Industrial Goods/Services
|
Updated on 06 Nov 2025, 04:44 am
Reviewed By
Satyam Jha | Whalesbook News Team
▶
ग्रासिम इंडस्ट्रीज ने FY26 की दूसरी तिमाही के लिए 553 करोड़ रुपये का कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट दर्ज किया है, जो पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 76% की वृद्धि है। राजस्व भी 16.6% YoY बढ़कर 39,900 करोड़ रुपये हो गया, और कंसोलिडेटेड EBITDA 33.3% YoY बढ़कर 4,872 करोड़ रुपये हो गया, जिसमें सीमेंट और केमिकल सेगमेंट के मजबूत प्रदर्शन से मदद मिली। हालांकि, कंपनी के स्टैंडअलोन EBITDA में 5% की क्रमिक गिरावट देखी गई, जो क्लोर-अल्कली (CSF) डिवीजन के कमजोर प्रदर्शन और B2B और पेंट्स जैसे नए सेगमेंट में हुए नुकसान से प्रभावित हुई। इसके अतिरिक्त, ग्रासिम के पेंट्स सेगमेंट के CEO ने इस्तीफा दे दिया है। कंपनी ने अपने पेंट व्यवसाय में काफी पूंजीगत व्यय (capex) किया है, जिसमें पहले से ही 9,727 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं, जो नियोजित व्यय का 97% है। FY26 के लिए अनुमानित capex 2,300 करोड़ रुपये है। ब्रोकरेज फर्म नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने नतीजों पर प्रतिक्रिया देते हुए ग्रासिम का टारगेट प्राइस 2,971 रुपये से बढ़ाकर 3,198 रुपये कर दिया है, जो मौजूदा बाजार मूल्य से 11% का संभावित उछाल दिखाता है। उन्होंने 'होल्ड' रेटिंग बरकरार रखी है, जिसमें ग्रासिम को विस्कोस स्टेपल फाइबर (VSF) साइकिल के निचले स्तर पर पहुंचने और पेंट सेगमेंट की लंबी अवधि की संभावनाओं के कारण 'वैल्यू प्ले' माना जा रहा है। उनका कहना है कि Q2FY26 में बिरला ओपस ने उद्योग से बेहतर प्रदर्शन किया है। प्रभाव: इस खबर का सीधा असर ग्रासिम इंडस्ट्रीज के शेयर मूल्य और निवेशक भावना पर पड़ा है। मिश्रित Q2 नतीजे, खासकर पेंट्स जैसे नए सेगमेंट में आई गिरावट और स्टैंडअलोन EBITDA में क्रमिक कमी, शेयर की कीमत में गिरावट का कारण बने हैं। हालांकि, ब्रोकरेज फर्म नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज पेंट व्यवसाय और वैश्विक VSF साइकिल में लंबी अवधि की क्षमता देख रही है, जिसके कारण उन्होंने टारगेट प्राइस बढ़ाया है, जो कुछ सहारा दे सकता है। शेयरधारक भविष्य के प्रदर्शन, विशेष रूप से पेंट डिवीजन और ऋण स्तरों पर नज़र रखेंगे।