Industrial Goods/Services
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Updated on 12 Nov 2025, 10:24 am
Reviewed By
Aditi Singh | Whalesbook News Team

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वेल्सन कॉर्प लिमिटेड अगले कुछ वर्षों में लगभग 4 से 5 मिलियन टन पाइपों की महत्वपूर्ण मांग की उम्मीद कर रही है, जो मुख्य रूप से मध्य प्रदेश, राजस्थान और महाराष्ट्र में बड़े पैमाने पर नदी जोड़ो परियोजनाओं से आएगी। वेल्सन कॉर्प लिमिटेड के प्रबंध निदेशक और सीईओ विपुल माथुर ने कहा कि ये राज्य नदियों को जोड़ने के प्रयासों में अग्रणी हैं, जिससे वेल्सन इस आगामी मांग को पूरा करने के लिए अच्छी स्थिति में है। केन-बेतवा लिंक परियोजना, पार्वती-कालीसिंध-चंबल लिंक और दमनगंगा-पिंजल लिंक जैसी परियोजनाएं या तो कार्यान्वयन में हैं या उनकी विस्तृत परियोजना रिपोर्ट पूरी हो चुकी हैं। माथुर ने आशा व्यक्त की कि जल क्षेत्र को प्रभावित करने वाले हालिया "fund crunch" में सुधार होगा, और उम्मीद है कि अगले साल से फंड का प्रवाह फिर से शुरू होगा और मांग लौटेगी। कंपनी को सरकार की जल जीवन मिशन के तहत जल वितरण परियोजनाओं से भी बढ़ी हुई मांग की उम्मीद है, जिसका लक्ष्य ग्रामीण भारत के प्रत्येक घर में नल के पानी के कनेक्शन प्रदान करना है। इसके अलावा, वेल्सन कॉर्प घरेलू तेल और गैस क्षेत्र में भी एक उछाल की उम्मीद कर रही है, विशेष रूप से बड़े और छोटे व्यास के पाइपों के लिए, जिसमें सिटी गैस वितरण के लिए उपयोग किए जाने वाले ईआरडब्ल्यू पाइपों के लिए आकर्षक मूल्य निर्धारण और मजबूत मांग देखी गई है, जो एक और प्रमुख विकास चालक होने की उम्मीद है। प्रभाव यह खबर वेल्सन कॉर्प लिमिटेड के लिए महत्वपूर्ण रूप से सकारात्मक है, जो बड़े ऑर्डरों की एक पाइपलाइन का सुझाव देती है जो पर्याप्त राजस्व वृद्धि को गति दे सकती है। यह भारत के बुनियादी ढांचा क्षेत्र, विशेष रूप से जल प्रबंधन और ऊर्जा संचरण में एक संभावित पुनरुद्धार का भी संकेत देता है, जो संबंधित कंपनियों में निवेशकों के विश्वास को बढ़ा सकता है। मांग का पूर्वानुमान बड़े बुनियादी ढांचे के विकास पर सरकार के निरंतर ध्यान को रेखांकित करता है। प्रभाव रेटिंग: 8/10।