इसका संचालन, विशेष रूप से टियर-2 और टियर-3 शहरों को लक्षित करना, महत्वपूर्ण विकास क्षमता प्रदान करता है। हालांकि, पॉल निवेशकों को लाभप्रदता और मूल्यांकन स्थिरता की बारीकी से निगरानी करने की सलाह देते हैं।
- एक्वियस: यह कंपनी उच्च-जोखिम क्षमता वाले दीर्घकालिक निवेशकों के लिए अनुशंसित है। एकियस को एयरोस्पेस और विनिर्माण में संरचनात्मक विषयों से लाभ होता है, लेकिन इसकी वर्तमान घाटे की स्थिति और व्यावसायिक चक्र अनिश्चितताएं इसे उच्च जोखिम के साथ सहज लोगों के लिए उपयुक्त बनाती हैं।
- विद्या वायर्स: एक सरल और अधिक स्थिर व्यवसाय के रूप में प्रस्तुत, विद्या वायर्स को रूढ़िवादी निवेशकों के लिए सलाह दी जाती है। हालांकि मीशो जैसा लिस्टिंग उत्साह उत्पन्न करने की संभावना नहीं है, इसका स्पष्ट व्यवसाय मॉडल पूर्वानुमान प्रदान करता है।
ग्रे मार्केट प्रीमियम और लिस्टिंग की उम्मीदें
लिस्टिंग से पहले बाजार की भावना की झलक ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) से मिलती है।
- मीशो: 45 रुपये का GMP रिपोर्ट करता है, जो 156 रुपये (111 रुपये अपर बैंड + 45 रुपये) की अनुमानित लिस्टिंग कीमत का सुझाव देता है, जो लगभग 40.54% संभावित लाभ का संकेत देता है।
- एक्वियस: 45.5 रुपये का GMP दिखाता है, जिसका अर्थ है 169.5 रुपये (124 रुपये अपर बैंड + 45.5 रुपये) की लिस्टिंग कीमत, जो लगभग 36.69% का अनुमानित लाभ है।
- विद्या वायर्स: 5 रुपये का GMP है, जो 57 रुपये (52 रुपये अपर बैंड + 5 रुपये) की लिस्टिंग कीमत का पूर्वानुमान लगाता है, जो लगभग 9.62% का मामूली लाभ दर्शाता है।
वर्तमान मांग, मूल्यांकन और GMP के आधार पर, मीशो और एकुअस लिस्टिंग लाभ के लिए मजबूत दावेदार के रूप में उभर रहे हैं, जबकि विद्या वायर्स स्थिरता को प्राथमिकता देने वालों के लिए आकर्षक है।
प्रभाव
- इन IPOs का सफल सब्सक्रिप्शन और संभावित मजबूत लिस्टिंग भारतीय प्राथमिक बाजार में निवेशकों के विश्वास को बढ़ा सकती है, जिससे अधिक कंपनियां सार्वजनिक होने के लिए प्रोत्साहित होंगी।
- जिन निवेशकों ने शेयरों के लिए सफलतापूर्वक बोली लगाई है, उन्हें लिस्टिंग के दिन बाजार के प्रदर्शन के आधार पर महत्वपूर्ण अल्पकालिक लाभ दिख सकता है।
- कंपनियों को पूंजी मिलेगी, जिसका उपयोग विस्तार, ऋण घटाने या अन्य रणनीतिक पहलों के लिए किया जा सकता है।
- प्रभाव रेटिंग: 7/10
कठिन शब्दों की व्याख्या
- IPO (Initial Public Offering): वह प्रक्रिया जिसके द्वारा एक निजी कंपनी पहली बार अपने शेयर जनता को पेश करती है, और एक सार्वजनिक रूप से कारोबार करने वाली कंपनी बन जाती है।
- सब्सक्रिप्शन (Subscription): वह प्रक्रिया जहां निवेशक IPO में शेयर खरीदने के लिए आवेदन करते हैं। जब कोई IPO ओवरसब्सक्राइब हो जाता है, तो उपलब्ध शेयरों से अधिक के लिए आवेदन किए जाते हैं।
- खुदरा निवेशक (Retail Investors): व्यक्तिगत निवेशक जो अपने खाते के लिए प्रतिभूतियों को खरीदते या बेचते हैं, आमतौर पर छोटी राशि का निवेश करते हैं।
- OFS (Offer For Sale): एक प्रावधान जहां मौजूदा शेयरधारक IPO के दौरान कंपनी द्वारा नए शेयर जारी करने के बजाय नए निवेशकों को अपने शेयर बेचते हैं।
- GMP (Grey Market Premium): वह अनौपचारिक प्रीमियम जिस पर IPO के शेयर स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टिंग से पहले ग्रे मार्केट में कारोबार करते हैं।
- मूल्य बैंड (Price Band): वह सीमा जिसके भीतर संभावित निवेशक IPO में शेयरों के लिए बोली लगा सकते हैं।
- लॉट साइज (Lot Size): IPO में किसी निवेशक को आवेदन करने के लिए आवश्यक शेयरों की न्यूनतम संख्या।
- लिस्टिंग लाभ (Listing Gains): वह लाभ जो एक निवेशक को स्टॉक एक्सचेंज पर डेब्यू लिस्टिंग के दिन स्टॉक मूल्य में वृद्धि होने पर होता है।
- व्यावसायिक चक्र (Business Cycles): अर्थव्यवस्था द्वारा समय के साथ अनुभव की जाने वाली आर्थिक गतिविधि में प्राकृतिक उतार-चढ़ाव, जिसमें विस्तार और संकुचन की अवधि शामिल है।
- व्यवसाय मॉडल (Business Model): किसी कंपनी की योजना कि वह अपने संचालन से राजस्व कैसे उत्पन्न करेगी और लाभ कैसे कमाएगी।

