Industrial Goods/Services
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Updated on 13 Nov 2025, 07:33 am
Reviewed By
Akshat Lakshkar | Whalesbook News Team
मरीन इलेक्ट्रिकल्स इंडिया के शेयर की कीमत में 13 नवंबर को इंट्राडे में 7 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई। इस तेजी का मुख्य कारण कंपनी द्वारा ₹174.60 करोड़ के मूल्य के कई नए ऑर्डर हासिल करना था। एक महत्वपूर्ण ऑर्डर सीमेंस से ग्लोबल हाइपरस्केलर के JUI1A DC प्रोजेक्ट के लिए पावर डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम की आपूर्ति के लिए है, जिसकी डिलीवरी 12 महीनों में होने की उम्मीद है। एक अन्य ऑर्डर हिंदुस्तान शिपयार्ड से एक जहाज (11200) के इलेक्ट्रिकल कार्यों के लिए है, जिसे 36 महीनों के भीतर पूरा किया जाना है। इसके अतिरिक्त, मरीन इलेक्ट्रिकल्स को इक्विनिक्स इंडिया से अपने MB3.2 DC प्रोजेक्ट के लिए पावर डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम की आपूर्ति, स्थापना, परीक्षण और कमीशनिंग का ऑर्डर मिला है, जिसकी डिलीवरी समय-सीमा चार महीने है। ये नए अनुबंध कंपनी की ऑर्डर बुक को काफी बढ़ाते हैं, जिससे वर्तमान में कुल ऑर्डर बुक लगभग ₹966 करोड़ हो गई है। स्टॉक ने ₹333.00 का 52-सप्ताह का उच्च स्तर और ₹138.90 का निम्न स्तर भी छुआ, वर्तमान में यह अपने उच्च स्तर से नीचे और निम्न स्तर से काफी ऊपर कारोबार कर रहा है। प्रभाव यह खबर मरीन इलेक्ट्रिकल्स इंडिया के लिए अत्यधिक सकारात्मक है। बड़े ऑर्डर हासिल करने से राजस्व की दृश्यता और लाभप्रदता बढ़ती है, जिससे स्टॉक मूल्य में निरंतर वृद्धि हो सकती है। निवेशक संभवतः बढ़ी हुई ऑर्डर बुक और डेटा सेंटर व शिपबिल्डिंग में ग्राहकों के विविधीकरण पर अनुकूल प्रतिक्रिया देंगे। कठिन शब्दों की व्याख्या ग्लोबल हाइपरस्केलर: एक बहुत बड़ा क्लाउड कंप्यूटिंग प्रदाता जो दुनिया भर में बड़े उपयोगकर्ताओं और संगठनों को सेवा देता है, जैसे अमेज़ॅन वेब सर्विसेज, माइक्रोसॉफ्ट एज़्योर, या गूगल क्लाउड। DC प्रोजेक्ट: डेटा सेंटर प्रोजेक्ट। ये वे सुविधाएं हैं जहां सर्वर, स्टोरेज और नेटवर्किंग उपकरण जैसे कंप्यूटिंग इंफ्रास्ट्रक्चर रखे जाते हैं। इलेक्ट्रिकल वर्क्स: इलेक्ट्रिकल सिस्टम और कंपोनेंट्स की स्थापना, रखरखाव और मरम्मत से संबंधित कार्य। ऑर्डर बुक: किसी कंपनी द्वारा अपने ग्राहकों से सुरक्षित किए गए अधूरे अनुबंधों या ऑर्डरों का कुल मूल्य। मार्केट कैपिटलाइज़ेशन: किसी कंपनी के आउटस्टैंडिंग शेयरों का कुल बाजार मूल्य।