Industrial Goods/Services
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Updated on 14th November 2025, 2:48 PM
Author
Aditi Singh | Whalesbook News Team
भारत तेल टैंकरों और एलएनजी (LNG) वाहकों के निर्माण के लिए दक्षिण कोरिया की जहाज निर्माण विशेषज्ञता और निवेश की तलाश कर रहा है, जिसका लक्ष्य विदेशी-ध्वजांकित जहाजों पर अपनी निर्भरता कम करना है। केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने साझेदारी पर चर्चा के लिए प्रमुख कोरियाई शिपयार्डों से मुलाकात की। शिपिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया और राज्य तेल विपणन कंपनियों के बीच एक संयुक्त उद्यम (Joint Venture) बनाया जा रहा है, जो लगभग 59 जहाजों की खरीद करेगा, जिससे भारत की ऊर्जा सुरक्षा और आत्मनिर्भरता के लक्ष्यों को बढ़ावा मिलेगा।
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भारत रणनीतिक रूप से दक्षिण कोरिया की ओर देख रहा है, जो जहाज निर्माण में एक वैश्विक नेता है, ताकि वह अपने तेल टैंकरों और लिक्विफाइड नेचुरल गैस (LNG) वाहकों का बेड़ा बना सके। यह पहल भारत के कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस के परिवहन के लिए विदेशी जहाजों पर निर्भरता कम करने के व्यापक उद्देश्य का एक प्रमुख हिस्सा है। वर्तमान में, भारत के $150 बिलियन के वार्षिक कार्गो का केवल लगभग 20% भारतीय स्वामित्व वाले या ध्वजांकित जहाजों द्वारा ले जाया जाता है। पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री, हरदीप सिंह पुरी, एचडी हुंडई हैवी इंडस्ट्रीज (HD Hyundai Heavy Industries) और हनवा ओशन (Hanwa Ocean) सहित शीर्ष कोरियाई जहाज निर्माताओं के साथ सक्रिय रूप से जुड़ रहे हैं। उन्होंने भारत के तेजी से बढ़ते ऊर्जा अवसंरचना और शिपिंग उद्योग में महत्वपूर्ण निवेश अवसरों पर जोर दिया। एक महत्वपूर्ण विकास योजनाबद्ध संयुक्त उद्यम (JV) का गठन है जिसमें शिपिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (SCI) और इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड, भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड, और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड जैसी प्रमुख राज्य तेल विपणन कंपनियां शामिल होंगी। SCI 50% इक्विटी हिस्सेदारी के साथ प्रमुख शेयरधारक होगी, जबकि तेल कंपनियां 40% हिस्सेदारी रखेंगी, और शेष 10% सरकारी समुद्री विकास निधि से आएगा। इस JV का इरादा अगले कुछ वर्षों में लगभग 59 जहाजों की खरीद करना है, और जल्द ही बोलियां (tenders) जारी होने की उम्मीद है। कंपनी सेकंड-हैंड जहाजों के अधिग्रहण पर भी विचार करेगी। तेल कंपनियों से इन जहाजों को चार्टर करने की दीर्घकालिक प्रतिबद्धता की उम्मीद की जा रही है, जिसमें दरें बाजार सूचकांकों (market indexes) से जुड़ी होंगी। प्रभाव यह सहयोग भारत की स्वदेशी जहाज निर्माण क्षमता को बढ़ाने, तकनीकी उन्नति को बढ़ावा देने, रोजगार सृजित करने और राष्ट्र की ऊर्जा सुरक्षा और आर्थिक आत्मनिर्भरता को महत्वपूर्ण रूप से मजबूत करने के लिए तैयार है। इससे भारतीय शिपयार्डों और सहायक उद्योगों के लिए महत्वपूर्ण व्यवसाय भी मिल सकता है। प्रभाव रेटिंग: 8/10
कठिन शब्द LNG कैरियर्स: लिक्विफाइड नेचुरल गैस (LNG) के परिवहन के लिए डिज़ाइन किए गए विशेष जहाज, जो प्राकृतिक गैस को उसके तरल अवस्था में आसानी से परिवहन के लिए ठंडा किया जाता है। विदेशी-ध्वजांकित जहाज (Foreign-flagged Vessels): वे जहाज जो स्वामित्व या संचालन के देश से भिन्न देश में पंजीकृत होते हैं, अक्सर नियामक या लागत लाभ के कारण। पीएसयू कंपनियां (PSU Companies): पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग कंपनियां, जो सरकारी स्वामित्व वाले उद्यम हैं। संयुक्त उद्यम (Joint Venture - JV): एक व्यावसायिक व्यवस्था जिसमें दो या दो से अधिक कंपनियां किसी विशिष्ट परियोजना या गतिविधि को करने के लिए संसाधनों को पूल करती हैं।