Logo
Whalesbook
HomeStocksNewsPremiumAbout UsContact Us

एक्वेस आईपीओ में बंपर मांग: निवेशकों का उत्साह चरम पर, 22 गुना से अधिक सब्सक्राइब!

Industrial Goods/Services|5th December 2025, 7:48 AM
Logo
AuthorAbhay Singh | Whalesbook News Team

Overview

कॉन्ट्रैक्ट निर्माता एक्वेस (Aequs) के इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) में निवेशकों की भारी मांग देखी जा रही है, जो बोली के तीसरे दिन तक 22 गुना से अधिक सब्सक्राइब हो चुका है। खुदरा निवेशकों (Retail Investors) ने असाधारण रुचि दिखाई, उनका कोटा 52 गुना सब्सक्राइब हुआ, इसके बाद नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NIIs) 45 गुना पर रहे। क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIBs) ने 4.6 गुना सब्सक्रिप्शन लिया। 670 करोड़ रुपये के फ्रेश इश्यू और ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिए पूंजी जुटाने का लक्ष्य रखने वाले इस आईपीओ का मूल्य 118-124 रुपये प्रति शेयर रखा गया है। एक्वेस ने पहले एंकर निवेशकों से 413.9 करोड़ रुपये जुटाए थे। कंपनी प्रमुख एयरोस्पेस, खिलौना और उपभोक्ता टिकाऊ वस्तु ग्राहकों के लिए कंपोनेंट्स बनाती है और 10 दिसंबर को सूचीबद्ध होने की उम्मीद है।

एक्वेस आईपीओ में बंपर मांग: निवेशकों का उत्साह चरम पर, 22 गुना से अधिक सब्सक्राइब!

एक्वेस (Aequs) के इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) को निवेशकों की ओर से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिल रही है, जो बोली के तीसरे दिन दोपहर 12:08 IST तक प्रभावशाली 22 गुना से अधिक सब्सक्राइब हो चुका है। इस इश्यू को उपलब्ध 4.20 करोड़ शेयरों के मुकाबले 99.4 करोड़ शेयरों के लिए बोलियां मिलीं।

सब्सक्रिप्शन की स्थिति

  • खुदरा निवेशक (Retail Investors): इस श्रेणी में सबसे अधिक मांग देखी गई, जिसका कोटा उल्लेखनीय रूप से 52 गुना सब्सक्राइब हुआ। उन्होंने उनके लिए आरक्षित 76.92 लाख शेयरों के मुकाबले 39.8 करोड़ शेयरों के लिए बोलियां लगाईं।
  • गैर-संस्थागत निवेशक (NIIs): NIIs ने भी मजबूत रुचि दिखाई, 45 गुना सब्सक्रिप्शन लिया। उन्होंने ऑफर पर 1.15 करोड़ शेयरों के मुकाबले 51.9 करोड़ शेयरों के लिए बोली लगाई।
  • कर्मचारी (Employees): कंपनी के कर्मचारियों ने महत्वपूर्ण रुचि दिखाई, जिनका कोटा 23 गुना सब्सक्राइब हुआ, आरक्षित 1.9 लाख शेयरों के मुकाबले 44.1 लाख शेयरों के लिए बोली लगाई।
  • क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIBs): हालांकि अभी भी ओवरसब्सक्राइब हुआ है, QIBs ने श्रेणियों में सबसे कम रुचि दिखाई, उनका कोटा 4.6 गुना सब्सक्राइब हुआ, आरक्षित 2.3 करोड़ शेयरों के मुकाबले 10.3 करोड़ शेयरों के लिए बोलियां प्राप्त हुईं।

आईपीओ की संरचना और मूल्यांकन

  • एक्वेस आईपीओ में 670 करोड़ रुपये तक के फ्रेश इश्यू और 2.03 करोड़ शेयरों तक के ऑफर फॉर सेल (OFS) शामिल हैं।
  • कंपनी ने अपना आईपीओ मूल्य बैंड 118-124 रुपये प्रति शेअर तय किया है।
  • इस मूल्य बैंड के ऊपरी सिरे पर, एक्वेस का मूल्यांकन लगभग 8,316 करोड़ रुपये (लगभग 930 मिलियन डॉलर) होगा।

एंकर निवेशक फंडिंग

  • सार्वजनिक इश्यू खुलने से पहले, एक्वेस ने 2 दिसंबर को एंकर निवेशकों से सफलतापूर्वक 413.9 करोड़ रुपये जुटाए।
  • कुल 33 निवेशकों ने एंकर बुक में भाग लिया, जिन्होंने 3.3 करोड़ इक्विटी शेयरों की सदस्यता ली।
  • एंकर बुक में आवंटन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा, लगभग 57%, घरेलू म्यूचुअल फंडों (Domestic Mutual Funds) का था।

कंपनी की पृष्ठभूमि और वित्तीय स्थिति

  • 2006 में अरविंद मेलिगेरी द्वारा स्थापित, एक्वेस एक विविध कॉन्ट्रैक्ट निर्माता है जो एयरोस्पेस क्षेत्र के प्रमुख मूल उपकरण निर्माताओं (OEMs) के लिए अनुकूलित घटक बनाने के लिए जानी जाती है, जिसमें एयरबस (Airbus), बोइंग (Boeing), सफ्रान (Safran) और कोलिन्स एयरोस्पेस (Collins Aerospace) जैसे उद्योग दिग्गज शामिल हैं।
  • एयरोस्पेस के अलावा, एक्वेस खिलौना (toy) और उपभोक्ता टिकाऊ वस्तु (consumer durables) क्षेत्रों के ग्राहकों को भी पुर्जे सप्लाई करती है।
  • इसकी विनिर्माण क्षमता वैश्विक स्तर पर फैली हुई है, जिसकी सुविधाएं भारत, फ्रांस और संयुक्त राज्य अमेरिका में स्थित हैं।
  • वित्तीय रूप से, एक्वेस ने सुधार दिखाया है। वित्तीय वर्ष 26 की पहली छमाही (H1 FY26) के लिए, कंपनी अपने समेकित घाटे (Consolidated Loss) को 76.2% कम करके 17 करोड़ रुपये तक लाने में कामयाब रही, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के 71.7 करोड़ रुपये से कम है।
  • H1 FY26 के लिए इसका राजस्व 17% की महत्वपूर्ण वृद्धि के साथ 458.9 करोड़ रुपये से बढ़कर 537.2 करोड़ रुपये हो गया।

बाजार की उम्मीदें

  • एक्वेस के शेयरों के 10 दिसंबर को स्टॉक एक्सचेंजों पर सूचीबद्ध होने की उम्मीद है, जो एक सार्वजनिक रूप से कारोबार करने वाली कंपनी के रूप में इसकी शुरुआत को चिह्नित करेगा। मजबूत सब्सक्रिप्शन स्तर कंपनी की भविष्य की संभावनाओं में महत्वपूर्ण निवेशक विश्वास को दर्शाते हैं।

प्रभाव

  • मजबूत निवेशक मांग एक्वेस और कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर, विशेष रूप से एयरोस्पेस और संबंधित उद्योगों में, के प्रति सकारात्मक भावना का संकेत देती है। एक सफल लिस्टिंग निवेशक विश्वास को बढ़ा सकती है और संभावित रूप से इसी तरह की अन्य कंपनियों के मूल्यांकन को प्रभावित कर सकती है। मजबूत सब्सक्रिप्शन से स्टॉक एक्सचेंजों पर एक मजबूत शुरुआत हो सकती है, जो आईपीओ में भाग लेने वाले निवेशकों के लिए संभावित लाभ प्रदान करेगा।
  • प्रभाव रेटिंग: 8/10

कठिन शब्दों का स्पष्टीकरण

  • IPO (Initial Public Offering) (इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग): वह प्रक्रिया जिसके द्वारा एक निजी कंपनी पहली बार अपने शेयर जनता को पेश करती है, जिससे वह सार्वजनिक निवेशकों से पूंजी जुटा सके।
  • Oversubscribed (ओवरसब्सक्राइब): तब होता है जब किसी आईपीओ में शेयरों की मांग, पेश किए गए शेयरों की संख्या से अधिक हो जाती है।
  • Retail Investors (खुदरा निवेशक): व्यक्तिगत निवेशक जो अपने खाते के लिए प्रतिभूतियां खरीदते या बेचते हैं, आमतौर पर संस्थागत निवेशकों की तुलना में छोटी रकम का निवेश करते हैं।
  • Non-Institutional Investors (NIIs) (गैर-संस्थागत निवेशक): वे निवेशक जो क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIBs) नहीं हैं और आम तौर पर खुदरा निवेशकों से अधिक राशि का निवेश करते हैं। इस श्रेणी में अक्सर उच्च-नेट-वर्थ व्यक्ति और कॉर्पोरेट निकाय शामिल होते हैं।
  • Qualified Institutional Buyers (QIBs) (क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स): बड़े संस्थागत निवेशक जैसे म्यूचुअल फंड, पेंशन फंड, बीमा कंपनियां और विदेशी संस्थागत निवेशक, जिन्हें परिष्कृत निवेशक माना जाता है।
  • Fresh Issue (फ्रेश इश्यू): जब कोई कंपनी पूंजी जुटाने के लिए नए शेयर जारी करती है। इसका पैसा सीधे कंपनी को जाता है।
  • Offer for Sale (OFS) (ऑफर फॉर सेल): जब मौजूदा शेयरधारक (प्रमोटर, शुरुआती निवेशक) अपने हिस्से का कुछ हिस्सा जनता को बेचते हैं। OFS से प्राप्त धन बेचने वाले शेयरधारकों को जाता है, कंपनी को नहीं।
  • Anchor Investors (एंकर निवेशक): संस्थागत निवेशकों का एक चुनिंदा समूह जो आईपीओ के जनता के लिए खुलने से पहले शेयर खरीदने की प्रतिबद्धता दिखाता है, जिससे इश्यू के लिए एक आधार तैयार होता है।
  • OEMs (Original Equipment Manufacturers) (मूल उपकरण निर्माता): वे कंपनियां जो अपने ब्रांड नाम के तहत उत्पादों या घटकों का निर्माण करती हैं, अक्सर बड़े ब्रांडों को आपूर्ति करती हैं।
  • Consolidated Loss (समेकित घाटा): एक कंपनी और उसकी सभी सहायक कंपनियों द्वारा संयुक्त रूप से कुल घाटा, सभी राजस्व और व्यय का हिसाब करने के बाद।
  • Top Line (टॉप लाइन): कंपनी के सकल राजस्व या कुल बिक्री को संदर्भित करता है, जो आमतौर पर उसके आय विवरण के शीर्ष पर पाया जाता है।

No stocks found.


Renewables Sector

भारत की ग्रीन एनर्जी में उछाल: AMPIN ने रिन्यूएबल भविष्य के लिए $50 मिलियन FMO निवेश हासिल किया!

भारत की ग्रीन एनर्जी में उछाल: AMPIN ने रिन्यूएबल भविष्य के लिए $50 मिलियन FMO निवेश हासिल किया!


Chemicals Sector

Fineotex Chemical में अमेरिकी अधिग्रहण पर 6% की तेजी! निवेशकों को ये डिटेल्स ज़रूर जाननी चाहिए!

Fineotex Chemical में अमेरिकी अधिग्रहण पर 6% की तेजी! निवेशकों को ये डिटेल्स ज़रूर जाननी चाहिए!

फाइनोटेक केमिकल्स का बड़ा धमाका: अमेरिकी ऑयलफील्ड दिग्गजों का अधिग्रहण! आपका पोर्टफोलियो करेगा धन्यवाद!

फाइनोटेक केमिकल्स का बड़ा धमाका: अमेरिकी ऑयलफील्ड दिग्गजों का अधिग्रहण! आपका पोर्टफोलियो करेगा धन्यवाद!

GET INSTANT STOCK ALERTS ON WHATSAPP FOR YOUR PORTFOLIO STOCKS
applegoogle
applegoogle

More from Industrial Goods/Services

भारत के निवेश गुरु ने चुने दो बिल्कुल विपरीत स्टॉक: एक गिरा, एक उछला! 2026 पर किसका राज चलेगा?

Industrial Goods/Services

भारत के निवेश गुरु ने चुने दो बिल्कुल विपरीत स्टॉक: एक गिरा, एक उछला! 2026 पर किसका राज चलेगा?

ओला इलेक्ट्रिक का बड़ा कदम: EV सर्विस नेटवर्क को बेहतर बनाने के लिए 1,000 विशेषज्ञों की भर्ती!

Industrial Goods/Services

ओला इलेक्ट्रिक का बड़ा कदम: EV सर्विस नेटवर्क को बेहतर बनाने के लिए 1,000 विशेषज्ञों की भर्ती!

एक्वेस आईपीओ में बंपर मांग: निवेशकों का उत्साह चरम पर, 22 गुना से अधिक सब्सक्राइब!

Industrial Goods/Services

एक्वेस आईपीओ में बंपर मांग: निवेशकों का उत्साह चरम पर, 22 गुना से अधिक सब्सक्राइब!

SKF इंडिया का बड़ा नया अध्याय: इंडस्ट्रियल आर्म लिस्ट हुआ, ₹8,000 करोड़ से ज़्यादा का निवेश!

Industrial Goods/Services

SKF इंडिया का बड़ा नया अध्याय: इंडस्ट्रियल आर्म लिस्ट हुआ, ₹8,000 करोड़ से ज़्यादा का निवेश!

JSW इंफ्रा पर ब्रोकरेज बुलिश: 'बाय' कॉल, ₹360 टारगेट का मतलब बड़ी ग्रोथ का संकेत!

Industrial Goods/Services

JSW इंफ्रा पर ब्रोकरेज बुलिश: 'बाय' कॉल, ₹360 टारगेट का मतलब बड़ी ग्रोथ का संकेत!

एक्विस आईपीओ में जबरदस्त उछाल: 18 गुना से ज्यादा सब्सक्राइब! खुदरा निवेशकों की धूम और बढ़ता ग्रे मार्केट प्रीमियम, शानदार लिस्टिंग के संकेत!

Industrial Goods/Services

एक्विस आईपीओ में जबरदस्त उछाल: 18 गुना से ज्यादा सब्सक्राइब! खुदरा निवेशकों की धूम और बढ़ता ग्रे मार्केट प्रीमियम, शानदार लिस्टिंग के संकेत!


Latest News

आरबीआई रेट कट से बॉन्ड मार्केट में हलचल: यील्ड गिरे, फिर प्रॉफिट बुकिंग से वापस उठे!

Economy

आरबीआई रेट कट से बॉन्ड मार्केट में हलचल: यील्ड गिरे, फिर प्रॉफिट बुकिंग से वापस उठे!

जुबिलेंट फूडवर्क्स टैक्स शॉक का खुलासा: डिमांड में कटौती, डोमिनोज़ की बिक्री में ज़बरदस्त उछाल! निवेशकों को जानना ज़रूरी!

Consumer Products

जुबिलेंट फूडवर्क्स टैक्स शॉक का खुलासा: डिमांड में कटौती, डोमिनोज़ की बिक्री में ज़बरदस्त उछाल! निवेशकों को जानना ज़रूरी!

इंडिगो की अव्यवस्था से आसमान छूते किराए! 1000+ उड़ानें रद्द, हवाई किराया 15 गुना बढ़ा!

Transportation

इंडिगो की अव्यवस्था से आसमान छूते किराए! 1000+ उड़ानें रद्द, हवाई किराया 15 गुना बढ़ा!

RBI का बड़ा बैंकिंग फेरबदल: 2026 तक जोखिम भरे व्यवसायों को अलग करें! महत्वपूर्ण नए नियम हुए सामने

Banking/Finance

RBI का बड़ा बैंकिंग फेरबदल: 2026 तक जोखिम भरे व्यवसायों को अलग करें! महत्वपूर्ण नए नियम हुए सामने

इंडिगो में अफरातफरी: सीईओ ने सरकारी जांच के बीच दिसंबर मध्य तक पूरी सामान्य स्थिति का वादा किया!

Transportation

इंडिगो में अफरातफरी: सीईओ ने सरकारी जांच के बीच दिसंबर मध्य तक पूरी सामान्य स्थिति का वादा किया!

फिनो पेमेंट्स बैंक की बड़ी छलांग: RBI से मिली स्मॉल फाइनेंस बैंक में रूपांतरण की सैद्धांतिक मंजूरी!

Banking/Finance

फिनो पेमेंट्स बैंक की बड़ी छलांग: RBI से मिली स्मॉल फाइनेंस बैंक में रूपांतरण की सैद्धांतिक मंजूरी!