Industrial Goods/Services
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Updated on 11 Nov 2025, 09:31 am
Reviewed By
Abhay Singh | Whalesbook News Team
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छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा गुजरात में आयोजित एक निवेशक शिखर सम्मेलन में गुजरात स्थित छह कंपनियों से महत्वपूर्ण निवेश की प्रतिबद्धताएँ प्राप्त हुईं, जिनका कुल मूल्य ₹33,320 करोड़ है और जिनसे 15,000 से अधिक नई नौकरियाँ पैदा होंगी। इस पहल का उद्देश्य छत्तीसगढ़ में आर्थिक विकास को बढ़ावा देना है, जो एक ऐसा क्षेत्र है जो लंबे समय से नक्सलवाद से जूझ रहा है।
टॉरेंट पावर सबसे बड़ी निवेशक बनकर उभरी, जिसने 1600 MW के थर्मल पावर प्लांट की स्थापना और 5,000 नौकरियाँ पैदा करने के लिए ₹22,900 करोड़ का निवेश करने का वादा किया। टॉरेंट फार्मास्यूटिकल्स ₹200 करोड़ फार्मास्युटिकल विनिर्माण सुविधा के लिए निवेश करेगी। दूसरा सबसे बड़ा वादा ऑनिक्स-थ्री एनरसोल प्राइवेट लिमिटेड से ₹9,000 करोड़ का आया, जो इलेक्ट्रोलाइज़र, ग्रीन हाइड्रोजन, ग्रीन अमोनिया और ग्रीन स्टील पर केंद्रित एक प्लांट लगाएगी, जिससे 4,000 नौकरियाँ सृजित होंगी। शल्बी हॉस्पिटल्स ₹300 करोड़ का निवेश मल्टीस्पेशियलिटी अस्पताल के लिए करने की योजना बना रही है। माला ग्रुप ₹700 करोड़ का निवेश 2GW सौर सेल सुविधा के लिए करेगी, जिससे 550 नौकरियाँ पैदा होंगी। सैफ़ायर सेमीकॉन ₹120 करोड़ का निवेश सेमीकंडक्टर और डिजिटलीकरण सुविधा के लिए करेगी, जिससे 4,000 लोगों को रोज़गार मिलने की उम्मीद है, जबकि लाइसियन लाइफ साइंसेज ने ₹100 करोड़ का निवेश करने का वादा किया है।
प्रभाव: निवेश की इस लहर से छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था को महत्वपूर्ण बढ़ावा मिलने, रोज़गार के अवसरों में वृद्धि होने और एक विकासशील क्षेत्र में बुनियादी ढाँचे और सामाजिक सेवाओं में सुधार होने की उम्मीद है। यह उन क्षेत्रों में निवेशक विश्वास में वृद्धि का संकेत देता है जिन्हें पहले उच्च-जोखिम वाला माना जाता था। हरित ऊर्जा और उन्नत विनिर्माण पर ध्यान केंद्रित करने से राज्य भविष्य के औद्योगिक विकास के लिए तैयार हो सकता है।