Industrial Goods/Services
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Updated on 10 Nov 2025, 07:03 pm
Reviewed By
Simar Singh | Whalesbook News Team
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घरेलू स्टील बाजार में एक प्रमुख खिलाड़ी, जिंदल स्टेनलेस, यह उम्मीद कर रहा है कि स्टेनलेस स्टील की कीमतें निकट भविष्य में दबाव में रह सकती हैं। यह मुख्य रूप से चीन, वियतनाम और इंडोनेशिया से होने वाले भारी आयात के कारण है, जो वर्तमान घरेलू बाजार मूल्य की तुलना में 5-10% की छूट पर उपलब्ध हैं। प्रबंध निदेशक अभ्युदय जिंदल ने बताया कि ये छूटें बढ़ गई हैं, जिससे भारतीय उत्पादकों की प्रतिस्पर्धात्मकता प्रभावित हो रही है।\n\nइस स्थिति के जवाब में, भारतीय इस्पात संघ द्वारा प्रतिनिधित्व किए जाने वाले घरेलू स्टेनलेस स्टील उद्योग ने एंटी-डंपिंग शुल्क लगाने के लिए व्यापार उपचार महानिदेशालय (DGTR) से औपचारिक याचिका दायर की है। DGTR ने सितंबर के अंत में इन आयातों की जांच शुरू की, और जिंदल स्टेनलेस को सकारात्मक समाधान की उम्मीद है। इनमें से अधिकांश आयात 200 और 300 श्रृंखला के स्टेनलेस स्टील ग्रेड के हैं, जिनका उपयोग आमतौर पर बर्तनों, पाइपों और कुकवेयर में किया जाता है।\n\nबाहरी मूल्य निर्धारण दबावों के बावजूद, कंपनी के सितंबर तिमाही के लिए वित्तीय प्रदर्शन मजबूत रहा। जिंदल स्टेनलेस ने ₹808 करोड़ का समेकित शुद्ध लाभ दर्ज किया, जो साल-दर-साल लगभग 33% की वृद्धि है। समेकित राजस्व भी 11% से अधिक बढ़कर ₹10,893 करोड़ हो गया, और ब्याज, कर, मूल्यह्रास और परिशोधन से पहले की कमाई (EBITDA) साल-दर-साल 17% बढ़कर ₹1,388 करोड़ हो गई। कंपनी निरंतर घरेलू मांग की गति से प्रेरित होकर, लगातार विकास के लिए आशावादी है।\n\nप्रभाव:\nDGTR द्वारा एंटी-डंपिंग शुल्क लगाए जाने से घरेलू स्टेनलेस स्टील निर्माताओं पर मूल्य दबाव काफी कम हो सकता है, जिससे जिंदल स्टेनलेस जैसी कंपनियों के लिए मार्जिन और लाभप्रदता में सुधार हो सकता है। इसके विपरीत, यदि ऐसे शुल्क सुरक्षित नहीं होते हैं, तो प्रतिस्पर्धी आयात मूल्य निर्धारण के कारण मार्जिन में लगातार कमी आ सकती है। यह स्थिति भारतीय स्टेनलेस स्टील क्षेत्र और संबद्ध विनिर्माण उद्योगों के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है।\n\nप्रभाव रेटिंग: 7/10\n\nपरिभाषाएं:\n* **एंटी-डंपिंग ड्यूटी**: यह एक टैरिफ है जो किसी देश की सरकार आयातित वस्तुओं पर लगाती है जो निर्यात करने वाले देश में उनके उचित बाजार मूल्य से कम कीमत पर बेची जाती हैं। यह घरेलू उद्योगों को अनुचित प्रतिस्पर्धा से बचाने के लिए किया जाता है।\n* **व्यापार उपचार महानिदेशालय (DGTR)**: यह वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के तहत भारत की प्राथमिक जांच एजेंसी है जो डंपिंग, सब्सिडी और आयात से संबंधित सुरक्षा मुद्दों को देखती है, और व्यापार उपचारात्मक उपायों की सिफारिश करती है।\n* **FTA मार्ग**: फ्री ट्रेड एग्रीमेंट मार्ग। यह देशों के बीच व्यापार समझौतों को संदर्भित करता है जो टैरिफ और अन्य व्यापार बाधाओं को कम या समाप्त करते हैं, जिनका कभी-कभी व्यापार विचलन के लिए दुरुपयोग किया जा सकता है।