Industrial Goods/Services
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29th October 2025, 3:11 PM

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सैजिलिटी इंडिया लिमिटेड ने वित्तीय वर्ष की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) के लिए प्रभावशाली वित्तीय परिणाम दर्ज किए हैं। कंपनी का शुद्ध लाभ पिछले वर्ष की समान अवधि में ₹117 करोड़ की तुलना में 100% से अधिक बढ़कर ₹251 करोड़ हो गया। राजस्व में पिछले वर्ष की तुलना में 25.2% की महत्वपूर्ण वृद्धि देखी गई, जो ₹1,658 करोड़ रही। इसके अलावा, ब्याज, कर, मूल्यह्रास और परिशोधन से पहले की कमाई (EBITDA) 37.7% बढ़कर ₹415 करोड़ हो गई। परिचालन मार्जिन में भी सुधार देखा गया, जो एक साल पहले 22.7% था, वह बढ़कर 25% हो गया। मजबूत परिचालन प्रदर्शन के अतिरिक्त, निदेशक मंडल ने वित्तीय वर्ष 2026 के लिए ₹0.05 प्रति शेयर (₹10 अंकित मूल्य) का अंतरिम लाभांश घोषित किया है। पात्र शेयरधारकों को निर्धारित करने के लिए रिकॉर्ड तिथि 12 नवंबर, 2025 है, और भुगतान 28 नवंबर, 2025 तक या उससे पहले होने की उम्मीद है। वर्तमान में, कंपनी 44,185 लोगों को रोजगार देती है और पांच देशों में 34 डिलीवरी सेंटरों के साथ काम करती है। रमेश गोपालन, प्रबंध निदेशक और समूह सीईओ ने इस प्रदर्शन का श्रेय चुनौतीपूर्ण बाजार में वृद्धि बनाए रखने की कंपनी की क्षमता को दिया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सैजिलिटी डोमेन विशेषज्ञता और परिवर्तनकारी क्षमताओं को लागू करके ग्राहकों को परिचालन लागत कम करने में मदद कर रही है। उन्होंने यह भी रेखांकित किया कि AI-सक्षम स्वचालन और प्रक्रिया परिवर्तन बेहतर ग्राहक परिणामों के लिए प्रमुख चालक हैं, जिसमें ब्रॉडपाथ के साथ मजबूत क्रॉस-सेलिंग और अनुशासित निष्पादन का समर्थन है, जो गति बनाए रखने की उम्मीद है। आय की घोषणा से पहले, सैजिलिटी लिमिटेड के शेयर एनएसई पर 3.2% की तेजी के साथ बंद हुए थे। प्रभाव: यह खबर सैजिलिटी इंडिया लिमिटेड के निवेशकों के लिए अत्यधिक प्रासंगिक है, क्योंकि मजबूत वित्तीय प्रदर्शन और लाभांश की घोषणाएं आम तौर पर निवेशक विश्वास और स्टॉक मूल्यांकन को बढ़ाती हैं। सकारात्मक दृष्टिकोण और AI-संचालित दक्षता पर ध्यान कंपनी के लिए अच्छे भविष्य के विकास की संभावनाओं का भी संकेत देता है। रेटिंग: 7/10। कठिन शब्द: EBITDA: ब्याज, कर, मूल्यह्रास और परिशोधन से पहले की कमाई। यह एक वित्तीय मीट्रिक है जिसका उपयोग कंपनी के परिचालन प्रदर्शन को मापने के लिए किया जाता है। परिचालन मार्जिन: कंपनी के मुख्य व्यावसायिक परिचालनों से उत्पन्न लाभ, राजस्व के प्रतिशत के रूप में। यह इंगित करता है कि कंपनी अपनी लागतों को कितनी कुशलता से प्रबंधित करती है। AI-सक्षम स्वचालन: प्रक्रियाओं और कार्यों को स्वचालित करने के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता प्रौद्योगिकियों का उपयोग, जिससे दक्षता बढ़ती है, त्रुटियां कम होती हैं, और परिचालन लागत कम होती है।