International News
|
30th October 2025, 12:15 PM

▶
संयुक्त राज्य अमेरिका ने भारत को चाबहार बंदरगाह परियोजना से संबंधित अपने प्रतिबंधों से छह महीने की महत्वपूर्ण छूट प्रदान की है। भारत के विदेश मंत्रालय (एमईए) द्वारा घोषित यह छूट, भारत को ईरान में इस रणनीतिक बंदरगाह के विकास को जारी रखने की अनुमति देती है। चाबहार बंदरगाह क्षेत्रीय कनेक्टिविटी बढ़ाने और व्यापार मार्ग स्थापित करने के लिए महत्वपूर्ण है, विशेष रूप से अफगानिस्तान और मध्य एशियाई देशों तक पहुंच के लिए। मंत्रालय ने यह भी पुष्टि की कि संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ भारत की व्यापार वार्ता प्रगति पर है। इसके अलावा, भारत रूसी तेल कंपनियों पर हाल ही में लगाए गए अमेरिकी प्रतिबंधों के परिणामों की बारीकी से जांच कर रहा है। एक प्रवक्ता ने कहा कि ऊर्जा स्रोत पर भारत का दृष्टिकोण विविध स्रोतों से किफायती ऊर्जा सुरक्षित करने की आवश्यकता से प्रेरित है ताकि उसकी बड़ी आबादी की ऊर्जा सुरक्षा की मांगों को पूरा किया जा सके, और निर्णय वैश्विक बाजार की बदलती गतिशीलता को ध्यान में रखकर लिए जाते हैं। प्रभाव: यह विकास भारत की भू-राजनीतिक स्थिति और आर्थिक रणनीति पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालता है। चाबहार छूट बुनियादी ढांचा विकास और व्यापार मार्गों को सुगम बनाती है, जिससे क्षेत्रीय एकीकरण को बढ़ावा मिलता है। रूस पर प्रतिबंधों को ध्यान में रखते हुए ऊर्जा आयात के प्रति भारत का सतर्क दृष्टिकोण ऊर्जा सुरक्षा और आर्थिक स्थिरता के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है, जो उसकी अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा साझेदारी को प्रभावित कर सकता है। रेटिंग: 8/10।