भारत ने वियतनामी स्टील आयात पर एंटी-डंपिंग ड्यूटी लगाई, चीनी स्टील के प्रवाह को रोकने के लिए

Industrial Goods/Services

|

Updated on 16 Nov 2025, 02:18 pm

Whalesbook Logo

Reviewed By

Satyam Jha | Whalesbook News Team

Short Description:

भारत ने वियतनाम से आने वाले हॉट-रोल्ड स्टील आयात पर पांच साल के लिए $121.55 प्रति टन की एंटी-डंपिंग ड्यूटी लगाई है। इसका उद्देश्य सस्ते चीनी स्टील को भारतीय बाजार में आने से रोकना है, क्योंकि वियतनामी स्टील अक्सर चीनी निर्यात के लिए एक माध्यम के रूप में कार्य करता है। डायरेक्टरेट जनरल ऑफ ट्रेड रेमेडीज ने जांच की थी, और यह ड्यूटी विशिष्ट प्रकार के स्टील पर लागू होगी। घरेलू उद्योग और विश्लेषक इस कदम का स्वागत कर रहे हैं, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि वियतनामी आयात कुल आयात का एक छोटा हिस्सा बनाते हैं, इसलिए चीनी स्टील को रोकने में इसका प्रभाव सीमित हो सकता है।
भारत ने वियतनामी स्टील आयात पर एंटी-डंपिंग ड्यूटी लगाई, चीनी स्टील के प्रवाह को रोकने के लिए

भारत ने वियतनाम से आने वाले विशेष हॉट-रोल्ड फ्लैट स्टील आयात पर पांच साल के लिए $121.55 प्रति टन की एंटी-डंपिंग ड्यूटी लागू की है। उद्योग पर्यवेक्षकों द्वारा इस व्यापारिक उपाय को भारत द्वारा सस्ते स्टील के प्रवाह से अपने घरेलू बाजार की रक्षा के लिए एक रणनीतिक कदम के रूप में देखा जा रहा है, जो मुख्य रूप से चीन से आता है। इस ड्यूटी के पीछे यह सामान्य अवलोकन है कि वियतनामी स्टील अक्सर व्यापार बाधाओं को बायपास करने के लिए चीनी स्टील शिपमेंट के लिए एक माध्यम (कंड्यूट) के रूप में कार्य करता है।

यह निर्णय डायरेक्टरेट जनरल ऑफ ट्रेड रेमेडीज (DGTR) द्वारा की गई एक व्यापक जांच के बाद आया है, जिसमें मूल्य निर्धारण प्रथाओं और भारतीय स्टील उत्पादकों पर इसके प्रतिकूल प्रभाव की जांच की गई थी। ड्यूटी मिश्र धातु (alloy) और गैर-मिश्र धातु (non-alloy) दोनों तरह के हॉट-रोल्ड फ्लैट स्टील पर लागू होती है, जिनकी मोटाई 25 मिमी तक और चौड़ाई 2,100 मिमी तक होती है। हालांकि, क्लैड, प्लेटेड, कोटेड और स्टेनलेस स्टील उत्पादों को इस लेवी से बाहर रखा गया है। अधिकांश वियतनामी निर्यातकों पर पूर्ण ड्यूटी दर लागू होती है, जबकि Hoa Phat Dung Quat Steel JSC को कम डंपिंग मार्जिन के कारण छूट मिली है।

हाल के व्यापार आंकड़ों से पता चलता है कि FY25 में भारत में 9.5 मिलियन टन स्टील का आयात हुआ, जिसमें पहले 11 महीनों में चीन से 2.4 मिलियन टन शामिल था। FY26 (अप्रैल-मई 2025) के लिए प्रारंभिक आंकड़ों में समग्र तैयार स्टील आयात में 27.6% की साल-दर-साल कमी और चीन से आयात में 47.7% की तेज गिरावट दिखाई गई है।

उद्योग विश्लेषकों का मानना है कि यह एंटी-डंपिंग ड्यूटी भारत की व्यापक व्यापार रक्षा रणनीति का हिस्सा है, जिसमें सेफगार्ड टैरिफ जैसे अन्य उपाय भी शामिल हैं। सरकार ने इस कदम को स्टील उत्पादन में आत्मनिर्भरता (आत्मनिर्भर भारत पहल) की ओर एक कदम बताया है।

घरेलू उद्योग द्वारा स्वागत के बावजूद, कुछ विशेषज्ञ चेतावनी दे रहे हैं कि वियतनामी आयात, भारत के कुल स्टील आयात का अपेक्षाकृत छोटा हिस्सा है। इसलिए, इस सेगमेंट को लक्षित करने से भारतीय बाजार में चीनी स्टील के समग्र प्रवेश को रोकने में केवल सीमित सफलता मिल सकती है। व्यापारिक विश्लेषक अब चीन की संभावित प्रतिक्रियाओं और उभरती मांग को पूरा करने के लिए घरेलू उद्योग की क्षमता की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं।

Impact:

इस खबर का भारत की व्यापार नीति और इसके घरेलू स्टील उद्योग पर सीधा प्रभाव पड़ता है। आयातित वियतनामी स्टील की लागत बढ़ाकर, इसका उद्देश्य स्थानीय उत्पादकों को कम मूल्य की प्रतिस्पर्धा से बचाना है, जिससे उनके मार्जिन और बाजार हिस्सेदारी को बढ़ावा मिल सकता है। यह भारतीय स्टील कंपनियों की लाभप्रदता और स्टॉक प्रदर्शन को प्रभावित कर सकता है। यह कदम भारत की 'मेक इन इंडिया' और आत्मनिर्भरता की प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है, जो प्रमुख आर्थिक विषय हैं।


Renewables Sector

भारत के सौर विनिर्माण में तेज़ी, अब ओवरकैपेसिटी की बाधा

भारत के सौर विनिर्माण में तेज़ी, अब ओवरकैपेसिटी की बाधा

सुजलॉन एनर्जी: विशेषज्ञ ने 70 रुपये का लक्ष्य बताया, निवेशकों को होल्ड करने की सलाह

सुजलॉन एनर्जी: विशेषज्ञ ने 70 रुपये का लक्ष्य बताया, निवेशकों को होल्ड करने की सलाह

भारत की हरित हाइड्रोजन क्रांति की शुरुआत! वैश्विक दिग्गजों ने हाइजेनको में डाले ₹1040 करोड़ (लगभग $125 मिलियन) – क्या आप ऊर्जा बदलाव के लिए तैयार हैं?

भारत की हरित हाइड्रोजन क्रांति की शुरुआत! वैश्विक दिग्गजों ने हाइजेनको में डाले ₹1040 करोड़ (लगभग $125 मिलियन) – क्या आप ऊर्जा बदलाव के लिए तैयार हैं?

भारत के सौर विनिर्माण में तेज़ी, अब ओवरकैपेसिटी की बाधा

भारत के सौर विनिर्माण में तेज़ी, अब ओवरकैपेसिटी की बाधा

सुजलॉन एनर्जी: विशेषज्ञ ने 70 रुपये का लक्ष्य बताया, निवेशकों को होल्ड करने की सलाह

सुजलॉन एनर्जी: विशेषज्ञ ने 70 रुपये का लक्ष्य बताया, निवेशकों को होल्ड करने की सलाह

भारत की हरित हाइड्रोजन क्रांति की शुरुआत! वैश्विक दिग्गजों ने हाइजेनको में डाले ₹1040 करोड़ (लगभग $125 मिलियन) – क्या आप ऊर्जा बदलाव के लिए तैयार हैं?

भारत की हरित हाइड्रोजन क्रांति की शुरुआत! वैश्विक दिग्गजों ने हाइजेनको में डाले ₹1040 करोड़ (लगभग $125 मिलियन) – क्या आप ऊर्जा बदलाव के लिए तैयार हैं?


Tech Sector

भारतीय कंपनियां AI का इस्तेमाल बढ़ा रही हैं, लेकिन बजट को लेकर सतर्क - EY-CII स्टडी का खुलासा

भारतीय कंपनियां AI का इस्तेमाल बढ़ा रही हैं, लेकिन बजट को लेकर सतर्क - EY-CII स्टडी का खुलासा

बजाज फाइनेंस ब्रांड बिल्डिंग और परिचालन के लिए AI और डिजिटल सेलिब्रिटी राइट्स का कर रहा है इस्तेमाल

बजाज फाइनेंस ब्रांड बिल्डिंग और परिचालन के लिए AI और डिजिटल सेलिब्रिटी राइट्स का कर रहा है इस्तेमाल

कॉग्निजेंट ने सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग और क्लाइंट पेशकशों को बढ़ावा देने के लिए एंथ्रोपिक के क्लॉड एआई को एकीकृत किया

कॉग्निजेंट ने सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग और क्लाइंट पेशकशों को बढ़ावा देने के लिए एंथ्रोपिक के क्लॉड एआई को एकीकृत किया

Nvidia कमाई का प्रीव्यू: AI की मांग बनाम निवेशकों का संदेह - अगले हफ़्ते क्या देखें

Nvidia कमाई का प्रीव्यू: AI की मांग बनाम निवेशकों का संदेह - अगले हफ़्ते क्या देखें

भारतीय कंपनियां AI का इस्तेमाल बढ़ा रही हैं, लेकिन बजट को लेकर सतर्क - EY-CII स्टडी का खुलासा

भारतीय कंपनियां AI का इस्तेमाल बढ़ा रही हैं, लेकिन बजट को लेकर सतर्क - EY-CII स्टडी का खुलासा

बजाज फाइनेंस ब्रांड बिल्डिंग और परिचालन के लिए AI और डिजिटल सेलिब्रिटी राइट्स का कर रहा है इस्तेमाल

बजाज फाइनेंस ब्रांड बिल्डिंग और परिचालन के लिए AI और डिजिटल सेलिब्रिटी राइट्स का कर रहा है इस्तेमाल

कॉग्निजेंट ने सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग और क्लाइंट पेशकशों को बढ़ावा देने के लिए एंथ्रोपिक के क्लॉड एआई को एकीकृत किया

कॉग्निजेंट ने सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग और क्लाइंट पेशकशों को बढ़ावा देने के लिए एंथ्रोपिक के क्लॉड एआई को एकीकृत किया

Nvidia कमाई का प्रीव्यू: AI की मांग बनाम निवेशकों का संदेह - अगले हफ़्ते क्या देखें

Nvidia कमाई का प्रीव्यू: AI की मांग बनाम निवेशकों का संदेह - अगले हफ़्ते क्या देखें