Insurance
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Updated on 13th November 2025, 5:18 PM
Reviewed By
Akshat Lakshkar | Whalesbook News Team
वॉरबर्ग पिंग्कस कथित तौर पर इंडियाफर्स्ट लाइफ इंश्योरेंस में अपनी 26% हिस्सेदारी बेचने की योजना बना रहा है। कई प्रमुख वैश्विक वित्तीय निवेशक और रणनीतिक खिलाड़ी, जिनमें प्रूडेंशियल पीएलसी, बीएनपी पारिबा, क्रिसकैपिटल और नॉर्थवेस्ट वेंचर पार्टनर्स शामिल हैं, ने रुचि दिखाई है और ड्यू डिलिजेंस कर रहे हैं। यह कदम ऐसे समय में आया है जब वॉरबर्ग पिंग्कस आठ साल बाद बाहर निकलने की तलाश में है।
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वॉरबर्ग पिंग्कस, एक प्रमुख अमेरिकी प्राइवेट इक्विटी फर्म, मुंबई स्थित प्राइवेट लाइफ इंश्योरर इंडियाफर्स्ट लाइफ इंश्योरेंस में अपनी 26% हिस्सेदारी बेचने पर विचार कर रही है। यह कंपनी एक संयुक्त उद्यम (Joint Venture) है, जिसमें बैंक ऑफ बड़ौदा की 65% हिस्सेदारी और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की 9% हिस्सेदारी है।
कई उद्योग सूत्रों का संकेत है कि कई प्रमुख वित्तीय निवेशक और रणनीतिक कंपनियों ने इस हिस्सेदारी को खरीदने में रुचि व्यक्त की है। संभावित खरीदारों में यूके-स्थित प्रूडेंशियल पीएलसी और फ्रांसीसी बहुराष्ट्रीय बीएनपी पारिबा ग्रुप शामिल हैं। क्रिसकैपिटल और नॉर्थवेस्ट वेंचर पार्टनर्स जैसी निवेश फर्मों, जिन्हें वेल्स फारगो का समर्थन प्राप्त है, ने भी कथित तौर पर संपत्ति का मूल्यांकन किया है। कुछ शॉर्टलिस्ट किए गए बोलीदाताओं वर्तमान में सौदे के लिए ड्यू डिलिजेंस प्रक्रिया से गुजर रहे हैं।
वैश्विक फंडों और रणनीतिक भागीदारों द्वारा गठित कंसोर्टियम (Consortiums) भी एक संभावना है, और चल रही बातचीत के आधार पर सौदे की संरचना को समायोजित किया जा सकता है। वॉरबर्ग पिंग्कस ने मूल रूप से 2018 में इंडियाफर्स्ट लाइफ इंश्योरेंस में अपनी हिस्सेदारी हासिल की थी। इस बीमाकर्ता ने अक्टूबर 2022 में एक आरंभिक सार्वजनिक पेशकश (IPO) के लिए फाइल किया था, लेकिन योजनाओं को स्थगित कर दिया गया था। प्रबंधन ने कहा था कि आईपीओ को रोका नहीं गया है, बल्कि अनुकूल बाजार स्थितियों और निरंतर विकास की प्रतीक्षा है। 31 मार्च, 2025 तक, इंडियाफर्स्ट लाइफ इंश्योरेंस ने 1,425 करोड़ रुपये का व्यक्तिगत खुदरा प्रीमियम और 7,218 करोड़ रुपये का कुल प्रीमियम दर्ज किया था, और 16 मिलियन से अधिक ग्राहकों को सेवा प्रदान की है।
प्रभाव: यह खबर भारतीय बीमा क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण है। संभावित नए निवेशकों का प्रवेश या हिस्सेदारी के स्वामित्व में बदलाव से प्रतिस्पर्धा बढ़ सकती है, पूंजी प्रवाह हो सकता है, और संभवतः इंडियाफर्स्ट लाइफ इंश्योरेंस की रणनीतिक दिशा और विकास को प्रभावित कर सकता है। यह भारत के बढ़ते बीमा बाजार में विदेशी निवेशकों की निरंतर रुचि का भी संकेत देता है। रेटिंग: 7/10।
कठिन शब्द: संयुक्त उद्यम (Joint Venture): एक व्यावसायिक व्यवस्था जहाँ दो या दो से अधिक पक्ष एक विशिष्ट कार्य को पूरा करने के उद्देश्य से अपने संसाधनों को पूल करने के लिए सहमत होते हैं। प्राइवेट इक्विटी (Private Equity): निवेश फंड जो सार्वजनिक स्टॉक एक्सचेंजों पर कारोबार नहीं करते हैं, अक्सर महत्वपूर्ण रिटर्न के लिए उच्च विकास क्षमता वाली कंपनियों में निवेश करते हैं। रणनीतिक खिलाड़ी (Strategic Players): वे कंपनियाँ जो प्रतिस्पर्धात्मक लाभ प्राप्त करने, नए बाजारों तक पहुँचने, या केवल वित्तीय रिटर्न से परे संचालन को एकीकृत करने के लिए किसी दूसरी कंपनी में निवेश करती हैं। ड्यू डिलिजेंस (Due Diligence): किसी व्यवसाय या संभावित निवेश का एक व्यापक अन्वेषण और ऑडिट जहाँ लेन-देन से पहले सभी तथ्यों की पुष्टि की जाती है, जोखिमों का आकलन किया जाता है, और वित्तीय जानकारी की सटीकता को सत्यापित किया जाता है। कंसोर्टियम (Consortium): स्वतंत्र संस्थाओं (कंपनियों या व्यक्तियों) का एक समूह जो एक सामान्य उद्देश्य के लिए एक साझेदारी या गठबंधन बनाते हैं, जैसे कि एक बड़ा अधिग्रहण। आरंभिक सार्वजनिक पेशकश (IPO - Initial Public Offering): वह प्रक्रिया जिसके द्वारा एक निजी कंपनी स्टॉक एक्सचेंजों के माध्यम से जनता को अपने शेयर पहली बार पेश करती है, जिससे वह एक सार्वजनिक रूप से कारोबार करने वाली कंपनी बन जाती है।