Whalesbook Logo

Whalesbook

  • Home
  • About Us
  • Contact Us
  • News
  • Stocks
  • Premium
Back

खनिज आयात खुला! भारत ने प्रमुख QCOs रद्द किए, उद्योग ने राहत की ली साँस

Industrial Goods/Services

|

Updated on 15th November 2025, 6:16 AM

Whalesbook Logo

Author

Aditi Singh | Whalesbook News Team

alert-banner
Get it on Google PlayDownload on App Store

Crux:

भारत के खान मंत्रालय ने निकल, तांबा और एल्यूमीनियम सहित सात प्रमुख खनिजों पर गुणवत्ता नियंत्रण आदेश (QCOs) रद्द कर दिए हैं। यह निर्णय उद्योग की कड़ी प्रतिक्रिया और कानूनी चुनौतियों के बाद आया है, जिसका उद्देश्य आपूर्ति श्रृंखला की बाधाओं को कम करना और निर्माताओं के लिए इनपुट लागत को स्थिर करना है। इस कदम से इलेक्ट्रिक वाहन, एयरोस्पेस और रक्षा जैसे क्षेत्रों के लिए आवश्यक कच्चे माल तक पहुँच में सुधार होने की उम्मीद है।

खनिज आयात खुला! भारत ने प्रमुख QCOs रद्द किए, उद्योग ने राहत की ली साँस

▶

Detailed Coverage:

खान मंत्रालय ने सात गुणवत्ता नियंत्रण आदेशों (QCOs) को रद्द कर दिया है, जिसके तहत निकल, तांबा और एल्यूमीनियम जैसे प्रमुख खनिजों के लिए भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) का पालन अनिवार्य था। यह महत्वपूर्ण नीतिगत बदलाव विभिन्न घरेलू उद्योग संघों के महीनों के कड़े विरोध के बाद आया है, जिन्होंने तर्क दिया था कि इन QCOs से कमी हो रही थी, इनपुट लागत बढ़ रही थी और उनके संचालन में बाधा आ रही थी। भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) द्वारा जारी QCOs में BIS लाइसेंस के बिना किसी उत्पाद पर मानक चिह्न (Standard Mark) होना और उनके आयात, निर्माण या बिक्री को प्रतिबंधित करना शामिल था। रद्द किए गए QCOs का उद्देश्य निम्न-गुणवत्ता वाले परिष्कृत धातुओं के आयात को रोकना था। हालाँकि, बॉम्बे मेटल एक्सचेंज और बॉम्बे नॉन-फेरस मेटल्स एसोसिएशन जैसे उद्योग निकायों ने बॉम्बे उच्च न्यायालय में इस मामले को उठाया था, यह तर्क देते हुए कि ये आदेश डाउनस्ट्रीम उपयोगकर्ताओं और व्यापक उद्योग के अस्तित्व के लिए हानिकारक थे। थिंक टैंक GTRI के प्रमुख अजय श्रीवास्तव ने इस वापसी के महत्व पर प्रकाश डाला, खासकर उन क्षेत्रों के लिए जो इन आयातित खनिजों पर निर्भर हैं। उन्होंने बताया कि निकल, जिसका भारत में कोई घरेलू उत्पादन नहीं है, स्टेनलेस स्टील, अलॉय स्टील और उन्नत एयरोस्पेस घटकों के लिए महत्वपूर्ण है। इसी तरह, सीसा (lead) पर QCOs हटाने से बैटरी निर्माताओं और रीसाइक्लर्स के लिए सुगम पहुँच सुनिश्चित होगी, जो वाहनों, दूरसंचार और सौर ऊर्जा में ऊर्जा भंडारण समाधानों की बढ़ती मांग का समर्थन करेगा। तांबा, जिसे भारत में एक महत्वपूर्ण खनिज के रूप में वर्गीकृत किया गया है, ट्रांसफार्मर, इलेक्ट्रिक वाहनों और पवन टर्बाइनों के लिए आवश्यक है। इन खनिजों पर आयात प्रतिबंधों में ढील से इनपुट लागत स्थिर होने और इन महत्वपूर्ण विनिर्माण क्षेत्रों में वृद्धि को समर्थन मिलने की उम्मीद है। Impact: भारतीय विनिर्माण और संबंधित क्षेत्रों पर इस खबर का महत्वपूर्ण सकारात्मक प्रभाव पड़ने की उम्मीद है। Rating: 7/10 Difficult Terms Explained: * QCOs (Quality Control Orders): ये सरकारी नियम हैं जो उत्पादों के निर्माण, आयात या बिक्री से पहले विशिष्ट गुणवत्ता मानकों, जो अक्सर भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) द्वारा निर्धारित होते हैं, को पूरा करना अनिवार्य करते हैं। * BIS (Bureau of Indian Standards): भारत का राष्ट्रीय मानक निकाय जो मानकीकरण, अंकन और गुणवत्ता प्रमाणन की गतिविधियों के सामंजस्यपूर्ण विकास के लिए जिम्मेदार है। * MSMEs (Micro, Small and Medium Enterprises): ये सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम हैं जिन्हें निवेश और टर्नओवर मानदंडों के आधार पर परिभाषित किया जाता है। वे भारत के औद्योगिक पारिस्थितिकी तंत्र का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं।


Startups/VC Sector

भारत की स्टार्टअप फंडिंग गिरी, लेकिन IPO की धूम ने मचाया दलाल स्ट्रीट पर धमाल!

भारत की स्टार्टअप फंडिंग गिरी, लेकिन IPO की धूम ने मचाया दलाल स्ट्रीट पर धमाल!


Economy Sector

भारत-कनाडा व्यापार वार्ता फिर से शुरू? गोयल ने एफटीए के लिए "सभी विकल्प खुले" होने का संकेत दिया!

भारत-कनाडा व्यापार वार्ता फिर से शुरू? गोयल ने एफटीए के लिए "सभी विकल्प खुले" होने का संकेत दिया!

भारतीय कमाई स्थिर: क्यों यह आर्थिक सुधार शेयर बाजार में उम्मीद जगा रहा है!

भारतीय कमाई स्थिर: क्यों यह आर्थिक सुधार शेयर बाजार में उम्मीद जगा रहा है!

अमेरिकी स्टॉक्स में तेज़ी, सरकारी कामकाज फिर से शुरू; अहम डेटा से पहले टेक दिग्गज आगे!

अमेरिकी स्टॉक्स में तेज़ी, सरकारी कामकाज फिर से शुरू; अहम डेटा से पहले टेक दिग्गज आगे!

भारतीय कंपनियों का QIP शोंकर: अरबों की उगाही, फिर स्टॉक्स गिरे! क्या है इसमें छिपा जाल?

भारतीय कंपनियों का QIP शोंकर: अरबों की उगाही, फिर स्टॉक्स गिरे! क्या है इसमें छिपा जाल?