International News
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Updated on 07 Nov 2025, 07:05 am
Reviewed By
Simar Singh | Whalesbook News Team
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पिछले साल की तुलना में अक्टूबर में चीन का वैश्विक निर्यात 1.1% सिकुड़ गया, जो सितंबर में दर्ज की गई 8.3% की वृद्धि से काफी अलग है। इस गिरावट का प्राथमिक कारण संयुक्त राज्य अमेरिका को भेजे जाने वाले शिपमेंट में 25% की तेज गिरावट थी, जो लगातार सात महीनों से दोहरे अंकों की गिरावट का सिलसिला जारी रखे हुए है। व्यापार में यह संकुचन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और चीनी नेता शी जिनपिंग द्वारा व्यापार युद्ध को कम करने के हालिया प्रयासों के बावजूद आया है, जिसमें टैरिफ कम करने और चीनी द्वारा अमेरिकी कृषि उत्पादों की खरीद बढ़ाने के समझौते शामिल हैं। निर्यात में यह मंदी वैश्विक मांग को प्रभावित करने वाले चल रहे व्यापारिक घर्षण का संकेत मानी जा रही है। सितंबर में 7.4% की तुलना में अक्टूबर में चीन के आयात में भी कमजोर वृद्धि देखी गई, जो केवल 1% बढ़ी, जिससे घरेलू खपत और एक लंबी प्रॉपर्टी सेक्टर की गिरावट को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं। गोल्डमैन सैक्स के अर्थशास्त्रियों को चीनी निर्यात मात्रा में भविष्य में सुधार की उम्मीद है, वे उम्मीद करते हैं कि यह सालाना 5%-6% बढ़ेगा। कैपिटल इकोनॉमिक्स का सुझाव है कि टैरिफ में कमी चौथी तिमाही में थोड़ी तेजी ला सकती है, जिसका अधिक महत्वपूर्ण प्रभाव अगले साल की पहली छमाही में अपेक्षित है। चीनी प्रीमियर ली कियांग ने हाल ही में मुक्त बाजारों और व्यापार के लिए समर्थन व्यक्त किया है। Impact: वैश्विक व्यापार में मंदी भारतीय निर्यात-उन्मुख क्षेत्रों और समग्र बाजार भावना को प्रभावित कर सकती है। रेटिंग: 5/10