Insurance
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Updated on 10 Nov 2025, 06:48 am
Reviewed By
Simar Singh | Whalesbook News Team
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श्रीराम जनरल इंश्योरेंस इस वित्तीय वर्ष के लिए ₹4,500 करोड़ के सकल लिखित प्रीमियम (Gross Written Premium) का लक्ष्य रखते हुए, 24% की मजबूत वृद्धि हासिल करने के लिए तैयार है, जो उद्योग की औसत वृद्धि दर से काफी अधिक है। सीईओ अनिल कुमार अग्रवाल ने यह दृष्टिकोण साझा करते हुए बताया कि मोटर बीमा खंड में तीव्र प्रतिस्पर्धा और आक्रामक मूल्य निर्धारण के कारण, जिसमें अक्सर बेंचमार्क दरों को तोड़ना और अत्यधिक डीलर कमीशन की पेशकश करना शामिल है, उनके गैर-मोटर व्यवसाय में केवल मामूली रूप से 9% की वृद्धि हुई है।
उद्योग की बाधाएं: एक प्रमुख लगातार चुनौती मोटर बीमा डेटा तक पहुंच की कमी है, जिसके बारे में कंपनी का मानना है कि यह बीमा पैठ (Penetration Levels) को स्थिर रख रहा है। श्रीराम जनरल इंश्योरेंस ने IRDAI और सरकार जैसे नियामक निकायों से डेटा साझा करने की सुविधा प्रदान करने या बिना बीमा वाले वाहनों के लिए SMS अलर्ट जैसे उपाय लागू करने का आग्रह किया है। इसके अलावा, फसल बीमा खंड में आक्रामक बोली के कारण लगभग 25% प्रीमियम में गिरावट आ रही है, भले ही कवरेज का विस्तार किया गया हो, जिससे श्रीराम को इस साल निविदाएं (Tenders) जीतने की उम्मीद नहीं है, हालांकि वे भाग लेना जारी रखेंगे। कंपनी इलेक्ट्रिक वाहन (EV) बीमा के प्रति भी सतर्क दृष्टिकोण अपना रही है क्योंकि इसमें अंडरराइटिंग (Underwriting) की जटिलताएं हैं, विशेष रूप से बैटरी क्षति के आकलन के संबंध में।
रणनीतिक दृष्टिकोण: कॉर्पोरेट कार्यों पर भी अपडेट दिए गए, जिसमें सनलाम की बढ़ी हुई हिस्सेदारी के अधिग्रहण में जटिल कानूनी प्रक्रियाओं के कारण देरी हो रही है, हालांकि जल्द ही पूरा होने की उम्मीद है। आईपीओ योजनाएं कंपनी के रोडमैप पर बनी हुई हैं, जिसकी अपेक्षित समय-सीमा लगभग दो साल है।
प्रभाव: यह खबर भारतीय गैर-जीवन बीमा क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण है। उद्योग की प्रतिकूल परिस्थितियों के बीच श्रीराम जनरल इंश्योरेंस का मजबूत प्रदर्शन एक मानक स्थापित कर सकता है। डेटा पहुंच, मूल्य युद्ध और EVs जैसे नए खंडों में अंडरराइटिंग की जटिलताओं जैसी उजागर की गई चुनौतियां प्रणालीगत हैं और अन्य बीमाकर्ताओं को भी प्रभावित करती हैं। सनलाम निवेश और भविष्य के आईपीओ जैसे कंपनी के रणनीतिक कदम, इसके विकास पथ और BFSI क्षेत्र में निवेशक भावना के लिए महत्वपूर्ण हैं।
प्रभाव रेटिंग: 7/10.
कठिन शब्द: Gross Written Premium (GWP): बीमा कंपनी द्वारा एक विशिष्ट अवधि के दौरान बेची गई सभी पॉलिसियों से अर्जित कुल प्रीमियम राशि, पुनर्बीमा लागतों (reinsurance costs) को घटाने से पहले। Motor Insurance Data: वाहन पंजीकरण, बीमा स्थिति, दावों के इतिहास आदि से संबंधित जानकारी, जो मोटर बीमा में सटीक जोखिम मूल्यांकन और मूल्य निर्धारण के लिए महत्वपूर्ण है। Penetration Levels: किसी देश या बाजार में बीमा उत्पादों की बिक्री और उपयोग का स्तर, जिसे अक्सर जीडीपी या जनसंख्या के प्रतिशत के रूप में मापा जाता है। Tenders: माल या सेवाएं आपूर्ति करने के लिए कंपनियों द्वारा प्रस्तुत औपचारिक प्रस्ताव, अक्सर सरकारी अनुबंधों या बड़े कॉर्पोरेट परियोजनाओं के लिए, जहां कीमतों और शर्तों पर बोली लगाई जाती है। Breaching the IIB rate: भारतीय बीमा सूचना ब्यूरो (Insurance Information Bureau of India) द्वारा अनुशंसित बेंचमार्क दरों से कम प्रीमियम पर बीमा पॉलिसियां बेचना। Commissions: बिचौलियों, जैसे डीलरों को बीमा पॉलिसियां बेचने के लिए दिया जाने वाला भुगतान। Underwriting: जोखिमों का आकलन करने और यह निर्धारित करने की प्रक्रिया कि क्या बीमा आवेदन स्वीकार करना है और किस प्रीमियम पर। E20 fuel: 20% इथेनॉल और 80% गैसोलीन का मिश्रण, जिसे जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता कम करने के लिए वाहनों में उपयोग के लिए बढ़ावा दिया जाता है।